हाइलाइट्स
खबर है कि चीन फिर से बड़ा राहत पैकेज जारी करने वाला है. इससे विदेशी निवेशकों के भारत से चीन में जाने के कयास हैं. पिछले सप्ताह ऐसी ही घटना से बाजार में बड़ी गिरावट आई थी.
नई दिल्ली. शेयर बाजार (Share Market) में आप भी पैसा लगाते हैं न तो जरा सावधान होकर खेलें. खबर आई है कि चीन अगले हफ्ते बड़ा खेल करने वाला है, जिसका सीधा असर भारतीय बाजार और निवेशकों पर दिख सकता है. ऐसा इसलिए कहा जा रहा क्योंकि पिछले सप्ताह इंडियन मार्केट में आई गिरावट की वजह भी चीन ही था. ऐसे में एक बार फिर चीन वही काम दोहराने जा रहा है, जो उसने पिछले महीने किया था. जाहिर है कि इस आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता कि इस बार भी चीन का यह दांव भारतीय निवेशकों पर भारी पड़ सकता है.
ब्लूमबर्ग ने 23 दिग्गज निवेशकों पर किए सर्वे के बाद दावा किया है कि चीन सरकार अगले सप्ताह 283 अरब डॉलर (करीब 24 लाख करोड़ रुपये) का राहत पैकेज जारी करने वाला है. इससे पहले सितंबर में चीन ने 12 लाख करोड़ रुपये का राहत पैकेज जारी किया था, जिसके बाद शंघाई स्टॉक एक्सचेंज का मार्केट कैप करीब 269 लाख करोड़ रुपये बढ़ गया था. इसके उलट भारतीय शेयर बाजार में लगातार 5 सत्र तक गिरावट दिखी थी और निवेशकों के 16 लाख करोड़ रुपये डूब गए थे. निवेशक और एनालिस्ट अनुमान लगा रहे कि इस बार तो दोगुना राहत पैकेज जारी होगा तो इसका असर भी दोगुना हो सकता है.
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क्यों होगा भारत पर असर
पिछले सप्ताह के आंकड़े देखें तो इसका जवाब आपको खुद मिल जाएगा. दरअसल, चीन के राहत पैकेज जारी करने के बाद वहां की अर्थव्यवस्था और शेयर बाजार दोनों में ही तगड़ा सुधार दिखने लगा. मार्केट डिमांड भी बढ़ी, क्योंकि ब्याज घटाकर 5 करोड़ लोगों को सीधे तौर पर फायदा दिया गया था. भारत के मुकाबले चीन के बाजार में स्कोप बढ़ते ही विदेशी निवेशक यहां से पैसा निकालकर वहां डालने लगे. अब आपको तो पता ही है कि विदेशी निवेशक पोर्टफोलियो (FPI) का इनवेस्टमेंट गिरते ही बाजार लुढ़कना शुरू हो जाता है. FPI ने अक्टूब की शुरुआत से अब तक करीब 20 हजार करोड़ रुपये भारतीय बाजार से निकाल लिए, जिसका असर गिरावट के रूप में सामने आया. आशंका है कि अगर FPI ने एक बार फिर निकासी शुरू कर दी तो अगले सप्ताह भी बाजार को गिरावट का सामना करना पड़ सकता है.
क्या कहते हैं अर्थशास्त्री
इंटरनेशनल बिजनेस स्कूल INSEAD में इकनॉमिक्स के प्रोफेसर पुशन दत्त का कहना है कि चीन का फोकस रियल एस्टेट इनवेस्टमेंट को सुधार के रास्ते पर लाने के बजाय सीधे तौर घरेलू मोर्चे पर राहत देने का है, ताकि इसका असर लंबे समय तक बना रहे. अनुमान है कि शनिवार को चीन के फाइनेंस मिनिस्टर एक बड़े राहत पैकेज का ऐलान कर सकते हैं.
क्यों जारी कर रहा राहत पैकेज
दरअसल, दुनियाभर को कोरोना महामारी से परेशान करने वाले चीन को इसका सबसे ज्यादा खामियाजा भुगतना पड़ा. इस वजह से न सिर्फ उसकी इकनॉमी स्लो हो गई, बल्कि सरकार और जनता का खर्च भी काफी घट गया. इसका असर चीन के कारोबार पर भी दिखा और दुनिया की सबसे बड़ी फैक्ट्री में औद्योगिक गतिविधियां भी सुस्त पड़ गईं. जाहिर है कि इससे निकलने के लिए चीन ने बड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं, जिसका असर भी दिखने लगा है.
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FIRST PUBLISHED :
October 11, 2024, 09:49 IST