Last Updated:June 09, 2025, 10:42 IST
#11YearsOfSeva: प्रधानमंत्री मोदी के तीसरे कार्यकाल के पहले साल में ऑपरेशन सिंदूर, वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 और वैश्विक मंच पर भारत की साख ने देश को विकसित भारत की दिशा में मजबूती से अग्रसर किया.

ऑपरेशन सिंदूर ने पीएम मोदी की आतंकवाद के खिलाफ कड़ी नीति को रेखांकित किया है.
हाइलाइट्स
ऑपरेशन सिंदूर में 9 आतंकी ठिकाने नष्ट किए गए.वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 पारित हुआ.भारत की वैश्विक साख में वृद्धि हुई.#11YearsOfSeva: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में तीसरे कार्यकाल का पहला साल (जून 2024-जून 2025) भारत के लिए रणनीतिक, सामाजिक और वैश्विक क्षेत्रों में ऐतिहासिक उपलब्धियों से भरा रहा. ऑपरेशन सिंदूर, वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 और वैश्विक मंच पर भारत की बढ़ती साख ने इस अवधि को परिभाषित किया. इसने देश को विकसित भारत के पथ पर और मजबूती से अग्रसर किया.
ऑपरेशन सिंदूर: 7 मई 2025 को शुरू हुआ ऑपरेशन सिंदूर, 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए आतंकी हमले का जवाब था. इस आंतकी हमले में 26 लोगों की जान गई थी. इस ऑपरेशन में भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाक-अधिकृत कश्मीर (PoK) में नौ आतंकी ठिकानों को 23 मिनट में नष्ट किया, जिसमें 100 से अधिक आतंकवादी मारे गए. स्वदेशी ब्रह्मोस मिसाइलों और आकाश वायु रक्षा प्रणाली का उपयोग इस ऑपरेशन की तकनीकी श्रेष्ठता का प्रतीक था.
भारत ने गैर-सैन्य कदम के रूप में सिंधु जल संधि को निलंबित कर पाकिस्तान की जल-निर्भर अर्थव्यवस्था पर दबाव बढ़ाया. प्रधानमंत्री मोदी ने इसे ‘आतंकवाद के खिलाफ नई नीति’ बताया, जिसमें आतंकियों और उनके प्रायोजकों को एक समान माना गया. इस ऑपरेशन ने भारत की सैन्य शक्ति और कूटनीतिक दृढ़ता को विश्व स्तर पर प्रदर्शित किया.
वक्फ सुधार: वक्फ (संशोधन) विधेयक 2024 का पारित होना सरकार की एक और बड़ी उपलब्धि रही. भारत में वक्फ बोर्ड के पास 8.7 लाख संपत्तियां हैं. यह सशस्त्र बलों और रेलवे के बाद संपत्ति के मामले में तीसरा सबसे बड़ी संस्था है. इनके कुप्रबंधन, अतिक्रमण और भ्रष्टाचार की शिकायतें लंबे समय से थीं. नए कानून ने डिजिटल रिकॉर्ड्स, नियमित ऑडिट और पंजीकरण प्रक्रिया को अनिवार्य किया गया है. इससे अवैध कब्जों पर रोक लगेगी और संपत्तियों का उपयोग धर्मार्थ कार्यों के लिए सुनिश्चित होगा. राइजिंग भारत शिखर सम्मेलन 2025 में मोदी ने इसे सामाजिक न्याय का कदम बताया, खासकर पसमांदा मुस्लिमों, महिलाओं और बच्चों के लिए.
वैश्विक सम्मान: ऑपरेशन सिंदूर ने भारत की ‘आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता’ की नीति को मजबूत किया. इसकी सटीकता और संयम ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से व्यापक प्रशंसा प्राप्त की. विपक्षी नेता शशी थरूर ने भी इसकी रणनीति की सराहना की. सात सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने संयुक्त राष्ट्र और यूरोपीय संघ जैसे मंचों पर भारत का पक्ष रखा, जिसने वैश्विक कूटनीति में भारत की स्थिति को और सशक्त किया. भारत ने ‘ग्लोबल साउथ’ की आवाज के रूप में अपनी भूमिका को मजबूत किया, जिससे इसे एक जिम्मेदार वैश्विक शक्ति के रूप में मान्यता मिली.
आर्थिक और सामाजिक प्रगति: सरकार ने ‘मेक इन इंडिया’ के तहत रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता को बढ़ावा दिया, जैसा कि ऑपरेशन सिंदूर में स्वदेशी हथियारों के उपयोग से स्पष्ट है. ‘टेक्नोलॉजिकल संप्रभुता’ पर जोर देते हुए, स्वदेशी प्रौद्योगिकियों के विकास को प्राथमिकता दी गई. सामाजिक स्तर पर, वक्फ सुधार ने पारदर्शिता और समावेशिता को बढ़ाया, जिससे सामुदायिक विकास को गति मिली.
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...और पढ़ें
न्यूज18 हिंदी में बतौर एसोसिएट एडिटर कार्यरत. मीडिया में करीब दो दशक का अनुभव. दैनिक भास्कर, दैनिक जागरण, आईएएनएस, बीबीसी, अमर उजाला, जी समूह सहित कई अन्य संस्थानों में कार्य करने का मौका मिला. माखनलाल यूनिवर्स...
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