Last Updated:May 06, 2025, 22:25 IST
पहलगाम हमले के बाद मोदी सरकार ने जातिगत जनगणना और ब्रिटेन से BTA के फैसले लिए. जनगणना से आरक्षण और चुनावी रणनीति बदलेगी, BTA से कारोबारियों को लाभ मिलेगा.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. (File Photo)
हाइलाइट्स
मोदी सरकार ने जातिगत जनगणना का फैसला लिया.ब्रिटेन के साथ BTA से भारतीय कारोबारियों को लाभ मिलेगा.BTA से भारत-UK ट्रेड में वृद्धि और नौकरियों के अवसर बढ़ेंगे.पहलगाम आतंकी हमले के बाद एक ओर जहां भारत-पाकिस्तान के बीच युद्ध की साफ आहट सुनाई दे रही है, वहीं नरेंद्र मोदी सरकार ने दो बड़े और ऐतिहासिक फैसले लिए हैं, जो देश के भीतर और बाहर काफी कुछ बदल देंगे. पहला फैसला जातिगत जनगणना (Caste Census) का है, जो देश की सियासत में तूफान लाने वाला है, तो दूसरा ब्रिटेन से BTA (Bilateral Trade Agreement), जो भारतीय कारोबारियों की किस्मत का ताला खोल देगा. इन फैसलों से पीएम मोदी ने साफ कर दिया है कि भारत कभी रुकने वाला नहीं है, चाहें हालात कुछ भी हों.
जातिगत जनगणना की मांग दशकों से हो रही थी. पिछली बार 1931 में ब्रिटिश काल में जातिगत आंकड़े दर्ज किए गए थे. तब से हर जनगणना में सिर्फ एससी-एसटी के आंकड़े गिने जाते हैं. इससे पता चलेगा कि किस जाति के कितने लोग हैं. जातियों के सही आंकड़े आने से चुनावी रणनीति बदलेगी और पार्टियां अलग-अलग जातियों को टारगेट करने की कोशिश करेंगी. लेकिन सबसे बड़ा असर आरक्षण पर होगा. अगर आंकड़ों से पता चला कि कुछ जातियां पिछड़ी होने के बावजूद आरक्षण से दूर हैं, तो सरकार आरक्षण के फॉर्मूले में बदलाव कर सकती है.
दुनिया में बढ़ेगी साख
दूसरा बड़ा फैसला ब्रिटेन के साथ बाइलेटरल ट्रेड एग्रीमेंट का है. 2022 से इस पर बातचीत चल रही थी, अब जाकर दोनों सरकारों में सहमति बन पाई. यह भारत की विदेश नीति और फॉरेन ट्रेड के लिहाज से बड़ा फैसला है. आज के वक्त में जब पूरी दुनिया में विदेश नीति दोस्ती-दुश्मनी ट्रेड से तय हो रही है, इस फैसले का बड़ा असर होने वाला है. BTA से भारत को ब्रिटिश बाजार में कम टैक्स पर एक्सपोर्ट का लाभ मिलेगा. टेक्सटाइल, आईटी और फार्मा सेक्टर में इससे काफी मौके मिलेंगे. साथ ही, ब्रिटेन से आने वाले निवेश को बढ़ावा मिलेगा, खासकर ग्रीन एनर्जी और फाइनेंशियल टेक्नोलॉजी जैसे क्षेत्रों में काफी लाभ होगा. इससे नौकरियों के अवसर पैदा होंगे.
दो फैसले लेकिन असर कितना बड़ा
1. दोनों फैसलों का असर काफी बड़ा होने वाला है. बीटीए से जहां ब्रिटेन और भारत के बीच ट्रेड दोगुना हो सकता है. ब्रिटेन में भारतीय सामान की मांग बढ़ेगी. इससे नौकरियों और निवेश में बढ़ोतरी होगी. भारत के छात्रों और प्रोफेशनल्स को फायदा होगा. सप्लाई चेन में कई चीजों के लिए चीन पर निर्भरता घटेगी. लेकिन सबसे खास बात, ग्लोबल स्तर पर भारत की ताकत बढ़ेगी.
2. जाति जनगणना पूरी हुई तो आरक्षण का मुद्दा उठेगा. जैसे OBC को ज्यादा हिस्सेदारी दी जा सकती है. दलित-पिछड़े वर्गों को नई ताकत मिलेगी. जाति की पहचान को लेकर बहस बढ़ेगी. नीतियां और योजनाएं ज्यादा सटीक बनेंगी, ज्यादा लोगों को लाभ मिलेगा. लेकिन सबसे बड़ा असर उन परिवारों पर होगा, जिन्हें अब तक कई योजनाओं का लाभ नहीं मिलता था.
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