Last Updated:May 03, 2025, 19:33 IST
Bangalore News in Hindi: सउदी अरब के एक युवक के बैंक खाते से बेंगलुरु के एक धन्ना सेठ के खाते में 50 हजार रुपये की रकम आ गई थी. यह सेठ जी बेहद बड़े दिलवाले थे. उन्होंने इस युवक से पहले संपर्क किया और बेंगलुरु...और पढ़ें

सेठ जी ने सउदी के शख्स को मालामाल कर दिया. (AI Picture)
हाइलाइट्स
सउदी के युवक के खाते से धन्ना सेठ को ये रकम मिली थीसेठ जी ने युवक से संपर्क किया और बेंगलुरु में उसके परिवार से मिलेसउदी के युवक के परिवार को उन्होंने मालमान कर दिया.Bangalore News in Hindi: बेंगलोर में एक व्यवसायी के साथ एक अजीबोगरीब घटना हुई. वो अपने घर पर बैठे थे, तभी बैंक की तरफ से मैसेज आया कि खाते में 50 हजार रुपये डाले गए हैं. चिन्मय हेगड़े को कहीं से कोई पैसे आने की उम्मीद नहीं थी, ऐसे में उन्होंने तुरंत बैंक से संपर्क कर पूछा कि यह पैसे डालने वाला शख्स आखिर है कौन? जांच में पता चला कि यह पैसा सउदी अरब में रहने वाले एक युवक के खाते से उनके खाते में भेजे गए. जब बेंगलुरु में चिन्मय हेगड़े इस परिवार के घर रुपये वापस करने पहुंचे तो नजारा देख. उनके होश उड़ गए. हेगड़े ने न सिर्फ रुपये लौटाए बल्कि परिवार में एक बच्ची की पढ़ाई का जिम्मा उठाने का भी निर्णय लिया. इस साल बच्ची ने 10वीं क्लास में 97 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं.
प्लीज पैसे लौटा दीजिए
हेगड़े ने इस घटना को एक्स पर शेयर किया. उन्होंने बताया कि दो साल पहले वो इस लड़की के परिवार से एक गलत ट्रांजेक्शन के चलते संपर्क में आए थे. बैंकिंग एरर के कारण इंटरनेशनल बैंक खाते से 50,000 रुपये उन्हें मिले. बैंक की मदद से वो सऊदी अरब में रहने वाले रिजवान के संपर्क में आए. रिजवान ने रोते हुए उन्हें कहा कि प्लीज पैसे कर दीजिए. मेरी फाइनेंशियल कंडीशन बहुत खराब है. पैसे फैमिली को भेजे गए थे. हेगड़े ने आश्वासन दिया कि वो पैसे लौटा देंगे. वो रिजवान के परिवार से मिलने घर पहुंचे. वहां परिवार की आर्थिक स्थिति देख वो भावुक हो गए. उन्होंने बताया कि घर की हालत देख लग रहा था कि वो किसी भी दिन गिर सकता है. व्हीलचेयर पर बैठे पिता ने कहा कि वो पहले मजदूर थे, लेकिन तीसरी मंजिल से गिरने के बाद अब पैर काम नहीं कर रहे हैं.
अपने सगे भाई से भी पहले मैंने आपको…
पिता ने आगे कहा कि 92 परसेंट से बी कॉम कर चुके बेटे रिजवान ने घर चलाने की जिम्मेदारी उठाई. वो सऊदी चला गया ताकि ठीक से घर का खर्च चल सके. खराब फाइनेंशियल कंडीशन के कारण छोटी बहन को भी सरकारी स्कूल में डालना पड़ा. हेगड़े 50 हजार की जगह 55 हजार उन्हें देकर घर लौट आए. उनकी कहानी जान हेगड़े भावुक हो गए. वो अगले दिन फिर उनके घर गए और आपकी बेटी की पूरी शिक्षा का खर्च उठाने का भरोसा दिया. उन्होंने बेटी के प्राइवेट स्कूल में पढ़ने की पूरी साल की फीस भी पिता को दे दी. अब इस लड़की ने अपनी कक्षा 10वीं बोर्ड परीक्षा में 97% अंक प्राप्त किए हैं. रिजल्ट आने के बाद लड़की के पिता ने हेगड़े को परिणाम के बारे में जानकारी देने के लिए फोन मिलाया. हेगड़े की पोस्ट में आगे बताया कि पिता ने उन्हें कहा कि मेरे सगे भाई से भी पहले मैंने आपको बेटी का रिजल्ट बताने के लिए फोन किया है. तुम मेरे लिए एक सगे भाई की तरह हो.
Location :
Bangalore,Bangalore,Karnataka