Last Updated:September 28, 2025, 05:39 IST
IMD Weather Update: बंगाल की खाड़ी का मिजाज बदलने के चलते देश के कई हिस्सों में बारिश हो रही है. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने महाराष्ट्र और गुजरात में मौसम के खराब रहने का पूर्वानुमान जताया है.

IMD Weather Update Today: बंगाल की खाड़ी में बने नए सिस्टम ने एकसाथ कई राज्यों में मौसम का मिजाज बदल दिया है. दक्षिण ओडिशा तट पर गोपालपुर के पास शनिवार सुबह टकराने के बाद बना डिप्रेशन अब दक्षिण आंतरिक ओडिशा में सक्रिय हो गया है. मौसम विभाग (IMD) के अनुसार, यह प्रणाली पश्चिम की ओर बढ़ते हुए दक्षिण ओडिशा और दक्षिण छत्तीसगढ़ से होकर गुजर रही है और 24 घंटों में इसके कमजोर होकर एक वेल मार्क्ड लो प्रेशर एरिया में तब्दील होने की संभावना है. इसका असर ओडिशा, पश्चिम बंगाल, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र, गुजरात जैसे राज्यों पर पड़ने के आसार हैं. इन प्रदेशों में मध्यम से तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है.
भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने चेतावनी दी है कि इस डिप्रेशन के प्रभाव से महाराष्ट्र और गुजरात में अगले कुछ दिनों तक बारिश का दौर तेज रहेगा. 27 से 29 सितंबर के बीच महाराष्ट्र में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है, जबकि 28 से 30 सितंबर तक गुजरात में बारिश का असर दिखेगा. खासतौर पर उत्तर कोंकण, उत्तर मध्य महाराष्ट्र, दक्षिण गुजरात और 29 सितंबर को सौराष्ट्र-कच्छ क्षेत्र में कहीं-कहीं अत्यधिक भारी वर्षा हो सकती है. शनिवार 27 सितंबर 2025 को रात 11:30 बजे जारी अपडेट में विभाग ने बताया कि यह डिप्रेशन छत्तीसगढ़ से आगे बढ़कर विदर्भ क्षेत्र तक पहुंच चुका है. फिलहाल यह चंद्रपुर से 40 किलोमीटर उत्तर-पूर्व और ब्रम्हापुरी से 50 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में केंद्रित है. इसकी गति 37 किलोमीटर प्रति घंटे दर्ज की गई. अगले 12 घंटों में इसके और कमजोर होने के आसार हैं.
छत्तीसगढ़ में बही सड़क
डिप्रेशन के चलते छत्तीसगढ़ में कई जगहों पर सड़क और पुलों पर बारिश का कहर देखने को मिला. कोंडागांव और नारायणपुर को जोड़ने वाली नेशनल हाइवे-30 पर बना डायवर्जन मार्ग तेज बारिश में बह गया. इससे दोनों जिलों के बीच संपर्क पूरी तरह टूट गया और आवागमन बाधित हो गया है. इस मार्ग पर यात्री बसों की सेवा पिछले 25 दिनों से बंद है, जिससे आम लोगों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है. स्थानीय लोगों का आरोप है कि एनएच अधिकारियों और ठेकेदार की लापरवाही के चलते सड़क और पुल की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे हैं. इसी तरह गरियाबंद जिले के फिंगेश्वर क्षेत्र के रवेली गांव के लोग जान जोखिम में डालकर नाला पार करने को मजबूर हैं. करीब 35 साल पहले बने रपटा नुमा पुल पर बारिश के दौरान 3-4 फीट पानी बह जाता है, जिससे गांव टापू में बदल जाता है. यह मार्ग प्रसिद्ध पर्यटन स्थल घटारानी और जतमाई तक जाता है, लेकिन बरसात में यातायात पूरी तरह बाधित हो जाता है. ग्रामीण पिछले 20 सालों से नए पुल की मांग कर रहे हैं और अब चक्काजाम व उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है.
बिहार में गंगा का कटाव
इस बीच, बिहार में गंगा किनारे रहने वाले लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. मुंगेर जिले में गंगा के कटाव से अब तक कम से कम छह घर नदी की लहरों में समा चुके हैं. सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र सदर प्रखंड के कुतलूपुर पंचायत का बहादुर नगर टोला है, जहां एक घर गंगा में विलीन हो गया. जलस्तर घटने के साथ ही कटाव की प्रक्रिया और तेज हो गई है. मौसम विभाग ने बिहार के कई जिलों के लिए येलो अलर्ट जारी किया है और लोगों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और नदी किनारे या कटावग्रस्त क्षेत्रों से दूर रहें.
सावधान बरतने की अपील
विशेषज्ञों का कहना है कि मौजूदा मौसम प्रणाली कमजोर जरूर होगी, लेकिन अगले तीन दिनों तक महाराष्ट्र, गुजरात, छत्तीसगढ़ और ओडिशा में इसका असर दिखेगा. खासकर महाराष्ट्र और गुजरात में मध्यम से तेज बारिश होने की पूरी संभावन है. मुंबई से लेकर लातूर तक बारिश रिकॉर्ड की गई है. इस बीच, मौसम विभाग और आपदा प्रबंधन विभाग ने लोगों से अपील की है कि वे अफवाहों से बचें, सरकारी दिशा-निर्देशों का पालन करें और अनावश्यक यात्रा से बचें.
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें
बिहार, उत्तर प्रदेश और दिल्ली से प्रारंभिक के साथ उच्च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
September 28, 2025, 05:39 IST