Last Updated:July 18, 2025, 12:10 IST
कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के एक पोस्ट को एक्स पर मेटा ने ऑटो ट्रांसलेशन में 'दिवंगत' करार दिया. इससे राजनीतिक भूचाल खड़ा हो गया है. सीएम ने टेक कंपनी को इसे सुधारने की नसीहत दी. मेटा को लेटर लिखकर ऑटो ...और पढ़ें

कर्नाटक के सीएम को एआई ने बताया स्वर्गीय
बेंगलुरु: सोशल मीडिया दिग्गज मेटा (Meta) की एक छोटी भूल ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को ‘दिवंगत’ यानी कि मृत करार दिया. दरअसल, मेटा ने उनके कन्नड़ में लिखे एक पोस्ट अंग्रेजी में ट्रांसलेशन करते हुए ऐसा किया. उनके शोक संदेश का मेटा ने ट्रांसलेट किया और उसमें मुख्यमंत्री सिद्धारमैया को ‘स्वर्गीय मुख्यमंत्री’ बता दिया. दरअसल, मुख्यमंत्री ने सीनियर अभिनेत्री बी सरोजादेवी के निधन पर कर्नाटक मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) की ओर से फेसबुक और इंस्टाग्राम पर पोस्ट किया गया था.
कन्नड़ में लिखे गए इस शोक संदेश का अंग्रेज़ी में अनुवाद करते हुए मेटा की ऑटो-ट्रांसलेशन सर्विस ने लिखा, ‘मुख्यमंत्री सिद्धारमैया का कल निधन हो गया, बहुभाषी स्टार और वरिष्ठ अभिनेत्री बी. सरोजादेवी के पार्थिव शरीर का दर्शन किया और अंतिम श्रद्धांजलि दी.’ इस गलती से आहत होकर मुख्यमंत्री सिद्धारमैया ने एक्स (पूर्व ट्विटर) पर नाराज़गी जताई.
यूजर्स को गुमराह करने जैसा
सिद्धारमैया ने एक्स पर लिखा, ‘मेटा प्लेटफॉर्म्स पर कन्नड़ कंटेंट का गलत अनुवाद कर रहे हैं. यूज़र्स को गुमराह किया जा रहा है. यह बेहद खतरनाक है, खासकर जब बात सरकारी संवाद की हो. मेरी मीडिया टीम ने इस पर मेटा को आधिकारिक रूप से शिकायत भेजी है. सोशल मीडिया कंपनियों को जिम्मेदारी से काम करना चाहिए.‘
ओरिजिनल-ट्रांसलेटेड कंटेंट में फर्क करना मुश्किल
सिद्धारमैया ने आगे लिखा कि मेटा के इस लापरवाह रवैये से लोगों में भ्रम की स्थिति बन सकती है. इससे जनविश्वास को भी नुकसान पहुंच सकता है. उन्होंने चेताया कि कई लोग यह नहीं समझ पाते कि जो वे पढ़ रहे हैं वह ऑटो-ट्रांसलेटेड कंटेंट है, न कि ओरिजिनल मैसेज.‘
सर्विस सस्पेंड करने की मांग
मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) ने मेटा को भेजे मेल में तुरंत कार्रवाई की मांग करते हुए कहा है कि जब तक मेटा की कन्नड़ ऑटो-ट्रांसलेशन सेवा सुधारी नहीं जाती, तब तक उसे सस्पेंड किया जाए. साथ ही CMO ने यह भी आग्रह किया है कि मेटा को कन्नड़ भाषा के विशेषज्ञों और पेशेवरों के साथ मिलकर अपने टूल की भाषाई सटीकता को बेहतर बनाना चाहिए.
लेटर में क्या है?
मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार के. वी. प्रभाकर ने मेटा को भेजे लेटर में लिखा, ‘हमने देखा है कि कन्नड़ से अंग्रेजी में किया गया ऑटो-ट्रांसलेशन कई बार गलत और भ्रामक होता है. यह समस्या उस वक्त और गंभीर हो जाती है जब बात मुख्यमंत्री या सरकार की ओर से जारी किसी आधिकारिक बयान या मैसेज जारी किया जाता है. ‘ उन्होंने यह भी कहा कि ‘ऐसी गलतफहमी से जनता को भ्रम हो सकता है, विश्वसनीयता पर भी आंच आती है.’
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...और पढ़ें
दीप राज दीपक 2022 में न्यूज़18 से जुड़े. वर्तमान में होम पेज पर कार्यरत. राजनीति और समसामयिक मामलों, सामाजिक, विज्ञान, शोध और वायरल खबरों में रुचि. क्रिकेट और मनोरंजन जगत की खबरों में भी दिलचस्पी. बनारस हिंदू व...
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