DNA: ट्रंप का टैरिफ बम; भारत पर असर या अवसर? जानिए किसे नुकसान और किसे फायदा

9 hours ago

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत सहित कई देशों से आयात होने वाले उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाने का ऐलान किया ह. इस फैसले ने वैश्विक बाजार में हलचल मचा दी है. भारत के लिए भी ये फैसला किसी चुनौती से कम नहीं, क्योंकि इससे कई घरेलू उद्योग प्रभावित हो सकते हैं. लेकिन सवाल ये है कि क्या ये टैरिफ भारत के लिए सिर्फ नुकसानदेह है या एक नया मौका भी बन सकता है?

 किन-किन सेक्टर्स पर पड़ेगा असर?

ट्रंप की नई नीति के तहत भारतीय उत्पादों पर 50% तक टैरिफ लगाया गया है, जिससे कुल आयात शुल्क बढ़कर कुछ सेक्टर्स में 70% तक हो जाएगा.

सेक्टर अनुमानित कुल ड्यूटी  

कालीन (Carpet)

53%
गहने (Jewellery) 53%
मशीनें-कलपुर्जे (Machinery) 51.3%
फर्नीचर (Furniture) 52.3%
69%

इस भारी ड्यूटी की वजह से भारतीय उत्पाद महंगे हो जाएंगे, जिससे अमेरिका में इनकी मांग कम हो सकती है.

 सबसे ज्यादा खतरे में कौन से उद्योग?

टैरिफ बढ़ने का सबसे बुरा असर कपड़ा, कालीन, जूते और गहनों जैसे MSME सेक्टर पर पड़ सकता है. कपड़ा उद्योग 4.5 करोड़, गहनों का उद्योग 50 लाख और फुटवियर सेक्टर 40 लाख लोगों को रोजगार देता है. डिमांड घटने से निर्माण घटेगा, जिससे इन लाखों कर्मचारियों की नौकरियों पर सीधा खतरा मंडरा सकता है.

 भारत का जवाब और आगे की रणनीति

प्रधानमंत्री मोदी ने ट्रंप को सीधे जवाब दिए बिना संकेतों में साफ किया कि भारत अपने किसानों, मछुआरों और पशुपालकों के हितों से कोई समझौता नहीं करेगा. ट्रंप चाहते थे कि भारत अमेरिका से GMO फसलें और डेयरी प्रोडक्ट्स खरीदे, लेकिन भारत ने यह मांग ठुकरा दी है. इसके साथ ही भारत सरकार ने अमेरिका के साथ 31,500 करोड़ रुपये की पोसाइडन एयरक्राफ्ट डील फिलहाल रोक दी है. ये एक बड़ा संकेत है कि भारत भी अब दबाव की राजनीति में पीछे नहीं हटेगा.

 क्या ये टैरिफ भारत के लिए मौका बन सकता है?

उद्योग जगत का मानना है कि ट्रंप के टैरिफ से भारत को शुरुआत में झटका जरूर लगेगा, लेकिन यह लंबे समय में एक अवसर भी साबित हो सकता है. भारत के पास टेक्नोलॉजी, क्वालिटी और विविधता के मामले में कई ऐसे क्षेत्र हैं जहां उसका कोई सच्चा विकल्प नहीं है. वियतनाम और बांग्लादेश जैसे देश केवल कपड़ा जैसे सीमित क्षेत्रों में ही भारत से मुकाबला कर सकते हैं. लेकिन हीरे, गहने, मशीनरी और ऑर्गेनिक केमिकल जैसे क्षेत्रों में भारत की पकड़ मजबूत है. ऐसे में टैरिफ के बावजूद भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा में स्थिति कमजोर नहीं होगी.

 टैरिफ वॉर ज्यादा खतरनाक?

ट्रंप का टैरिफ बम एक तरह से आर्थिक परमाणु बम जैसा असर छोड़ सकता है. जहां परमाणु हमला सिर्फ एक शहर को तबाह करता है, वहीं टैरिफ पूरे देश के अलग-अलग राज्यों में फैले उद्योगों और करोड़ों नौकरियों को नुकसान पहुंचा सकता है.

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