DNA: टैरिफ से बिगड़ जाएगा अमेरिकी नागरिकों का स्वाद, 'कॉफी' पर पड़ेगा भारी असर, क्यों हो रही चर्चा?

9 hours ago

DNA Analysis: कुछ जानकार तो साफ साफ कह रहे हैं कि ट्रंप के टैरिफ का भारत पर बहुत बड़ा असर नहीं होगा लेकिन ट्रंप के टैरिफ से अमेरिकी नागरिकों के मुंह का स्वाद जरूर खराब हो जाएगा. हम ऐसा क्यों कह रहे हैं ये समझने के लिए आपको लोगों को तरोताजा करने वाली कॉफी से जुड़ी एक खबर भी देखनी चाहिए. चीन ने ब्राजील के कॉफी उत्पादकों के लिए एक प्लान तैयार किया है. इस प्लान के तहत ब्राजील का कोई भी कॉफी उत्पादक एक बार परमिट लेकर पांच साल तक चीन को कॉफी सप्लाई कर सकता है. चीन ने ब्राजील की 183 कॉफी कंपनियों को आयात के लिए चुन भी लिया है.

हो सकता है आपके अंदर सवाल उठ रहा हो कि आखिर ट्रंप और ब्राजील की कॉफी के बीच क्या कनेक्शन है. इस सवाल का जवाब है वो 50 प्रतिशत टैरिफ जो ट्रंप ने दुनिया में कॉफी के सबसे बड़े उत्पादक ब्राजील पर लगाया है. जिसकी वजह से अमेरिका में ब्राजील की कॉफी के दाम बढने जा रहे हैं और ब्राजील के कॉफी उत्पादक चीन जैसे दूसरे बाजार तलाश रहे हैं आप जानकर हैरान हो जाएंगे कि जिस कॉफी पर ट्रंप ने 50 प्रतिशत टैरिफ लगा दिया है. उस कॉफी का संबंध अमेरिकी राष्ट्रवाद से भी है. जिसे समझने के लिए आपको अमेरिकी इतिहास का एक किस्सा जरूर जानना चाहिए. 

 ट्रंप ने कॉफी का 'स्वाद' खराब कर दिया!

दुनिया में सबसे ज्यादा कॉफी ब्राजील पैदा करता है...ट्रंप ने ब्राजील पर 50% का टैरिफ लगाया है. ब्राजील की कॉफी अमेरिका में महंगी हो गई @RahulSinhaTV pic.twitter.com/X5gokiq8jj

— Zee News (@ZeeNews) August 7, 2025

17वीं शताब्दी तक अमेरिकी समाज में चाय का ज्यादा प्रचलन था लेकिन 18वीं शताब्दी में अमेरिकी राष्ट्रवादियों ने ब्रिटेन से आने वाले उत्पादों का विरोध शुरु कर दिया था जिसमें चाय भी शामिल थी. वर्ष 1773 में अमेरिका के राष्ट्रवादियों ने एक ब्रिटिश जहाज से चाय के बोरे उठाकर समंदर में फेंक दिए थे. इस घटना को इतिहास में BOSTON TEA PARTY कहा जाता है तभी से चाय का विरोध अमेरिकी राष्ट्रवाद का प्रतीक बन गया और जब अमेरिका को ब्रिटिश राज से स्वतंत्रता मिली..तो आम जीवन में चाय की जगह कॉफी ने ले ली. 

250 सालों से ये कॉफी अमेरिकी राष्ट्रवाद से आगे बढ़कर अमेरिकी जीवन शैली की पहचान बनी हुई है लेकिन ट्रंप का 50 प्रतिशत टैरिफ अमेरिकी नागरिकों को ब्राजील की कॉफी से वंचित कर देगा. कॉफी के साथ ही साथ ट्रंप ने उन सेमीकंडक्टर्स पर भी 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने का ऐलान किया है. जिन्हें कंप्यूटर से लेकर मोबाइल बनाने वाली चिप में इस्तेमाल किया जाता है. ट्रंप ने कहा है कि सेमीकंडक्टर बनाने वाली हर विदेशी कंपनी पर 100 प्रतिशत का टैरिफ लगाया जाएगा लेकिन जो कंपनी अमेरिका में अपने उत्पादों का निर्माण करेंगी. उनके ऊपर कोई टैरिफ नहीं लगाया जाएगा. अगर कोई कंपनी भविष्य में अमेरिका में निर्माण करने का आश्वासन देगी तो उसके ऊपर भी कम टैरिफ लगाया जाएगा. 

इस 100 प्रतिशत टैरिफ का सबसे बड़ा असर मोबाइल कंपनियों पर ही पड़ेगा शायद इसी वजह से आईफोन बनाने वाली कंपनी एप्पल के CEO टिम कुक अचानक व्हाइट हाउस पहुंचे और उन्होंने सोने  के स्टैंड वाला एक शीशा राष्ट्रपति ट्रंप को भेंट किया. इस भेंट के साथ ही साथ टिम कुक ने ये भी कहा कि वो अमेरिका में चिप बनाने वाली एक दक्षिण कोरियाई कंपनी में 100 बिलियन डॉलर का निवेश भी करेंगे. भारत जैसे देश तो ट्रंप के टैरिफ के आगे झुके नहीं लेकिन अमेरिकी उद्योगपति इतना डर गए हैं कि वो बिना शर्त ट्रंप की हर बात मानने को राजी हो गए हैं. 

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