Last Updated:August 08, 2025, 22:18 IST

नई दिल्ली. सलीम पिस्टल भारत का एक बहुत बड़ा हथियार तस्कर है. भारत में गैंगस्टर को अत्याधुनिक और विदेशी हथियार की खेप सलीम पिस्टल ने ही मुहैया कराना शुरू किया था. सलीम पिस्टल यानी सलीम अहमद ही वह शख्स है, जो पहली बार जिगाना पिस्टल भारत लेकर आया था. गैंगस्टर हाशिम बाबा गैंग को कुख्यात तस्कर सलीम पिस्टल हथियार सप्लाई करता है. ये खुलासा बाबा के गुर्गे एजाज उर्फ मोनू उर्फ दादा ने क्राइम ब्रांच की पूछताछ में किया था.
भारत में तुर्किये की बनी जिगाना पिस्टल भारत में सबसे पहले तस्करी कर लाने वालों में सलीम पिस्टल था. ये दिल्ली-एनसीआर के अधिकतर गैंग को हथियार सप्लाई करता है. गैंगस्टरों की पहली पसंद बन चुकी तुर्किये निर्मित जिगाना पिस्टल को भारत में सबसे पहले बुलंदशहर के खुर्जा के दो भाई व दिल्ली के जाफराबाद का निवासी सलीम अहमद लेकर आए थे. ये देश के नामी अवैध हथियार तस्कर हैं. जब ये पिस्टल गैंगस्टरों के पास जाने लगी, तो वह उनकी पहली पसंद बनने लगी. ये सब सलीम पिस्टल के जरिये सम्भव हुआ.
सलीम अब तक करोड़ों रुपये के हथियार देश में सप्लाई कर चुका है. पाकिस्तान से जिगाना पिस्टल की खेप नेपाल पहुंचती है. वहां से ये भारत लाई जाती है. इस पिस्टल के हर पुर्जे को अलग किया जाता है और उसके बाद भारत लाया जाता है. तस्कर नेपाल से इन पुर्जों को कार में छिपाकर लाते हैं. इसके लिए कार में विशेष जगह बनाई जाती है. भारत में लाकर इन पुर्जों को असेंबल किया जाता है. पुलिस अधिकारियों के अनुसार, नेपाल से तस्करी होकर भारत लाई जाने वाली जिगाना पिस्टल छह लाख में मिलती है, जबकि ड्रोन से भारत में लाई जाने वाली जिगाना सस्ती है, वह चार लाख में मिल जाती है.
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...
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Location :
New Delhi,Delhi
First Published :
August 08, 2025, 22:18 IST