Last Updated:December 07, 2025, 09:08 IST
Venkateswara Temple Patna : बिहार की राजधानी पटना अब धार्मिक पर्यटन के मानचित्र पर एक नए अध्याय की शुरुआत करने जा रही है. राज्य सरकार ने तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को मोकामा खास में श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर निर्माण के लिए भूमि आवंटित कर दी है, जिसके बाद इसे पूर्वी भारत में सबसे बड़े धार्मिक केंद्रों में से एक माना जा रहा है.
पटना के मोकामा खास में श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर के लिए TTD को 10.11 एकड़ जमीन नीतीश सरकार ने दी.पटना. बिहार की राजधानी पटना अब धार्मिक और सांस्कृतिक दृष्टि से एक और बड़ी पहचान हासिल करने जा रही है. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) को पटना के मोकामा खास क्षेत्र में श्री वेंकटेश्वर बालाजी मंदिर बनाने के लिए जमीन आवंटित कर दी गई है. यह फैसला मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सरकार की कैबिनेट मंजूरी के बाद औपचारिक रूप से लागू हुआ है. तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम के चेयरमैन बी.आर. नायडू ने एक एक्स पोस्ट के माध्यम से यह खबर साझा की है. उन्होंने बताया कि बिहार सरकार ने पटना में श्री वेंकटेश्वर मंदिर के निर्माण के लिए 10.11 एकड़ जमीन आवंटित कर दी है. जानकारों की नजर में राज्य सरकार का यह निर्णय धार्मिक और सांस्कृतिक एकता को मजबूत करने वाली है जो देश के विभिन्न राज्यों में भक्ति भावना फैलाने की दिशा में एक कदम है.
99 साल के लिए 1 रुपये में जमीन
बिहार सरकार ने TTD को पटना में मंदिर निर्माण के लिए 10.11 एकड़ जमीन उपलब्ध कराई है. यह जमीन 99 साल के लिए मात्र एक रुपये के प्रतीकात्मक लीज शुल्क पर दी गई है. इस संबंध में राज्य के मुख्य सचिव प्रत्यय अमृत की ओर से TTD को आधिकारिक पत्र भेजा गया है. यह जमीन मोकामा खास इलाके में स्थित है जो आने वाले समय में धार्मिक पर्यटन का बड़ा केंद्र बन सकता है.
TTD चेयरमैन ने जताया आभार
इस फैसले के बाद TTD चेयरमैन बी. आर. नायडू ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर खुशी जताते हुए बिहार सरकार को धन्यवाद दिया. उन्होंने कहा कि यह सिर्फ मंदिर निर्माण की मंजूरी नहीं बल्कि देश की सांस्कृतिक विरासत को जोड़ने वाला बड़ा कदम है. उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू और राज्य के HRD मंत्री नारा लोकेश का भी धन्यवाद किया जिन्होंने इस पहल को समर्थन दिया.
पूर्वी भारत के भक्तों को मिलेगा बड़ा विकल्प
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू ने इस फैसले को ऐतिहासिक बताया और कहा कि पटना में श्री वेंकटेश्वर मंदिर बनने से पूर्वी भारत के लाखों भक्तों को तिरुपति जैसी भव्यता और दर्शन का अवसर मिलेगा. उन्होंने कहा कि यह कदम बिहार और आंध्र प्रदेश के बीच सांस्कृतिक रिश्तों को मजबूत करेगा.
जल्द शुरू होगी परियोजना योजना
TTD की एक विशेष टीम जल्द ही बिहार राज्य पर्यटन विकास निगम के अधिकारियों के साथ बैठक करेगी. मंदिर निर्माण की डिजाइन, चरणबद्ध योजना और समय-सीमा पर चर्चा की जाएगी. इस परियोजना का पूरा खर्च TTD उठाएगा. मंदिर परिसर में धर्मशाला, प्रार्थना मंडप, आध्यात्मिक केंद्र और भोजनालय जैसी सुविधाओं के भी निर्माण की संभावना है.
धार्मिक पर्यटन और विकास की नई उम्मीद
इस मंदिर के बनने से बिहार में धार्मिक पर्यटन को बड़ा बढ़ावा मिलने की उम्मीद है. बता दें कि राज्य सरकार पहले से ही वैशाली में बुद्ध स्मृति स्तूप, सीतामढ़ी में जनकपुर कॉरिडोर और पुनौराधाम जैसे धार्मिक स्थलों को विकसित कर रही है. जानकारों का मानना है कि पटना में बालाजी मंदिर बनने से रोजगार, पर्यटन और बुनियादी ढांचे का विकास तेज होगा.
TTD की राष्ट्रीय योजना का हिस्सा
मार्च 2025 में TTD ने पूरे देश में प्रमुख शहरों में वेंकटेश्वर मंदिर बनाने की योजना शुरू की थी. बिहार इस पहल में सबसे पहले जमीन देने वाला राज्य बना है. इस मंदिर को दक्षिण भारत की परंपरागत वास्तुकला शैली में बनाया जाएगा और इसे देश के प्रमुख धार्मिक स्थलों में शामिल करने का लक्ष्य है.
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First Published :
December 07, 2025, 09:08 IST

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