Last Updated:December 09, 2025, 03:26 IST
ममता बनर्जी ने एसआईआर के लिए केंद्र पर हमला बोला. (फाइल फोटो)कोलकाता. पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने वोटर लिस्ट के रिविजन यानी ‘विशेष गहन पुनरीक्षण’ (SIR) की टाइमिंग पर सवाल उठाए हैं. उन्होंने सोमवार को आरोप लगाया कि यह समय जानबूझकर चुना गया है ताकि राज्य में चल रहे विकास कार्यों को रोका जा सके. कूच बिहार में एक प्रशासनिक समीक्षा बैठक के दौरान ममता ने कहा कि इस प्रक्रिया का मकसद आम लोगों के वोटिंग के अधिकार को छीनना और चुनावों में बीजेपी की मदद करना है. उन्होंने साफ कहा कि अधिकारियों पर बहुत ज्यादा दबाव डाला जा रहा है.
अधिकारियों पर दबाव और विकास कार्य: ममता बनर्जी ने कहा कि उन्हें पता है कि बूथ लेवल ऑफिसर (BLO), सब-डिविजनल ऑफिसर (SDO) और बूथ एजेंट भारी दबाव में काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि बीएलओ को धमकाया जा रहा है. अधिकारी काम के बोझ के कारण सो नहीं पा रहे हैं. रात 10 बजे के बाद सर्वर भी काम करना बंद कर देते हैं. इसके बावजूद, मुख्यमंत्री ने अधिकारियों से अपील की कि वे एसआईआर के कारण विकास कार्यों की अनदेखी न करें. विकास कार्य एक सतत प्रक्रिया है और इसमें कोई कोताही नहीं होनी चाहिए.
बंगाल में कोई डिटेंशन कैंप नहीं: तृणमूल सुप्रीमो ने पूछा कि इस काम को दो महीने में पूरा करने की इतनी जल्दी क्यों है? पिछली बार तो इसमें दो साल लग गए थे. उन्होंने आरोप लगाया कि इस एसआईआर ने जानबूझकर राज्य सरकार की विकास परियोजनाओं को रोकने के लिए समय निकाला है. ममता बनर्जी ने यह भी कहा कि उनकी सरकार राज्य में कोई ‘डिटेंशन कैंप’ नहीं बनाएगी. उन्होंने कहा, “मेरी आखिरी सांस तक बंगाल में कोई डिटेंशन कैंप नहीं होगा. मैं संविधान का पालन करती हूं. मैं सेक्युलर राजनीति करती हूं.”
विमानन संकट से की तुलना: ममता बनर्जी ने वोटर लिस्ट रिविजन की तुलना देश में चल रहे विमानन संकट से की. उन्होंने कहा कि जैसे खराब प्लानिंग के कारण लोग टिकट होने के बाद भी फ्लाइट में नहीं चढ़ पा रहे हैं, वैसे ही यह एसआईआर भी खराब योजना का नतीजा है. यह सब कुछ अव्यवस्थित है.
12 दिसंबर से हेल्प डेस्क: मतदाताओं की मदद के लिए ममता ने एक नई पहल की घोषणा की. उन्होंने कहा कि 12 दिसंबर से हर वार्ड में ‘क्या मैं आपकी मदद कर सकता हूं’ (May I Help You) बूथ स्थापित किए जाएंगे. उन्होंने लोगों से अपील की कि वे एसआईआर के बाद चुनाव आयोग की सुनवाई में जरूर शामिल हों. उन्होंने जिलाधिकारियों को भी निर्देश दिया कि वे इस काम में बीएलओ की पूरी मदद करें.
About the Author
राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
Location :
Kolkata,West Bengal
First Published :
December 09, 2025, 03:26 IST

2 hours ago
