बिलासपुर. हिमाचल प्रदेश के कांगड़ा के बाद अब बिलासपुर में भी कश्मीरी शॉल विक्रेताओं के साथ बदसलूकी के आरोप लगे हैं. इस संबंध में कश्मीरी शॉल विक्रेता बिलासपुर के एसपी दफ्तर भी पहुंचे थे. लेकिन पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के निधन पर शुक्रवार को छुट्टी घोषित होने की वजह से एसपी दफ्तर में नही मिल पाए. हिंदू संगठनों पर कश्मीर शॉल विक्रेताओं ने आरोप लगाए हैं. इसकी वीडियो कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने भी एक्स पर शेयर की है.
दरअसल, जिला बिलासपुर के घुमारवीं का यह मामला है. यहां पर कश्मीर से आए लोग शॉल विक्रेता के तौर पर काम करते हैं. इनका आरोप है कि उन्हें कुछ लोगों की ओर से धमकाया गया और कहा गया कि यहां पर शॉल और कंबल नहीं बेचने हैं. शुक्रवार सुबह साढ़े 10 बजे के करीब इन कश्मीरी व्यापारियों का एक समूह एसपी कार्यालय पहुंचा और इनके हाथों में एक शिकायत पत्र था.
थाने में करवा रखा है पंजीकरण
शिकापत पत्र में इन लोगों ने बताया कि वह घुमारवीं किराये पर रहते हैं और कई साल से यहां पर फेरी लगाते हैं. 25 दिसंबर को वह घुमारवीं में एक गांव में शॉल बेचने गए तो वहां पर कुछ शरारती तत्वों ने उन्हें रोक लिया और कहा कि यहां से अपना बोरी बिस्तर उठाकर कहीं और चले जाओ और यहां पर दोबार नहीं दिखने चाहिए. इन कश्मीरी वैंडर्स ने शिकायत पत्र में बताया कि पुलिस थाना घुमारवीं में उनका पूरा पंजीकरण हुआ है. उन्होंने अपने पहचान पत्र और आवश्यक दस्तावेज भी दिखाए हैं. लेकिन ये शरारती तत्व हमारी बात सुनने को राजी नहीं हुए. ऐसे में इनके खिलाफ कार्रवाई की जाए. साथ ही उनकी सुरक्षा के लिए भी पुख्ता इंतजाम किए जाएं. ताकि उनके साथ कोई अनहोनी घटना घटित नहीं हो सके.
हिमाचल प्रदेश मुस्लिम वेलफेयर एसोसिएशन मोहम्मद रफी ने बताया कि यहां पर हमारे समाज के कुछ लोगों को प्रताड़ित किया गया और इस वजह से एसपी साहब से मिलने आए थे. लेकिन एसपी साहब छुट्टी की वजह से दफ्तर में नहीं मिले हैं. उन्होंने कहा कि कुछ लोगों की तरफ से हमारे लोगों को प्रताड़ित किया गया है. गौरतलब है कि कश्मीर के नेता साजिद लोन ने भी एक्स पोस्ट के जरिये वीडियो शेयर किया था और इस पर पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने सीएम सुक्खू से इस मामले में एक्शन लेने की अपील की थी. एक कश्मीरी ने कहा कि व्यापार मंडल के प्रधान ने उन्हें धमकाया है. वह कहते हैं कि कश्मीर भी हिंदूस्तान का है और आई एम इंडियन.
कांगड़ा में भी हुई थी ऐसी घटना
इससे पहले, कांगड़ा में भी बीते माह ऐसी घटना पेश आई थी. 22 नवंबर को कांगड़ा के आलमपुर इलाके में एक महिला बीडीसी ने मुस्लिम फेरीवाले को गांव में आने से रोक दिया था और साथ ही जय श्री राम का नारा लगाने के लिए कहा था. इस घटना का वीडियो वायरल हुआ था तो फिर पुलिस ने जांच पड़ताल की थी. मामले में महिला बीडीसी सदस्य के खिलाफ केस भी दर्ज किया गया था.
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FIRST PUBLISHED :
December 27, 2024, 14:01 IST