Last Updated:August 12, 2025, 12:08 IST
Rajasthan Politics : कांग्रेस सेवादल अब बीजेपी के 'प्रचारकों' के मुकाबले मैदान में अपने 'विचारक' उतारेगा. कांग्रेस और बीजेपी में अब प्रचारक और विचारक को लेकर बहस छिड़ी हुई है. कांग्रेस सेवादल ने अपने विचारकों क...और पढ़ें

जयपुर. राजस्थान में बीजेपी और कांग्रेस के बीच नई सियासी बहस छिड़ गई है. यह बहस है ‘ प्रचारक बनाम विचारक’ को लेकर. कांग्रेस का सेवादल प्रशिक्षण शिविरों के जरिए अब अपने विचारक तैयार करेगा. कांग्रेस का तर्क है कि उन्हें प्रचारक नहीं विचारक चाहिए प्रचारक तो स्वार्थी होते हैं. वहीं बीजेपी ने इस बयान पर पलटवार करते हुए कहा कि वो क्या जानें प्रचारक क्या होते हैं? प्रचारक का मतलब राष्ट्र कार्य के लिए समर्पण होता है. कांग्रेस और बीजेपी नेताओं की इस बयानबाजी ने सियासत में एक नई बहस को जन्म दे दिया है.
राजस्थान बीजेपी और कांग्रेस नेताओं के बीच सियासी बयानबाजी अक्सर होती रहती है. लेकिन जब बयानबाजी के मैदान ने प्रचारक बनाम विचारक आ जाए तो दोनों की कार्यप्रणाली बहस के केंद्र बिंदु में आ जाती है. कांग्रेस के अग्रिम संगठन सेवादल ने प्रशिक्षण शिविर शुरू करने से पहले अपने कार्यकर्ताओं की तुलना आरएसएस के प्रचारकों से कर नई बहस को जन्म दिया है. कांग्रेस सेवादल ने प्रशिक्षण शिविरों के जरिए विचारक तैयार करने का प्रशिक्षण शुरू कर दिया है.
50 जिलों में ये तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प आयोजित होंगे
यह प्रशिक्षण दो महीने तक प्रदेश के सभी 50 जिलों में ये तीन दिवसीय ट्रेनिंग कैम्प के रूप में होगा. कांग्रेस सेवादल के प्रदेश अध्यक्ष हेमसिंह शेखावत का कहना है कि इन ट्रेनिंग कैम्प में कांग्रेस के श्वेत आर्मी सैनिक तैयार किए जाएंगे जो गांव-गांव, गली-गली तक कांग्रेस और राहुल गांधी के विचार को लेकर जनता से संवाद करेंगे. इतना ही नहीं शेखावत ने कहा कि हम विचारक तैयार करेंगे. विचारक जनता से संवाद करेंगे कि किस प्रकार से देश का संविधान और लोकतंत्र खतरे में है.
विचारक श्वेत सैनिकों के रूप में नजर आएंगे
शेखावत ने आरोप लगाया कि प्रचारक की स्वार्थी नीति है. वो एक रंग में विश्वास करते हैं जबकि भारत तिरंगे से बना है. इसमें हर धर्म का सम्मान है. उन्होंने कहा कि जो एक रंग, एक विचार और एक व्यक्ति में विश्वास करते हैं वो निश्चित रूप से लोकतांत्रिक नहीं हो सकते. स्वार्थी ही होंगे. हम ट्रेनिंग कैम्पों में अच्छे प्रचारक तैयार करेंगे जो आने वाले दिनों में श्वेत सैनिकों के रूप में नजर आएंगे.
प्रचारक घर बार छोड़कर समाज और देश के लिए ऐसे काम करता है
कांग्रेस सेवादल के हेम सिंह शेखावत के बयान पर पलटवार करते हुए बीजेपी प्रदेश महामंत्री और विधायक जितेंद्र गोठवाल ने कहा कि प्रचारक का क्या काम होता है उन्हें शायद इसका ज्ञान नहीं है. प्रचारक घर बार छोड़कर समाज और देश के लिए ऐसे काम करता है जिससे देश उन्नति करें. समाज में समानता का भाव आए. पहले भी कांग्रेस ने संघ की तर्ज पर विस्तारक शब्द लिया था और अब विचारक ले लिया है. प्रचारक पर चर्चा करना प्रारंभ किया है.
ये लोग एक परिवार के लिए काम करने वाले हैं
प्रचारक कितना त्याग करता है बलिदान देता है उन्हें जिस दिन यह समझ में आ जाएगा उस दिन वे इनकी तुलना करना बंद कर देंगे. हम मात्र समाज, देश और समानता के लिए काम करने वाले हैं. वहीं ये लोग एक परिवार के लिए काम करने वाले हैं. ये विचारक लाए या विस्तारक इनका मूल उददेश्य होगा गांधी परिवार की जिंदाबाद बोलना और उनके इशारे पर नाचना. गांधी परिवार के फायदे के लिए उनको उपयोग में लिया जाएगा.
दोनों की कार्यप्रणाली और संगठन में बड़ा अंतर है
असल में कांग्रेस और भाजपा की कार्यप्रणाली तथा संगठन में बड़ा अंतर नजर आता है. कांग्रेस के अग्रिम संगठन के तौर पर सेवादल का नाम सामने आता है. जबकि संघ के राजनैतिक संगठन के रूप में भाजपा का नाम आता है. ऐसे में अब देखना दिलचस्प होगा कि किस तरह से और कांग्रेस सेवादल के विचारक संघ के प्रचारक से मुकाबला कर पाते हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jaipur,Jaipur,Rajasthan
First Published :
August 12, 2025, 12:08 IST