Last Updated:August 28, 2025, 21:37 IST
दिनेश के. पटनायक कनाडा में भारत के नए उच्चायुक्त नियुक्त हुए हैं, मोदी–कार्नी मुलाकात के बाद रिश्तों में सुधार की उम्मीद जगी है, खालिस्तान मुद्दा अब भी चुनौती बना हुआ है.
दिनेश के. पटनायकभारत और कनाडा के रिश्तों में पिछले एक साल से चली आ रही खटास अब धीरे-धीरे कम होती नजर आ रही है. यही वजह है कि जस्टिन ट्रूडो सरकार जाने के 9 महीनों बाद भारत ने कनाडा में अपना नया राजदूत नियुक्त किया है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि सीनियर डिप्लोमैट दिनेश के. पटनायक को कनाडा में भारत का अगला उच्चायुक्त नियुक्त किया गया है. यह नियुक्ति ऐसे समय हुई है जब दोनों देशों के बीच खालिस्तान मुद्दे और हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद पैदा हुई कूटनीतिक तनातनी से संबंध गहरे संकट में चले गए थे.
कनाडा ने भी साथ ही साथ भारत में अपना नया उच्चायुक्त नियुक्त कर दिया है. कनाडा के विदेश मंत्रालय ने कहा कि वरिष्ठ राजनयिक क्रिस्टोफर कूटर अब नई दिल्ली में कनाडा के उच्चायुक्त होंगे। कनाडाई विदेश मंत्री अनिता आनंद ने बयान में कहा कि यह नियुक्ति कनाडा की “स्टेप-बाय-स्टेप” रणनीति का हिस्सा है, जिसका मकसद भारत के साथ कूटनीतिक रिश्तों को गहराना और सहयोग बढ़ाना है.
पिछले साल भारत ने बुला लिए थे राजदूत
भारत ने पिछले साल सितंबर में कनाडा से अपने उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और कई वरिष्ठ राजनयिकों को वापस बुला लिया था. वजह थी कनाडा के तत्कालीन प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के आरोप, जिसमें उन्होंने कहा था कि भारत के सरकारी अधिकारियों का हाथ निज्जर की हत्या में हो सकता है. भारत ने इन आरोपों को पूरी तरह खारिज किया और कहा कि कनाडा खालिस्तानी गतिविधियों पर गंभीरता से कार्रवाई नहीं कर रहा. इस कदम के बाद से ही ओटावा में भारत के उच्चायुक्त का पद खाली था. अब करीब नौ महीने बाद वहां एक नए उच्चायुक्त की नियुक्ति हुई है, जिसे द्विपक्षीय रिश्तों में सुधार का संकेत माना जा रहा है.
मोदी–कार्नी मुलाकात के बाद शुरू हुआ बदलाव
रिश्तों में सुधार की नींव जून 2024 में पड़ी, जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन (अल्बर्टा) के दौरान कनाडा के नए प्रधानमंत्री मार्क कार्नी से मुलाकात की. यह दोनों नेताओं की पहली बैठक थी, जिसने रिश्तों में जमी बर्फ पिघलाने का काम किया. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, इसी मुलाक़ात के बाद उच्चायुक्तों की नियुक्ति पर सहमति बनी और दोनों देशों ने नई शुरुआत की दिशा में कदम बढ़ाए.
कौन हैं दिनेश के. पटनायक?
दिनेश के. पटनायक 1990 बैच के भारतीय विदेश सेवा (IFS) अधिकारी हैं. फिलहाल दिनेश के. पटनायक स्पेन में भारत के राजदूत के रूप में कार्यरत हैं. दिनेश के. पटनायक को तीन दशकों से अधिक का अनुभव है. उन्होंने दुनिया के कई अहम भारतीय मिशनों में सेवाएं दी हैं. वे बीजिंग, ढाका, वियना और जेनेवा में भारत के मिशनों का हिस्सा रह चुके हैं. मोरक्को और कंबोडिया में राजदूत रहे. लंदन में डिप्टी हाई कमिश्नर के रूप में काम किया। भारतीय सांस्कृतिक संबंध परिषद (ICCR) के महानिदेशक भी रहे.खालिस्तान विवाद: रिश्तों में सबसे बड़ी चुनौती
भारत–कनाडा संबंधों में तनाव की सबसे बड़ी वजह खालिस्तान समर्थक गतिविधियां रही हैं. भारत लंबे समय से कनाडा पर आरोप लगाता रहा है कि वहां खालिस्तान समर्थकों को खुली छूट मिलती है, जिससे भारत की सुरक्षा को खतरा होता है. जून 2023 में ब्रिटिश कोलंबिया में खालिस्तानी आतंकी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के बाद मामला और बिगड़ गया. ट्रूडो ने आरोप लगाया कि इसमें भारत की भूमिका हो सकती है. भारत ने इसे राजनीतिक और बेबुनियाद करार दिया और साफ कहा कि उसकी संप्रभुता पर सवाल उठाना बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.
पर्सन ऑफ इंटरेस्ट विवाद
तनाव उस समय चरम पर पहुंच गया जब ट्रूडो सरकार ने भारत के तत्कालीन उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा को पर्सन ऑफ इंटरेस्ट बताया. हालांकि उन्होंने किसी मामले का नाम नहीं लिया, लेकिन इस शब्द का मतलब था कि वर्मा जांच एजेंसियों के लिए संदेह के घेरे में हैं. भारत ने इसे बेहद आपत्तिजनक करार दिया और उसी समय अपने राजनयिकों को वापस बुलाने का फैसला किया.
क्या सुधरेंगे रिश्ते
दिनेश के. पटनायक की नियुक्ति से यह स्पष्ट संकेत मिलता है कि भारत और कनाडा दोनों ही रिश्तों को पटरी पर लाने की कोशिश कर रहे हैं. हालांकि चुनौतियां अभी भी कम नहीं हैं. भारत के लिए खालिस्तान समर्थक गतिविधियां सबसे अहम चिंता बनी रहेंगी, वहीं कनाडा अपने घरेलू राजनीतिक दबावों से जूझ रहा है. दोनों देशों के बीच मजबूत आर्थिक और शिक्षा संबंध भी हैं. हजारों भारतीय छात्र कनाडा में पढ़ाई कर रहे हैं और व्यापारिक साझेदारी भी लगातार बढ़ रही है. ऐसे में पटनायक की भूमिका सिर्फ कूटनीतिक तनाव कम करने तक सीमित नहीं होगी, बल्कि उन्हें शिक्षा, व्यापार और सांस्कृतिक रिश्तों को और मजबूत बनाने की जिम्मेदारी भी निभानी होगी.
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...और पढ़ें
Mr. Gyanendra Kumar Mishra is associated with hindi.news18.com. working on home page. He has 20 yrs of rich experience in journalism. He Started his career with Amar Ujala then worked for 'Hindustan Times Group...
और पढ़ें
न्यूज़18 को गूगल पर अपने पसंदीदा समाचार स्रोत के रूप में जोड़ने के लिए यहां क्लिक करें।
Location :
Delhi,Delhi,Delhi
First Published :
August 28, 2025, 20:08 IST

1 month ago
