Last Updated:December 12, 2025, 22:35 IST
बीएसएफ के जवानों ने सीमा पर आतंकियों की साजिश नाकाम कर दी है. (सांकेतिक तस्वीर)जम्मू. सीमा सुरक्षा बल (BSF) ने जम्मू में अंतरराष्ट्रीय सीमा ( Border) पर पाकिस्तान की एक बहुत बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. बीएसएफ के जवानों ने मुस्तैदी दिखाते हुए प्रगवाल सेक्टर से एक संदिग्ध आतंकवादी को गिरफ्तार किया है. यह कामयाबी अचानक नहीं मिली, बल्कि इसके लिए बीएसएफ ने दो दिनों तक एक बड़ा ऑपरेशन चलाया था. शुरुआती जांच और खुफिया जानकारी से पता चला है कि पकड़ा गया यह संदिग्ध जैश-ए-मोहम्मद (JeM) के एक बड़े ग्रुप को भारत में घुसपैठ कराने की फिराक में था.
सुरक्षा एजेंसियों के लिए यह एक बड़ी राहत की खबर है, क्योंकि अगर यह घुसपैठ सफल हो जाती तो जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा के लिए बड़ा खतरा पैदा हो सकता था. बीएसएफ को यह भी शक है कि इस संदिग्ध का कनेक्शन चीनी हथियारों (China-made weapon) से हो सकता है. फिलहाल पूरे इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा है.
दो दिन तक चला बीएसएफ का स्पेशल ऑपरेशन
बीएसएफ को खुफिया सूत्रों से इनपुट मिले थे कि जम्मू जिले के प्रगवाल सेक्टर में सीमा पार से कुछ हलचल हो रही है. इसके बाद जवानों ने अपना जाल बिछाया. यह ऑपरेशन करीब दो दिनों तक चला. जवानों ने दिन-रात कड़ी निगरानी रखी और आखिरकार संदिग्ध को दबोच लिया. यह गिरफ्तारी ऐसे समय में हुई है जब कोहरे और सर्दी की आड़ में पाकिस्तान की ओर से घुसपैठ की कोशिशें बढ़ जाती हैं. प्रगवाल सेक्टर हमेशा से ही घुसपैठ के लिहाज से संवेदनशील माना जाता है, इसलिए यहां बीएसएफ एक्स्ट्रा अलर्ट मोड पर रहती है.
जैश के आतंकियों की घुसपैठ और चीनी हथियार
पूछताछ और जांच में यह बात सामने आ रही है कि गिरफ्तार संदिग्ध का काम जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों को सुरक्षित रास्ता (Guide) देना था. वह जैश के एक बड़े ग्रुप को भारतीय सीमा में दाखिल कराने की प्लानिंग कर रहा था. सबसे ज्यादा चिंताजनक बात यह है कि सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि इस संदिग्ध के पास या इसके ग्रुप के पास चीन में बने हथियार (China-made weapon) हो सकते हैं. अगर ये हथियार घाटी में पहुंच जाते तो यह सुरक्षा बलों के लिए बड़ी चुनौती होती. फिलहाल बीएसएफ ने प्रगवाल इलाके में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन लॉन्च कर दिया है ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि कोई और संदिग्ध या हथियार वहां छिपा न हो.
ISI की पुराने कमांडर्स को भेजने की साजिश
इस गिरफ्तारी के तार पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI की नई रणनीति से भी जुड़ते नजर आ रहे हैं. सुरक्षा एजेंसियों को शक है कि ISI अब उन पुराने कश्मीरी आतंकी कमांडर्स को वापस भेजने की कोशिश कर रही है, जो कई साल पहले सीमा पार करके पाकिस्तान चले गए थे. इनका इस्तेमाल अब दोबारा जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद को जिंदा करने के लिए किया जा सकता है. गौरतलब है कि कुछ दिन पहले ही आईजी बीएसएफ ने भी चेतावनी दी थी कि पाकिस्तानी सीमा में आतंकी लॉन्च पैड (Launch pads) फिर से एक्टिव हो गए हैं. इसी खतरे को देखते हुए बॉर्डर पर चौकसी कई गुना बढ़ा दी गई है.
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राकेश रंजन कुमार को डिजिटल पत्रकारिता में 10 साल से अधिक का अनुभव है. न्यूज़18 के साथ जुड़ने से पहले उन्होंने लाइव हिन्दुस्तान, दैनिक जागरण, ज़ी न्यूज़, जनसत्ता और दैनिक भास्कर में काम किया है. वर्तमान में वह h...और पढ़ें
Location :
Jammu and Kashmir
First Published :
December 12, 2025, 22:35 IST

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