Last Updated:October 20, 2025, 08:45 IST
BrahMos Supersonic Cruise Missile: ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज मिसाइल का नया वर्जन डेवलपमेंट के एडवांस स्टेज तक पहुंच चुका है. इसकी मैक्सिमम स्पीड 4300 किलोमीटर और रेंज 800 किलोमीटर होने की संभावना है. ऑपरेशन सिंदूर के दौरान पाकिस्तान में तबाही मचाने वाली मौजूदा ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का रेंज 450 से 490 किलोमीटर के बीच है.

ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुश्मन देश पाकिस्तान को घुटनों पर लाने वाली ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का नया वर्जन डेवलप किया जा रहा है. ब्रह्मोस-NG स्पीड और मारक क्षमता के मामले में पूर्व के वर्जन से कहीं ज्यादा अपग्रेडेड होगी. मौजूदा ब्रह्मोस मिसाइल के सटीक अटैक से दुनिया भी हतप्रभ रह गई थी. अब कई देशों ने ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल खरीदने में अपनी दिलचस्पी दिखाई है. (फोटो: PTI)

भारत अपनी सटीक स्ट्राइक क्षमताओं में बड़ा उछाल लगाने जा रहा है. रक्षा सूत्रों के अनुसार, 800 किलोमीटर तक की दूरी तक मार करने में सक्षम होगी. एक्सटेंडेड रेंज वाली ब्रह्मोस सुपरसोनिक क्रूज़ मिसाइल का परीक्षण लगातार जारी है. इसे अगले दो वर्षों के अंदर आर्म्ड फोर्सेज में शामिल करने की योजना है. (फोटो: PTI)

टेस्टिंग में संशोधित रैमजेट इंजन और नेविगेशन सिस्टम्स (इंटरनल INS के साथ बाहरी ग्लोबल नेविगेशन सैटेलाइट सिस्टम) की क्षमताओं का आकलन किया रहा है, ताकि मिसाइल की सटीकता, सतर्कता और जैमिंग‑प्रतिरोधी प्रदर्शन सुनिश्चित किया जा सके. नेवी और आर्मी मौजूदा 450‑किमी ब्रह्मोस प्लेटफॉर्म को सॉफ्टवेयर और फायर‑कंट्रोल के यूआई समायोजन के साथ 800‑किमी संस्करण में अपग्रेड कर सकेंगी. एयर‑लॉन्च वैरिएंट को सेवा में लाने में थोड़ा अधिक समय लगने की संभावना है. (फोटो: PTI)

ब्रह्मोस का प्रचंड प्रहार ऑपरेशन सिंदूर में दिखा जब भारतीय वायु सेना ने सुखोई‑30MKI से ब्रह्मोस‑A को स्टैंड‑ऑफ दूरी (दुश्मन के रेंज से दूर) से सफलतापूर्वक लॉन्च कर टार्गेट को सफलतापूर्वक हिट किया गया था. रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने ब्रह्मोस को ‘आत्मनिर्भर भारत’ के लक्ष्य के साथ जोड़ा है. (फोटो: PTI)

ब्रह्मोस के साथ ही Astra सीरीज की मिसाइल्स को भी अपग्रेड करने का काम चल रहा ळै. DRDO Astra Mark‑2 की रेंज को 160 किमी से बढ़ाकर 200 किमी से ज्यादा करने पर काम कर रहा है. प्रारम्भिक योजना के अनुसार, साल 2026‑27 में उत्पादन शुरू होने का लक्ष्य रखा गया है. IAF ने अपने Su‑30MKI और तेजस विमानों के लिए शुरुआती 700 Astra Mark‑2 मिसाइलों की खरीद की रूपरेखा भी तय कर ली है. (फोटो: PTI)

रक्षा अधिग्रहण परिषद (DAC) और पिछले कुछ महीनों के बड़े सौदों ने ब्रह्मोस को भारतीय सशस्त्र बलों के लिए प्रमुख पारंपरिक प्रिसिजन‑स्ट्राइक वेपन के रूप में स्थापित कर दिया है. नौसेना के लिए दर्जनों युद्धपोतों पर वर्टिकल‑लॉन्च ब्रह्मोस सिस्टम लगाए जा चुके हैं और हालिया अनुबंधों का कुल मूल्य हजारों करोड़ रुपये से ऊपर है. (फोटो: PTI)

विशेषज्ञों का कहना है कि 800‑किमी ब्रह्मोस और 200‑किमी से अधिक रेंज वाली Astra मिसाइलें क्षेत्रीय रणनीति और विमानन शक्ति के संतुलन को बदल सकती हैं. यह अपग्रेडेशन दुश्मनों के खिलाफ भारत की सर्जिकल स्ट्राइक क्षमताओं को बढ़ाएगा. ग्लोबल लेवल पर भी भारत एक महत्वपूर्ण शक्ति के तौर पर स्थापित होगा. (फोटो: PTI)

ब्रह्मोस क्रूज मिसाइल का मौजूदा वर्जन कई विशेषताओं और खासियतों से भरपूर है. फिलहाल यह 290 किलोमीटर और 450.490 किलोमीटर के रेंज में उपलब्ध है. (पीटीआई)
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।