Airport Divorce: क्या होता है 'एयरपोर्ट डिवोर्स'? न कोर्ट-कचहरी और न ही पु‌लिस और परिवार की जरूरत, एक झटके में जिंदगी के सभी भसड़ खत्म!

1 hour ago

शादीशुदा जिंदगी में सबसे अधिक झगड़ा किस जगह होता है? तो सबके लिए अलग-अलग जगहें हो सकती हैं, ले‌किन इस भागती दुनिया में एयरपोर्ट पर खूब झगडे होते हैं,  यह हम नहीं कह रहे हैं, रिपोर्ट बताती है. सोचिए, आप अपने पार्टनर के साथ वेकेशन पर जा रहे हैं. प्लेन का टिकट कन्फर्म, बैग पैक, एक्साइटमेंट बहुत है लेकिन जैसे ही एयरपोर्ट पहुंचते हैं, दिमाम तो पहले पहले से ही सिक्योरिटी लाइन में धक्कम-धक्का, गेट चेंज करके थक चुका होता है. घंटों पहले पहुंच कर लोग बोर होने लगते हैं, इस ट्रिप में कोई पहले पहुंच जाता है, कोई अंतिम टाइम में पहुंचता है. किसी को खाना-पीना और मौज करना है. कोई थका है तो उसे आराम करना है, और यही शुरू से होती है लड़ाई. बस, छोटी-मोटी बात पर झगड़ा. कई जोड़े तो यहीं से वेकेशन खराब कर लेते हैं. लेकिन इसी के लिए अब एक मजेदार सॉल्यूशन आया है- एयरपोर्ट डिवोर्स'. ये सुनने में डरावना लगे, लेकिन ये ब्रेकअप नहीं, बल्कि रिश्ते बचाने का सीक्रेट है. आइए जानते हैं एयरपोर्ट डिवोर्स की कहानी.

क्या है एयरपोर्ट डिवोर्स?
सीएनएन में छपी रिपोर्ट के मुताबिक, एयरपोर्ट जाना कई कपल्स के लिए झगड़े का सबब बन जाता है. एक पार्टनर चार घंटे पहले पहुंचकर लाउंज में चिल करता है, तो दूसरा ड्यूटी फ्री शॉपिंग और कॉकटेल एंजॉय करना चाहता है. ऐसे में क्या करें? ब्रिटिश ट्रैवल जर्नलिस्ट हू ओलिवर ने इसका मजेदार सॉल्यूशन निकाला है 'एयरपोर्ट डिवोर्स'!. ये कोई असली तलाक नहीं, बल्कि एयरपोर्ट पर थोड़ी देर के लिए अलग हो जाना है. सिक्योरिटी चेक के बाद हर कोई अपनी-अपनी मस्ती करे, कुछ बीयर पिएं, कुछ परफ्यूम ट्राई करें, कोई डिपार्चर स्क्रीन पर नजर रखे. फिर बोर्डिंग टाइम पर प्लेन में मिल लें. 

एयरपोर्ट डिवोर्स से क्या है फायदा?
ओलिवर कहते हैं, "ये समझौता हमारे रिश्ते को और मजबूत बना रहा है और वेकेशन की खुशीशाली शुरुआत देता है."CNN की रिपोर्ट के मुताबिक, ओलिवर ने अपनी फियांसे के साथ ये ट्रिक आजमाई."हम सिक्योरिटी साथ पार करते हैं, फिर अलग हो जाते हैं. बोर्डिंग पर फिर मिलते हैं,"  ये आइडिया इतना पॉपुलर हो गया कि AFAR मैगजीन ने इसे 'ट्रैवल हैप्पीनेस का सीक्रेट' बताया है. एक्सपर्ट्स मानते हैं कि एयरपोर्ट पर स्ट्रेस बढ़ जाता है. एक 2023 ब्रिटिश एयरवेज सर्वे में 54% लोगों ने कहा कि वहां उनकी पर्सनैलिटी चेंज हो जाती है. ऐसे में अलग रहना झगड़ों से बचाता है.

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असली तलाक vs एयरपोर्ट डिवोर्स में क्या है अंतर?
असली तलाक मतलब कोर्ट-कचहरी, वकील की फीस, महीनों का तनाव, कागजों का ढेर और जिंदगी भर का दर्द. एक रिश्ता खत्म, दो दिल टूटे. लेकिन एयरपोर्ट डिवोर्स? ये तो बस 2-3 घंटे का मजेदार ब्रेक है. सिक्योरिटी चेक के बाद पार्टनर से मुस्कुराकर अलविदा लेते हुए कहना कि जाओ, अपनी मर्जी से घूमें. कोई शॉपिंग, कोई खाना, कोई चुपचाप काम करें. गेट पर मिलो, प्लेन में फिर प्यार. ब्रिटिश जर्नलिस्ट ह्यू ओलिवर ने 2025 में संडे टाइम्स में इसे “खुश रिश्ते का सीक्रेट” बताया. तो आप कब ट्राई कर रहे हैं  एयरपोर्ट डिवोर्स?

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