Last Updated:December 01, 2025, 10:56 IST
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के दफ्तर में इंडिया ब्लॉक की बैठक हुई. इसमें राहुल गांधी और रामगोपाल यादव सहित कई विपक्षी नेता मौजूद रहे, लेकिन टीएमसी की गैरहाज़िरी सबसे ज्यादा चर्चा में रही. जानें क्या रही वजह...
संसद के शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले इंडिया ब्लॉक की मीटिंग में टीएमसी शामिल नहीं हुई.संसद का शीतकालीन सत्र शुरू होने से ठीक पहले विपक्षी गठबंधन इंडिया ब्लॉक (INDIA Bloc) में दरार साफ नजर आने लगी है. सोमवार सुबह जब कांग्रेस ने अपने सहयोगियों के साथ बैठक बुलाकर साझा रणनीति तैयार करने की कोशिश की, तो तृणमूल कांग्रेस (TMC) बैठक में पहुंची ही नहीं. इससे विपक्षी एकता पर सवाल खड़े हो गए हैं.
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे के संसद भवन परिसर स्थित कार्यालय में सोमवार सुबह इंडिया ब्लॉक फ्लोर लीडर्स की बैठक हुई, जिसमें राहुल गांधी भी मौजूद रहे. समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता रामगोपाल यादव भी इस बैठक में पहुंचे, लेकिन टीएमसी की गैरहाज़िरी सबसे ज्यादा चर्चा में रही.
इंडिया ब्लॉक से क्यों दूर हुई TMC?
पार्टी के सूत्रों ने साफ कहा कि जब कांग्रेस पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव में टीएमसी के खिलाफ लड़ने की तैयारी कर रही है, तो ‘दिल्ली में हर बार उनके साथ मंच साझा करने का क्या मतलब?’ यानी TMC ने संकेत दे दिया है कि बंगाल की राजनीतिक लड़ाई उनकी राष्ट्रीय रणनीति को भी प्रभावित करेगी.
शीतकालीन सत्र पर कांग्रेस का क्या प्लान?
इधर, कांग्रेस ने रविवार देर शाम अपनी संसदीय रणनीति समूह की बैठक कर यह तय किया कि वह शीतकालीन सत्र में राष्ट्रीय सुरक्षा, दिल्ली में हालिया ब्लास्ट, चुनावी रोल (SIR) और वायु प्रदूषण जैसे मुद्दों पर सरकार को कठघरे में खड़ा करेगी. सोनिया गांधी की अध्यक्षता में हुई बैठक में मल्लिकार्जुन खरगे, राहुल गांधी, पी. चिदंबरम सहित कई शीर्ष नेता मौजूद थे.
लेकिन कांग्रेस की यह रणनीति कितनी प्रभावी होगी, यह इस बात पर भी निर्भर करता है कि विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेर पाता है या नहीं. और TMC का बैठक से दूर रहना संकेत देता है कि विपक्ष की संयुक्त आवाज पहले ही दिन कमजोर पड़ सकती है.
कौन से बिल पेश करेगी सरकार?
संसद के इस शीतकालीन सत्र में सरकार 13 बड़े विधेयक पेश करने जा रही है, जिनमें सेंट्रल एक्साइज अमेंडमेंट बिल 2025 और हेल्थ सिक्योरिटी-नेशनल सिक्योरिटी सेस बिल 2025 सबसे महत्वपूर्ण हैं. विपक्ष इन बिलों के अलावा SIR, वायु प्रदूषण और राष्ट्रीय सुरक्षा के मुद्दों पर हंगामा करने की तैयारी में है. लेकिन विपक्षी एकता की पहली परीक्षा में ही इंडिया ब्लॉक बिखरता दिखा. TMC का संकेत साफ है कि जहां उसके क्षेत्रीय हित प्रभावित होंगे, वहां वह ‘एकला चलो’ की नीति अपनाने से पीछे नहीं हटेगी.
शीतकालीन सत्र की शुरुआत से पहले राजनीतिक तापमान बढ़ चुका है, और ऐसा लग रहा है कि आने वाले दिनों में सरकार के साथ-साथ विपक्ष के भीतर की खींचतान भी संसद का माहौल गर्म रखेगी.
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An accomplished digital Journalist with more than 13 years of experience in Journalism. Done Post Graduate in Journalism from Indian Institute of Mass Comunication, Delhi. After Working with PTI, NDTV and Aaj T...और पढ़ें
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New Delhi,Delhi
First Published :
December 01, 2025, 10:55 IST

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