Last Updated:August 08, 2025, 18:18 IST
दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के दौरान उद्धव ठाकरे ने एमएनएस प्रमुख राज ठाकरे के साथ संभावित तालमेल पर चर्चा की. इस मुद्दे पर बाद में शरद पवार और सुप्रिया सुले से भी उच्चस्तरीय बातचीत हुई, जिस...और पढ़ें

Maharashtra Politics: शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख और महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की हाल ही में हुई दिल्ली यात्रा सिर्फ इंडिया ब्लॉक (INDIA) के लिए ही नहीं, बल्कि महाराष्ट्र की तेजी से बदलती राजनीति के लिए भी अहम साबित हो सकती है.
राहुल गांधी से हुई खास मुलाकाल
सूत्रों के मुताबिक, 7 अगस्त को कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ हुई निजी बैठक में उद्धव ठाकरे ने अपने चचेरे भाई और महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (MNS) प्रमुख राज ठाकरे के साथ समझौते की संभावना पर चर्चा की. करीब 30 मिनट चली इस बंद कमरे की बैठक में गठबंधन की रणनीतियों पर बात हुई. हालांकि, अंदर की जानकारी के अनुसार, उद्धव ने खासतौर पर मुंबई और ठाणे जैसे क्षेत्रों में एमएनएस के साथ संभावित तालमेल के फायदे और असर पर बात की.
एक वरिष्ठ नेता ने कहा, “राज ठाकरे का मुद्दा बैठक में उठा. उद्धव चाहते थे कि राहुल गांधी को जमीनी सियासी माहौल की समझ हो. यह कोई औपचारिक प्रस्ताव नहीं है, लेकिन इस पर गंभीरता से विचार हो रहा है.”
MNS के साथ गठबंधन कर सकते हैं उद्धव ठाकरे!
यह चर्चा ऐसे समय में हुई है जब ठाकरे भाइयों के बीच रिश्तों में सुधार की अटकलें तेज हैं. हाल ही में शिवसेना (यूबीटी) के मुखपत्र ‘सामना’ में दिए एक इंटरव्यू में उद्धव ने राज ठाकरे के साथ आने की संभावना को लेकर सकारात्मक रुख दिखाया था. उन्होंने कहा था, “अगर दोनों भाई साथ आते हैं, तो इससे महाराष्ट्र का सपना पूरा होगा. जिसे इससे दिक्कत है, उसे अपनी परेशानी खुद झेलनी होगी.”
महाविकास आघाडी पर असर?
हालांकि, सवाल यह है कि अगर MNS के साथ कोई समझौता होता है तो महाविकास आघाडी (MVA) पर इसका क्या असर पड़ेगा? इस पर उद्धव बेफिक्र नजर आए. उन्होंने कहा, “मुंबई को महाराष्ट्र से राजनीतिक रूप से अलग नहीं किया जा सकता. हर पार्टी की स्थानीय निकायों में अपनी जगह है. हम हर क्षेत्र के हिसाब से राजनीतिक रूप से सही फैसले लेंगे.”
बड़े नेताओं की बैठक
राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद उद्धव ठाकरे ने एनसीपी (NCP) नेता शरद पवार और सुप्रिया सुले के साथ भी उच्च-स्तरीय चर्चा की. इससे साफ है कि गठबंधन की रणनीति को लेकर शीर्ष स्तर पर सक्रिय रूप से विचार चल रहा है.
अभी तक न तो कांग्रेस और न ही NCP की ओर से यह आधिकारिक रूप से कहा गया है कि वे MNS को विपक्षी गठबंधन में जगह देने के लिए तैयार हैं. लेकिन उद्धव द्वारा इस मुद्दे को इंडिया ब्लॉक के अहम नेताओं के सामने उठाना दिखाता है कि महाराष्ट्र की राजनीति में बड़ा बदलाव हो सकता है, जहां पारिवारिक रिश्ते और राजनीतिक रणनीतियां एक-दूसरे से मिल सकती हैं.
Location :
Mumbai,Maharashtra
First Published :
August 08, 2025, 18:18 IST