Last Updated:May 08, 2025, 00:22 IST
अभिनेत्री सेलिना जेटली ने अपने दिवंगत पिता कर्नल विक्रम कुमार जेटली का जिक्र करते हुए सेना के शौर्य को सलाम किया. इसी बीच अपने शहीद पिता के शौर्य को भी याद किया है.

हाइलाइट्स
दिवंगत कर्नल की बेटी हैं सेलिना जेटलीअभिनेत्री भारतीय सेना के अदम्य साहस को सराहाजेटली ने सैनिकों के सम्मान पर दिया जोरमुंबई: अभिनेत्री सेलिना जेटली ने अपने दिवंगत पिता कर्नल विक्रम कुमार जेटली का जिक्र करते हुए सेना के शौर्य को सलाम किया. ऑपरेशन सिंदूर की सफलता पर उन्होंने कहा कि देश के बहादूर जाबांज हमारी सुरक्षा के लिए सीमा पर खड़े रहते हैं.
सेलिना ने इंस्टाग्राम पर पोस्ट शेयर करते हुए कैप्शन में लिखा,’कल रात, मैं अपने दिवंगत पिता कर्नल विक्रम कुमार जेटली (एसएम) के बारे में सोच रही थी. उन्हें उनकी टीम टाइगर बुलाती थी. वह 1971 के युद्ध में मात्र 21 वर्ष की उम्र में शामिल हुए थे. इस दौरान वह युद्ध में घायल हो गए थे. उनके पैर गोलियों से घायल हो गए थे, लेकिन इसके बावजूद उनकी हिम्मत में कोई कमी नहीं आई और वह मैदान में डटकर खड़े रहे.
उन्होंने लिखा, ‘मेरे पिता धरती के एक सच्चे सपूत थे. मैं रात में अचानक से उठी और सोशल मीडिया पर ऑपरेशन सिंदूर के बारे में पढ़ा. मुझे आश्चर्य हुआ… वे अभी भी पहरा दे रहे थे? निधन के बाद भी? मुझे नहीं पता… शायद यह सब मेरे दिमाग में चल रहा है.. लेकिन, मैं एक सैनिक की बेटी के रूप में जानती हूं कि शांति की कीमत खून से चुकाई जाती है. एक सैनिक की आत्मा कोई जाति, रंग, नाम और धर्म नहीं जानती. वह हम सबकी रक्षा करता है, फौलाद की तरह.’
सेलिना ने आगे लिखा, ‘अगली बार जब आप किसी सैनिक का अपमान करें, उसके परिवार का मजाक उड़ाएं, धोखा दें तो याद रखें कि वे खड़े हैं सीमा पर और जाग रहे हैं तभी आप सो सकें.’ सेलिना ने आगे बताया, ‘पापा हमेशा कहते थे, अगर आप किसी सैनिक का सम्मान करना चाहते हैं तो ऐसे भारतीय बनिए जो बलिदान देना जानता हो! यह मत भूलिए कि हमारे सशस्त्र बल हमारी शांति और सुरक्षा के लिए खड़े हैं. जय हिंद!’
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों ...और पढ़ें
मैं मोहनी गिरी न्यूज 18 हिंदी में एंटरटेनमेंट टीम (रिजनल सिनेमा) से जुड़ी हूं. इससे पहले नवभारत टाइम्स, जनसत्ता, पत्रिका जैसे संस्थानों में काम कर चुकी हूं. अपने 7 साल से ज्यादा करिएर में में मैंने कई क्षेत्रों ...
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Location :
Noida,Gautam Buddha Nagar,Uttar Pradesh
'वे अभी भी पहरा दे रहे..' ऑपरेशन सिंदूर के बीच इस हीरोइन को याद आए शहीद पिता