Bangladesh News: बांग्लादेश में एक साल में उतर गया 'क्रांति' का नशा, गद्दी पाने के लिए अब राष्ट्रपति को हटाएंगे नाहिद इस्लाम!

5 hours ago

Nahid Islam will protest against Bangladeshi President: नेशनल सिटीजन पार्टी (एनसीपी) के कार्यकर्ता गुरुवार को बांग्लादेश के राष्ट्रपति मोहम्मद शहाबुद्दीन के इस्तीफे की मांग को लेकर उनके ढाका स्थित आधिकारिक आवास बंगा भवन पर बड़ा विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रहे हैं. स्थानीय मीडिया ने बताया कि एनसीपी के प्रदर्शनकारी पुलिस और सेना की घेराबंदी को धता बताते हुए बंग भवन पर कब्जा करने की योजना बना रहे हैं. 

रैली में हथियारबंद लोग लाने की योजना

खुफिया अधिकारियों को डर है कि यह विरोध-प्रदर्शन हिंसक हो सकता है क्योंकि धारदार हथियार, ग्रेनेड और यहां तक ​​कि बम लेकर चलने वाले लोग महिला नेताओं के पीछे छिप सकते हैं जो रैली में सबसे आगे रहने की योजना बना रही हैं. उन्होंने कहा कि खुलासा हुआ है कि किराए के लोग रैली का मुख्य आधार बनेंगे और उन्हें 1350-1500 टका देने का वादा किया गया है. पहले से ही एक हजार से अधिक किराए के हिंसा करने वाले व्यक्तियों ने विरोध रैली का हिस्सा बनने की इच्छा व्यक्त की है.

होगी तीसरे मोर्चे के गठन की घोषणा

नाम न बताने की शर्त पर एक अधिकारी ने कहा, "इस संबंध में, बंग भवन पर कब्जा करने और अंतरिम प्रशासन और बांग्लादेश सेना पर दबाव बनाने के लिए रैली के दौरान 'सड़कों पर ध्यान भटकाने' और 'शोर मचाने' के लिए मोहम्मदपुर गिरोह और किशोर गिरोह के नेताओं से संपर्क किया गया है." सूत्रों ने खुलासा किया कि विरोध मार्च के तुरंत बाद, बांग्लादेश के राष्ट्रपति के इस्तीफे की मांग करने वाले एक रिकॉर्ड किए गए संदेश के साथ 'तीसरे मोर्चे' के गठन की घोषणा की जाएगी. सोशल मीडिया हैंडल राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय ध्यान और सहानुभूति प्राप्त करने के लिए लोगों की टिप्पणियां एकत्र करने के लिए पोस्ट और कनेक्ट करेंगे.

नाहिद इस्लाम कर रहा है अगुवाई

दिलचस्प यह है कि पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने के लिए तथाकथित 'भेदभाव विरोधी छात्र आंदोलन' का नेतृत्व करने वाले नाहिद इस्लाम एनसीपी के संयोजक हैं. हाल तक वह अंतरिम सरकार में सूचना-प्रसारण और डाक, दूरसंचार तथा आईटी के सलाहकार थे. एक समय अंतरिम सरकार मुख्य सलाहकार मोहम्मद यूनुस के काफी करीबी माने जाने वाले नाहिद ने टिप्पणी की है कि जुलाई के विद्रोह के आदर्शों को बनाए रखने की एनसीपी की बड़ी जिम्मेदारी है.

शुरु हो चुका है हिंसक सत्ता संघर्ष

विश्लेषकों का मानना ​​है कि यूनुस राष्ट्रीय चुनावों में लड़ने के लिए एनसीपी का समर्थन भी कर रहे हैं, जो राष्ट्रीय चुनाव कराने में देरी करने की उनकी रणनीति के पीछे का कारण हो सकता है क्योंकि इससे एनसीपी को तैयारी के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा. उनका मानना ​​है कि शासन परिवर्तन के बाद जो उत्साह था, वह बहुत पहले ही खत्म हो चुका है और हिंसक आंतरिक सत्ता संघर्ष फिर से शुरू हो गया है. 

पद पर बने रहने के लिए यूनुस बेताब

एक अधिकारी ने कहा, "मौजूदा राजनीतिक माहौल पिछले साल अगस्त के माहौल से बिल्कुल अलग है, जब यूनुस को अंतरिम सरकार का नेतृत्व करने के लिए आमंत्रित किया गया था. बांग्लादेश के लोग अब चुनाव की मांग कर रहे हैं, अपने लोकतांत्रिक अधिकारों का प्रयोग करने और एक सहज राजनीतिक परिवर्तन की सुविधा की मांग कर रहे हैं. ऐसा लगता है कि मुख्य सलाहकार अपनी शक्ति के इतने आदी हो गए हैं और अब पद पर बने रहने के लिए बेताब प्रयास कर रहे हैं."

(एजेंसी आईएएनएस)

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