धरती के बहुत सारे इलाके दुर्गम हैं. अमेरिका का 19 साल का एक इंफ्लुएंसर ऐसी ही एक जगह पर फंस गया. ईथन गुओ नाम का एक लड़का बच्चों के कैंसर रिसर्च के लिए फंड जुटाने के मिशन पर निकला था. वह जून से ही अंटार्कटिका में चिली के एक सुदूर इलाके में फंसा हुआ है. गुओ ने अपने छोटे विमान को गलत फ्लाइट प्लान देकर वहां उतारा. अब अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी. यह मिशन फंडरेजिंग के लिए था लेकिन वह ऐसी जगह पहुंच गया जहां से वापस लाने के लिए अमेरिका के भी पसीने छूट रहे हैं.
Cessna 182Q विमान को उतार दिया..
असल में अमेरिकी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक ईथन गुओ का लक्ष्य था कि वह सबसे कम उम्र में अकेले सातों महाद्वीप की उड़ान भरने वाला पायलट बन जाएं. साथ ही कैंसर रिसर्च के लिए दान जुटाएं. योजना के तहत उसे अंटार्कटिका भी जाना था लेकिन अधिकारियों का कहना है कि उसने पंटा अरेनास के ऊपर से उड़ान भरने की अनुमति होने के बावजूद दक्षिण की ओर उड़ान जारी रखी और अंटार्कटिका में अपने Cessna 182Q विमान को उतार दिया.
बिना अनुमति लैंडिंग करने का आरोप
29 जून को गुओ पर गलत जानकारी देने और बिना अनुमति लैंडिंग करने का आरोप लगा. लेकिन सोमवार को अदालत ने उसके वकीलों और चिली के अभियोजकों के बीच समझौते के बाद आरोप हटा दिए. समझौते के तहत गुओ को 30 दिनों के भीतर बच्चों के कैंसर फाउंडेशन को 30,000 डॉलर का दान देना होगा. देश छोड़ना होगा और अगले तीन साल तक चिली के क्षेत्र में प्रवेश नहीं करना होगा.
समाधान निकालने की कोशिश जारी..
पिछले छह हफ्तों से गुओ चिली के सैन्य बेस में रह रहा है. उसे वहां रुकने के लिए मजबूर नहीं किया गया था बस चिली के इलाके से बाहर न जाने को कहा गया था. कड़ी सर्दियों और उड़ानों की कमी के कारण वह न तो देश छोड़ पा रहा है और न ही अपने विमान से उड़ान भर पा रहा है. अभियोजकों का कहना है कि उसका विमान इस समय उड़ान भरने की स्थिति में नहीं है. जबकि गुओ अपने वकील से इस पर समाधान निकालने की कोशिश कर रहा है.
फिलहाल फैसले के बाद गुओ ने राहत जताई और कहा कि वह जल्द से जल्द अपनी मंजूरी पाकर मिशन जारी रखना चाहता है. अभियोजकों ने यह भी साफ किया कि गुओ को अपने विमान की सुरक्षा और सैन्य सुविधा में रहने के दौरान होने वाले सभी निजी खर्च खुद उठाने होंगे. साथ ही अपने वापसी यात्रा का पूरा खर्च भी खुद देना होगा.