Namibia Treasure Ship: दुनियाभर में खुदाई के दौरान पुरातत्वविदों को कई प्राचीन और ऐतिहासिक चीजें मिलती हैं. वहीं नामीबिया के स्पेरगेबिट में स्थित एक रेगिस्तान में कुछ ऐसा देखने को मिला, जिसने इतिहास का द्वार खोल दिया. बता दें कि रेत में अचानक लकड़ी की एक बीम झांकती हुई नजर आई और जैसे ही इसे हटाया गया तो सामने एक जहाज निकलकर आया. इस खोज ने विश्व के पुरातत्वविदों को चौंका कर रख दिया.
रेगिस्तान में मिला सालों पुराना जहाज
बता दें कि 500 साल पुराना यह शिप 16वीं सदी का पुर्तगाली जहाज बोम जीसस है. इसमें से रेत हटने के साथ ही 2000 सोने के सिक्के, हाथी दांत के टुकड़े, हजारों पाउंड तांबे की सिल्लियां, पुराने नौवहन उपकरण और राजा जोआओ III का स्टैंप मिला. इतिहासकारों के मुताबिक यह सामान उस दौर के इंटरनेशनल ट्रेड का लाइव प्रूफ है, जब यूरोप भारत समेत अफ्रीका तक समुद्री रास्तों पर राज करता था. एक्सपर्ट डॉक्टर डाइटर नोली के मुताबिक बोम जीसस किसी भयानक तूफान में बहकर चट्टानों से टकराया और तट पर डूब गया था.
भारत के लिए निकला था जहाज
जहाज को लेकर सबसे हैरानी वाली बात ये है कि इसके मलबे में मानव अवशेष नहीं मिले. ऐसे में अंदाजा लगाया जा रहा है कि या तो क्रू समंदर में बह गया या फिर रेत सभी को निगल गई. 'डेलीगैलक्सी' के मुताबिक बोम जीसस नाम का यह पुर्तगाली जहाज 7 मार्च साल 1533 को पुर्तागल के लिस्बन से भारत के लिए निकला था, हालांकि उसके बाद यह अचानक गायब हो गया. कई सालों तक खोजने के बाद भी यह जहाज नहीं मिल पाया. आखिरकार डायमंड माइनिंग के दौरान साल 2008 में नामीबिया के रेगिस्तान में इसका मलबा मिला.
किस देश को मिलेगा जहाज?
अनुमान लगाया जा रहा है कि यह जहाज केप ऑफ गुड होप के समीप एक भीषण तूफान के चलते मार्ग भटक गया था. यह सदियों से पूरी तरह रेत से घिरा हुआ था. वहीं सैकड़ों साल बाद पानी कम होने पर जहाज का मलबा मिला है. UNESCO के नियमों के मुताबिक आधिकारिक रूप से यह खजाना अब नामीबिया का है. पुर्तगाल ने भी इस खजाने का दावा नहीं किया है. वहीं अब नामीबिया की ओर से इस अनोखी खोज को स्पेशल म्यूजियम में प्रदर्शित करने की तैयारी की जा रही है.

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