Last Updated:June 08, 2025, 21:42 IST
UP Per Capita Income : यूपी सरकार ने प्रदेश की जीडीपी 1 ट्रिलियन डॉलर पहुंचाने का लक्ष्य रखा है, लेकिन वित्त आयोग के हालिया आंकड़े बताते हैं कि प्रदेश अभी प्रति व्यक्ति आय में 32वें पायदान पर है. यूपी में हर...और पढ़ें

यूपी की प्रति व्यक्ति आमदनी सालभर में काफी बढ़ गई है.
हाइलाइट्स
यूपी की प्रति व्यक्ति आय 1,27,695 रुपये हुई.यूपी प्रति व्यक्ति आय में 32वें स्थान पर है.बिहार की प्रति व्यक्ति आय सबसे कम, 66,828 रुपये है.नई दिल्ली. जनसंख्या के मामले में यूपी देश का सबसे बड़ा राज्य है, जहां करीब 24 करोड़ लोग रहते हैं. लेकिन, क्या आपको पता है कि यूपी में प्रति आय कितनी है. प्रदेश का हर नागरिक सालभर में कितने रुपये कमा लेता है. इसका खुलासा खुद वित्त आयोग ने किया है. आयोग ने यह भी बताया कि जनसंख्या अधिक होने की वजह से भले ही यूपी की प्रति व्यक्ति आय कम हो, लेकिन अर्थव्यवस्था और आर्थिक मोर्चे पर यह सबसे सुदृढ़ राज्यों में से एक है.
सोलहवें वित्त आयोग के प्रमुख अरविंद पनगढ़िया ने भी कहा है कि देश में दूसरी सबसे कम प्रति व्यक्ति आय होने के बावजूद उत्तर प्रदेश वित्तीय स्थिति के मामले में भारत के सबसे बेहतर प्रबंधन वाले राज्यों में से एक बनकर उभरा है. आयोग की मानें तो चालू वित्तवर्ष में यूपी की प्रति व्यक्ति आय 1,27,695 लाख रुपये पहुंच सकती है, जो पिछले साल तक 84 हजार रुपये के आसपास थी. इसका मतलब है कि महज सालभर के अंदर यूपी वालों की सालाना कमाई 43 हजार रुपये तक बढ़ सकती है. यूपी की जीडीपी का आकार करीब 22 लाख करोड़ रुपये पहुंच चुका है.
टैक्स वसूली सबसे ज्यादा
अरविंद पनगढ़िया ने कहा कि कुल मिलाकर उत्तर प्रदेश एक अच्छा राज्य है. सकल राज्य घरेलू उत्पाद (जीएसडीपी) के अनुपात में इसका कर संग्रह देश में सबसे अधिक है. वास्तव में, हम चाहेंगे कि अन्य राज्य भी जीएसडीपी के अनुपात में उत्तर प्रदेश की तरह कर संग्रह करने में सक्षम हों. इससे अन्य राज्यों की राजस्व समस्याओं को हल करने में मदद मिलेगी. यूपी ने अपने खर्च को बजट के भीतर रखने और एक स्वस्थ लोन प्रोफाइल बनाए रखने में भी कामयाबी हासिल की है.
राजकोषीय घाटा कंट्रोल में
वित्त आयोग के चेयरमैन ने कहा कि यूपी सरकार ने खर्च को भी अच्छी तरह से डिजाइन किया है और इसे बजट के भीतर रखने में कामयाबी हासिल की है. इस वजह से प्रदेश का राजकोषीय घाटा भी जीडीपी के मुकाबले पूरी तरह कंट्रोल में है. वित्त के मामले में उत्तर प्रदेश को दोहरा लाभ हुआ है. पहला, इसका अपना कर संग्रह अच्छा है और दूसरा कि वित्त आयोग परंपरागत रूप से क्षैतिज हस्तांतरण में कम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्यों को अधिक महत्व देता है.
देश में सबसे कम आय कहां
अगर देश में सबसे कम प्रति व्यक्ति आय वाले राज्यों को देखें तो बिहार इसमें पहले नंबर पर आता है. बिहार की प्रति व्यक्ति आय करीब 66,828 रुपये बताई जाती है, जो देश में सबसे कम है. इसके बाद यूपी का नंबर आता है. वित्त आयोग ने कहा कि गलत प्रबंधन से अच्छे वित्त को भी बर्बाद किया जा सकता है, लेकिन उप्र के मामले में ऐसा नहीं है. इसने अपने वित्त का विवेकपूर्ण प्रबंधन किया है. यूपी का कर्ज-जीडीपी अनुपात भी प्रबंधनीय स्तरों के भीतर है. यह निश्चित रूप से इसके वित्त को थोड़ा अधिक सुविधाजनक बनाता है क्योंकि यदि आपके पास बहुत बड़ा ऋण है, तो आपके खर्च का एक बड़ा हिस्सा उसका ब्याज चुकाने में चला जाता है.
किस राज्य में सबसे ज्यादा कमाई
भारत में सबसे ज्यादा प्रति व्यक्ति आय सिक्किम में है, जहां हर व्यक्ति सालाना करीब 5.88 लाख रुपये कमाता है. इसके बाद दिल्ली का नंबर आता है और गोवा इस मामले में तीसरे पायदान पर है. गोवा में प्रति व्यक्ति आय देश के राष्ट्रीय औसत से भी 3 गुना ज्यादा है. प्रति व्यक्ति आय के मामले में यूपी 32वें स्थान पर तो बिहार 33वें पायदान पर है. जीडीपी के लिहाज से सबसे आगे महाराष्ट्र है, जो करीब 44 लाख करोड़ के साथ यूपी से दोगुना हो चुकी है.
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें
प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्वेस्टमेंट टिप्स, टैक्स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...
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