Last Updated:August 12, 2025, 11:45 IST
नई दिल्ली. राजधानी ट्रेन सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक ट्रेनों में से एक मानी जाती है. स्पीड अधिक होने की वजह से अपने गंतव्य तक कम समय में पहुंचती है. लेकिन हाल ही में इस इस ट्रेन में ऐसा कुछ हुआ की जिसकी आसपास बैठे लोगों को उम्मीद नहीं थीं.

<br />नई दिल्ली. राजधानी ट्रेन सबसे सुरक्षित और सुविधाजनक ट्रेनों में से एक मानी जाती है. स्पीड अधिक होने की वजह से अपने गंतव्य तक कम समय में पहुंचती है. लेकिन हाल ही में इस इस ट्रेन में ऐसा कुछ हुआ की जिसकी आसपास बैठे लोगों को उम्मीद नहीं थीं.

<br />हावड़ा से नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस शानदार सफर, एसी कोच में बेहतरीन सेवा के लिए खास है. दिल्ली जाने वाली यह सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनों में से एक है. इसलिए इस ट्रेन में आक्यूपेंसी रेट खूब रहता है.

ट्रेन नंबर 12301 हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस में यात्री सामान्य दिनों की तरह सफर कर रहे थे. ट्रेन के सेकंड एसी के ए-1 और ए-2 कोच में यात्री अपनी-अपनी सीट पर बैठे थे. उन्होंने अपने ट्रॉली, बैग व अन्य सामान सीट के नीचे रख दिए.

सफर के दौरान अचानक एसी कोच में आरपीएफ-सीआईबी की टीम आ धमकी. अचानक वर्दी वाले जवानों के पहुंचने पर कोच में कुछ यात्री डर गए. उसी दौरान लेकिन एक यात्री को एसी में पसीना छूट रहा था. आरपीएफ-सीआईबी की टीम के जवान उसकी सीट के सामने जाकर खड़े गए.

<br />टीम ने युवक की तलाशी लेनी शुरू की, उसके बैग और ब्रीफकेस खोलकर तलाशी ली. सामान खुलते ही यात्रियों के होश उड़ गए. उसके सामान से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ गाजा निकला.

टीम ने युवक की तलाशी लेनी शुरू की, उसके बैग और ब्रीफकेस खोलकर तलाशी ली. सामान खुलते ही यात्रियों के होश उड़ गए. उसके सामान से बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ गाजा निकला.

<br />उस दिन केवल एक ही मामला नहीं था. उसी ट्रेन में दो और लोग यात्रा कर रहे थे, टीम ने इनके सामान की तलाशी ली इसके पास से भी गांजा बरामद हुआ. आरपीएफ के अनुसार मादक पदार्थ की बाजार कीमत 6 लाख रुपये से अधिक आंकी गयी.

<br />पूछताछ के दौरान आरोपयिों ने बताया कि ओडिशा के अंगुल में रहने वाले संजय ने उन्हें तीन ट्रॉली बैग दिए थे. वे हावड़ा-नई दिल्ली राजधानी एक्सप्रेस से प्रयागराज जा रहे थे. जहां रामकुमार नाम के व्यक्ति को बैग देने देने थे, जिसके बदले में उन्हें पैसे मिलने थे. तीनों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है.

तस्करी में पकड़े गए तीनों युवक 18 से 24 साल के बीच के हैं. इनमें नालंदा के सौरभ कुमार, सिवान के अखिलेश मोहन और पानीपत हरियाणा के रंजीत कुमार शामिल हैं.