5th Gen Fighters: दुनिया भर के देश अपनी सैन्य शक्ति को बढ़ाने के लिए तरह-तरह के काम करते रहते हैं. जब भी कहीं पर दुनिया के सबसे शक्तिशाली सैन्य बल की बात होती है तो उसमें अमेरिका चीन की बात जरूर होती है. ये दोनों देश एक दूसरे से आगे निकलने के फिराक में रहते हैं. इसी बीच हम बात करने जा रहे हैं उन देशों के बारे में जिनके पास पांचवी पीढ़ी के लड़ाकू विमानों को संचालित करने की तकनीक है. ये लड़ाकू विमान काफी ज्यादा आधुनिक हैं. आइए जानते हैं इसके बारे में.
F-35 लाइटनिंग II
सबसे पहले हम बात करेंगे F-35 लाइटनिंग II के बारे में, ये अमेरिकी वायुसेना, नौसेना और मरीन कॉर्प्स में अपनी सेवाएं देता है. यह तीन प्रकार का है, F-35A (सामान्य टेकऑफ), F-35B (शॉर्ट टेकऑफ/वर्टिकल लैंडिंग), और F-35C (विमानवाहक पोत वाला), यह उन्नत सेंसर, नेटवर्क सिस्टम और हथियारों से लैस है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक दुनिया भर में सबसे ज्यादा F-35 विमान हैं, इसे कई देश अपने खेमे में शामिल किए हुए हैं.
F-22 रैप्टर
इसके अलावा अमेरिका के पास पांचवी पीढ़ी का लड़ाकू विमान F-22 रैप्टर भी है. साल 2005 में इसका उत्पादन शुरू किया गया था. इसमें स्टील्थ, सुपरक्रूज़ और उन्नत एवियोनिक्स हैं जो दुनिया से काफी ज्यादा अलग है. हालांकि साल 2009 में इसका उत्पादन बंद हो गया, हालांकि अब भी 180 फाइटर जेट सेवा दे रहे हैं. इसकी स्पीड और सेंसर इसे 5वीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान बनाते हैं,.
चेंगदू J-20 माइटी ड्रैगन (चीन)
चीन का J-20 माइटी ड्रैगन PLAAF का पहला पांचवीं पीढ़ी का लड़ाकू विमान है. ये लंबी दूरी के ब्लॅाकेट और हवाई दबदबे के लिए है, 2010 के अंत में सेवा में आया और अब 300 से ज्यादा जेट काम कर रहे हैं. यह चीन की सैन्य शक्ति को काफी ज्यादा मजबूत बनाता है.
सुखोई Su-57 फेलॉन
इन दो देशों के अलावा रूस भी 5वीं पीढ़ी के हथियारों से लैस है. सुखोई Su-57 फेलॉन रूस का पहला पांचवीं पीढ़ी का विमान है, जिसमें स्टील्थ, सुपरक्रूज़ और उन्नत तकनीक है. इसमें अभी भी 20-25 विमान पूरी तरह से सक्रिय हैं. यह रूस को आधुनिक खतरों से बचाता है. रूस इसका और ज्यादा उत्पादन करने में लगा हुआ है.