Ocean Historical Story: समंदर का किनारा कितना अच्छा होता है न, मनचाहे व्यक्ति के साथ बैठने का आनंद ही अलग होता है. देशभर में ऐसे कई फेमस बीच हैं जहां पर भारी संख्या में लोग पहुंचते हैं. कहीं-कहीं पर समंदर के किनारे ऊंची-ऊंची बिल्डिंग बनी रहती हैं. जिससे समंदर का नजारा काफी अच्छा लगता है. हालांकि बहुत कम लोगों को पता होगा कि भारत सहित दुनियाभर में कई ऐसे शहर हुआ करते थे जो पूरी तरह से समंदर में समा गए थे. हम जानते हैं ऐसे 3 शहरों के बारे में.
प्राचीन द्वारका
सबसे पहले हम बात करेंगे प्राचीन द्वारका शहर की. ये शहर भारत के गुजरात राज्य के कैंबे खाड़ी में स्थित था. इसका निर्माण पूर्वी हान राजवंश के दौरान किया गया था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक इस शहर में जो भी महल थे उनमें सोने और चांदी का काफी ज्यादा इस्तेमाल किया गया था. ये भी कहा जाता है कि ये शहर गोमती नदी के किनारे बसा था और भगवान कृष्ण के जाने के बाद ये समंदर में समा गया था.
थोनिस-हेराक्लिओन
इसके बाद हम बात करेंगे मिस्र के थोनिस-हेराक्लिओन की, ये एक प्राचीन बंदरगाह शहर था, जिसे यूनानियों के द्वारा हेराक्लिओन कहा जाता था. टॉलेमिक राजवंश के दौरान ये काफी महत्वपूर्ण हुआ करता था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लगभग 1600 साल पहले यह शहर पूरी तरह से समंदर में डूब गया था.
शी चेंग शहर
समंदर में डूबे हुए जिन शहरों की बात कर रहे हैं इसमें चीन के झेजियांग में शी चेंग नाम का एक शहर हुआ करता था. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक ये शहर काफी ज्यादा पुराना था 1959 में ये शहर पानी में डूब गया. एक वक्त तक इस शहर को लायन सिटी के नाम से भी जाना जाता था. बता दें कि इस शहर के खंडहर आज भी पानी के अंदर हैं, जो इसके इतिहास से लोगों को रूबरू कराते हैं.

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