हाथों से दिव्यांग, जेल की 25ft दीवार फांदकर भाग निकला कैदी; कैमरे के सामने...

1 week ago

Last Updated:July 25, 2025, 12:10 IST

Kerala News: कन्नूर जेल से फरार हुए रेप-मर्डर केस के दोषी गोविंदचामी को पुलिस ने महज 10 घंटे में एक कुएं से जिंदा बाहर निकालकर गिरफ्तार कर लिया. हाथों से विकलांग गोविंदचामी 25 फीट ऊंची दीवार फांद कर जेल से भाग ...और पढ़ें

हाथों से दिव्यांग, जेल की 25ft दीवार फांदकर भाग निकला कैदी; कैमरे के सामने...पुलिस ने 10 घंटे के अंदर दोषी को दोबारा गिरफ्तार कर लिया.

हाइलाइट्स

विकलांग गोविंदचामी जेल से फरार होकर एक सुनसान इमारत में छिपा था.पुलिस ने सूचना पाकर उसे कुएं से बाहर जिंदा निकाला.लाइव कैमरे के सामने पुलिस ने उसे 10 घंटे के अंदर गिरफ्तारी किया.

केरल के कन्नूर जिले से एक ऐसी खबर आई है जो किसी फिल्म की कहानी जैसी लगती है, लेकिन ये सच्ची घटना है. 2011 के एक चर्चित रेप और मर्डर केस में उम्रकैद की सजा काट रहा कैदी गोविंदचामी बुधवार की सुबह कन्नूर सेंट्रल जेल से भाग गया. उसके फरार होने की खबर फैलते ही पूरे इलाके में हड़कंप मच गया. पुलिस, जेल प्रशासन और आम लोगों ने मिलकर उसे तलाशना शुरू किया और सिर्फ 10 घंटे में फिर से पकड़ लिया गया. लेकिन इसे पकड़ने का तरीका भी उतना ही हैरान करने वाला था. उसे पुलिस ने एक कुएं से जिंदा बाहर निकाला.

सुबह-सुबह पता चला, कैदी भाग चुका है
घटना बुधवार सुबह करीब 4 बजे की है, जब जेल में कैदियों की गिनती की जा रही थी. तभी जेल स्टाफ को पता चला कि गोविंदचामी नाम का कैदी अपनी जगह पर नहीं है. जैसे ही ये बात सामने आई, जेल अधिकारियों के होश उड़ गए. जानकारी के मुताबिक, गोविंदचामी ने कम्बलों का सहारा लेकर जेल की दीवार फांदी. जिस वक्त वह भागा, उस समय जेल की बिजली बंद थी और इलेक्ट्रिक फेंसिंग भी काम नहीं कर रही थी. यानी जेल की सुरक्षा व्यवस्था में भारी चूक हुई थी.

इतना ही नहीं, गोविंदचामी एक हाथ से विकलांग है. उसका एक हाथ पहले से कटा हुआ है, फिर भी उसने अकेले जेल की दीवार पार कर ली, जो अपने आप में एक चौंकाने वाली बात है.

पहचान छुपाने की कोशिश
गोविंदचामी जब जेल से भागा, तो उसने जेल की वर्दी नहीं पहनी थी. वह आम कपड़ों में था और अपने कटे हुए हाथ को पैंट की जेब में छिपाकर चल रहा था, ताकि कोई उसे पहचान न सके. लेकिन उसकी चालाकी ज्यादा देर नहीं चली. आसपास के लोगों और CCTV कैमरों की नजरों से वह बच नहीं पाया.

स्थानीय लोगों की सतर्कता से मिला बड़ा सुराग
जेल से फरारी के कुछ ही घंटों बाद, कुछ स्थानीय लोगों ने पुलिस को जानकारी दी कि उन्होंने एक संदिग्ध शख्स को एक सुनसान इमारत के पास देखा है. जब पुलिस उस जगह पर पहुंची और तलाशी शुरू की, तो गोविंदचामी वहां से भागने लगा. भागते-भागते वह पास के एक पुराने कुएं में कूद गया, शायद उसे लगा कि पुलिस उसे पकड़ नहीं पाएगी.

मीडिया के कैमरे के सामने हुआ रेस्क्यू ऑपरेशन
पुलिस ने बिना देर किए कुएं के पास कार्रवाई शुरू कर दी. कई मीडिया चैनल उस समय वहां मौजूद थे और कैमरे लाइव चल रहे थे. सबके सामने पुलिस ने गोविंदचामी को कुएं से बाहर निकाला. एक हाथ से विकलांग यह अपराधी जब पानी से गीला होकर बाहर निकाला गया, तब तक वह थक चुका था और भागने की हालत में नहीं था. पुलिस ने बहुत ही तेजी से काम करते हुए 10 घंटे के अंदर उसे पकड़ लिया

कौन है गोविंदचामी और क्यों है इतना बदनाम
गोविंदचामी तमिलनाडु का रहने वाला है और पहले भी आठ मामलों में सजा काट चुका है. लेकिन सबसे बड़ा मामला 2011 में हुआ, जब उसने सौम्या नाम की एक 23 साल की लड़की के साथ चलती ट्रेन में रेप किया और फिर उसे ट्रेन से नीचे फेंक दिया. सौम्या को बुरी हालत में रेलवे ट्रैक के पास पाया गया और कुछ दिनों बाद उसकी मौत हो गई. इस केस ने पूरे देश को हिला कर रख दिया था.

कोर्ट ने क्या सजा सुनाई थी?
इस मामले में 2012 में फास्ट ट्रैक कोर्ट ने गोविंदचामी को मौत की सजा दी थी. कोर्ट ने कहा था कि अपराध इतना घिनौना है कि इसे माफ नहीं किया जा सकता. 2013 में हाई कोर्ट ने भी इस फैसले को सही बताया. लेकिन जब मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा, तो वहां 2016 में उसकी फांसी की सजा को उम्रकैद में बदल दिया गया और हत्या का आरोप हटा दिया गया.

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