न झुके, न रुके, बस डटे हुए हैं… ट्रंप के टैरिफ बम पर भारत की साइलेंट स्ट्राइक!

17 hours ago

Last Updated:August 08, 2025, 23:16 IST

Trump Tariff : अमेरिकी टैरिफ पर भारत की चुप्पी कमजोरी नहीं है. यह गहरी रणनीति है. ट्रंप की हर चाल का जवाब भारत ने सोच-समझ कर दिया है. संप्रभुता से कोई समझौता नहीं होगा. दोस्ती तभी टिकेगी जब सम्मान हो...और पढ़ें

न झुके, न रुके, बस डटे हुए हैं… ट्रंप के टैरिफ बम पर भारत की साइलेंट स्ट्राइक!टैरिफ पर भारत की रणनीति ने ट्रंप को फ्रस्ट्रेट कर दिया है.

नई दिल्ली: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत पर टैरिफ 50% तक बढ़ा दिए हैं. एक तरफ अमेरिका धमकियों की भाषा बोल रहा है. दूसरी तरफ भारत शांत है, लेकिन कमजोर नहीं. दिल्ली ने तय किया है कि न तो झुकेंगे, न किसी के दबाव में आएंगे. संप्रभुता से कोई समझौता नहीं होगा. रूस से तेल खरीदना हो या BRICS में रहना, ये हमारे फैसले हैं. भारत अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को लेकर गंभीर है. लेकिन दबाव में कोई फैसला नहीं होगा. यह भारत की ‘साइलेंट स्ट्राइक’ है. बिना बोले, बिना किसी पर उंगली उठाए, लेकिन डटे रहकर विरोध करना.

ट्रंप की धमकी और भारत की रणनीति

ट्रंप ने पहले 25% टैरिफ लगाया. फिर रूस से तेल खरीदने की तोहमत लगाकर पेनाल्टी के रूप में 25% टैरिफ और बढ़ा दिया. भारत से आने वाले सामानों पर अब 50% शुल्क लगेगा. लेकिन भारत घबराया नहीं. नई दिल्ली ने शांत रहना चुना. जवाब में कोई भड़काऊ बयानबाजी नहीं हुई, लेकिन स्टैंड क्लियर कर दिया गया.

भारत जानता है कि ट्रंप जल्दबाज हैं, उनके फैसले टिकते नहीं. ऐसे में जवाबी हमला उल्टा असर कर सकता है. इसलिए भारत इंतजार कर रहा है. लेकिन यह चुप्पी कमजोरी नहीं है.

संप्रभुता पर कोई समझौता नहीं

भारत ने साफ कर दिया है कि अमेरिका तय नहीं करेगा कि हम रूस से तेल लें या नहीं. BRICS से दूरी बनाएं या नहीं. ये हमारे राष्ट्रीय हित से जुड़े मुद्दे हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने द इंडियन एक्सप्रेस से बातचीत में कहा भी, ‘हम व्यापार पर बात करने को तैयार हैं. लेकिन जो मुद्दे हमारी संप्रभुता से जुड़े हैं, उन पर कोई बातचीत नहीं होगी.’

झुके नहीं, रुके नहीं, डटे रहे… टैरिफ युद्ध में PM मोदी ने खेला मास्टरस्ट्रोक! (File Photo)

ट्रंप का अमेरिका भरोसे लायक नहीं?

भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौता लगभग तैयार था. लेकिन अमेरिका ने बार-बार बातचीत की शर्तें बदलीं. भारतीय अधिकारियों के मुताबिक, ‘हम जब एक बिंदु पर सहमत हुए, अमेरिका की तरफ से बाद में पोजीशन बदल दी गई. कभी राजनीतिक मंजूरी नहीं मिलती, कभी अमेरिकी अधिकारी माफी मांग लेते.’ इसके बावजूद भारत ने सकारात्मक रवैया नहीं छोड़ा. बातचीत चलती रही.

ट्रंप को क्यों है भारत से चिढ़?

भारत ट्रंप के दबाव में नहीं आया. पाकिस्तान या बांग्लादेश जैसे देशों ने झुककर समझौते किए. लेकिन भारत ने ऐसा नहीं किया. एक वरिष्ठ सूत्र ने अखबार से कहा, ‘शायद ट्रंप को गुस्सा इस बात का है कि भारत नहीं झुकता. वह बार-बार कहता रहा कि उसने भारत-पाक के बीच युद्ध रोका. भारत ने कभी उसे क्रेडिट नहीं दिया. क्योंकि ये बात सही ही नहीं है.’

दबाव झेलकर भी शांत जवाब

भारत का तरीका अलग है. चीन या कनाडा की तरह अमेरिका से पब्लिक टकराव नहीं. लेकिन उसने पाकिस्तान या बांग्लादेश की तरह घुटना भी नहीं टेके. भारत ने बीच का रास्ता चुना है. हर दबाव का अंदर से विरोध हो रहा है.

बेशक टैरिफ बढ़ने से भारत के कुछ एक्सपोर्ट्स प्रभावित होंगे. लेकिन भारत का फोकस फिलहाल इम्पोर्ट्स पर है. एक अधिकारी ने कहा, ‘एक्सपोर्ट्स आने वाले वर्षों में हमारी अर्थव्यवस्था को आगे बढ़ाएंगे. लेकिन अभी हमारी रणनीति ये है कि हम धैर्य से आगे बढ़ें.’ भारत जानता है कि अमेरिका के साथ रिश्ते जरूरी हैं. लेकिन समानता के आधार पर. समझौता तभी होगा जब दोनों पक्ष बराबरी से बात करेंगे.

Deepak Verma

Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...और पढ़ें

Deepak Verma is a journalist currently employed as Deputy News Editor in News18 Hindi (Digital). Born and brought up in Lucknow, Deepak's journey began with print media and soon transitioned towards digital. He...

और पढ़ें

Location :

New Delhi,Delhi

First Published :

August 08, 2025, 23:14 IST

homenation

न झुके, न रुके, बस डटे हुए हैं… ट्रंप के टैरिफ बम पर भारत की साइलेंट स्ट्राइक!

Read Full Article at Source