Last Updated:June 14, 2025, 19:26 IST
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद पीड़ित परिवारों को राहत देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. 11 शवों का डीएनए मिलान हो चुका है और शव सौंपने का सिलसिला जारी है. प्रशासन ने 230 टीमें बनाई हैं.

अहमदाबाद प्लेन क्रैश के बाद DNA मिलान के बाद शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. (Image:PTI)
हाइलाइट्स
अहमदाबाद विमान हादसे के बाद शव सौंपने की प्रक्रिया शुरू हुई.11 शवों का डीएनए मिलान हो चुका है, एक शव सौंपा गया.230 टीमें पीड़ित परिवारों से संपर्क कर रही हैं.अहमदाबाद. अहमदाबाद में हाल ही में हुए दुखद विमान हादसे के बाद अब पीड़ित परिवारों को राहत देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है. दुर्घटना में मारे गए लोगों की पहचान के लिए डीएनए मिलान प्रक्रिया पूरी की जा रही है और अब शवों को परिजनों को सौंपने का सिलसिला शुरू हो गया है.
11 शवों का डीएनए मैच हो चुका है
अधिकारियों के अनुसार, अब तक 11 लोगों के डीएनए रिपोर्ट्स का मिलान हो चुका है. इनमें से एक शव को परिजनों को सौंप दिया गया है, जबकि आज देर रात तक दो और शवों को सौंपे जाने की योजना है. प्रशासन का कहना है कि वे इस प्रक्रिया को तेजी से लेकिन सावधानीपूर्वक पूरा करना चाहते हैं ताकि कोई गलती न हो.
शव सौंपने के लिए सिस्टम तैयार
परिवारों को किसी भी तरह की परेशानी न हो, इसके लिए एक सुनियोजित सिस्टम तैयार किया गया है. गुजरात प्रशासन ने 230 टीमें बनाई हैं, जो पीड़ितों के परिवारों से संपर्क कर रही हैं और उन्हें आगे की प्रक्रिया के बारे में जानकारी दे रही हैं. इन टीमों ने अब तक ज्यादातर परिवारों से संपर्क कर लिया है और उन्हें शव की पहचान, दस्तावेज़ प्रक्रिया और शव को ले जाने की जानकारी दी जा रही है.
दस्तावेज़ों की जरूरत
शव को सौंपने के लिए निम्नलिखित प्रमुख दस्तावेजों की आवश्यकता होगी:
मृतक की पहचान से जुड़े दस्तावेज (जैसे आधार कार्ड/पासपोर्ट).
परिवार के सदस्य की पहचान और रिश्ते का प्रमाण.
पुलिस की अनुमति और मृत्यु प्रमाण पत्र.
डीएनए रिपोर्ट की पुष्टि.
ब्रिटिश नागरिक दो दिन में पहुंचेंगे
हादसे में शामिल कुछ पीड़ित ब्रिटेन के नागरिक थे. जानकारी के अनुसार, अगले दो दिनों में ब्रिटेन से पीड़ित परिवार भारत पहुंचने लगेंगे, ताकि वे अपने परिजनों का अंतिम संस्कार कर सकें या शव को अपने देश ले जा सकें.
इकलौता जीवित व्यक्ति जल्द हो सकता है डिस्चार्ज
हादसे में एकमात्र जीवित बचा व्यक्ति अब ठीक हो रहा है. डॉक्टरों का कहना है कि उसे अगले 2 से 3 दिनों में अस्पताल से छुट्टी दी जा सकती है. उसकी देखरेख विशेष निगरानी में की जा रही है और मानसिक परामर्श भी दिया जा रहा है.
सरकार और प्रशासन सतर्क
राज्य सरकार और स्थानीय प्रशासन इस पूरी प्रक्रिया में संवेदनशीलता और सतर्कता से काम कर रहे हैं. अधिकारियों ने स्पष्ट किया है कि हर शव को सुनिश्चित डीएनए मिलान के बाद ही हैंडओवर किया जाएगा, ताकि किसी भी प्रकार की गलती न हो. यह हादसा पूरे देश के लिए एक भावनात्मक झटका था, लेकिन अब प्रशासन की कोशिश है कि परिवारों को जल्द से जल्द और सम्मानपूर्वक अंतिम संस्कार की प्रक्रिया में मदद मिल सके.
Rakesh Singh is a chief sub editor with 14 years of experience in media and publication. affairs, Politics and agriculture are area of Interest. Many articles written by Rakesh Singh published in ...और पढ़ें
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Location :
Gandhinagar,Gujarat