Bangladesh hindu attacks: बांग्लादेश में हिंदू अल्पसंख्यकों पर कट्टरपंथियों के हमले लगातार बढ़ रहे हैं. इस बार निशाना बना है इस्कॉन (इंटरनेशनल सोसाइटी फॉर कृष्णा कॉन्शसनेस). कट्टरपंथी संगठनों ने इस्कॉन को आतंकवादी संगठन घोषित करने की मांग उठाई है. हालांकि, ढाका हाईकोर्ट ने इस मांग को खारिज कर दिया, लेकिन इससे बांग्लादेशी हिंदुओं पर मंडराते खतरे कम नहीं हुए हैं.
इस्कॉन पर खुलेआम हमले और धमकियां
इस्कॉन से जुड़े मंदिरों और अनुयायियों को खुलेआम धमकियां दी जा रही हैं. सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो में कट्टरपंथी इस्कॉन पुजारियों को मारने और उनकी खाल उधेड़ने की धमकी दे रहे हैं. हाल ही में, शिबचर इलाके में एक इस्कॉन मंदिर पर हमला किया गया, मंदिर का बोर्ड हटा दिया गया और पुलिस-प्रशासन ने इसमें मूकदर्शक की भूमिका निभाई.
बांग्लादेश में हिंदुओं की स्थिति चिंताजनक
बांग्लादेश में करीब तीन करोड़ हिंदू रहते हैं, जो अब अस्तित्व की लड़ाई लड़ रहे हैं. कट्टरपंथियों का मकसद स्पष्ट है—बांग्लादेश से हिंदुओं का नामोनिशान मिटाना.
Zee News ने कई घटनाओं को उजागर किया है, जिनमें हिंदू परिवारों पर हमले और उनकी नृशंस हत्याएं शामिल हैं. किशोरगंज में एक हिंदू परिवार के चार सदस्यों की बेरहमी से हत्या कर दी गई.
हिंदू विरोधी षड्यंत्र की कड़ी
कट्टरपंथियों ने इस्कॉन के वरिष्ठ सदस्यों पर देशद्रोह और हत्या जैसे झूठे आरोप लगाए हैं.
इस्कॉन के वाइस प्रेसिडेंट राधारमण दास ने कहा:
"यह सब हिंदुओं की आवाज़ दबाने की सोची-समझी साजिश है."
भारत में बढ़ रहा विरोध
बांग्लादेश में हिंदुओं पर हो रहे हमलों के खिलाफ भारत में भी विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए हैं. जम्मू, इंदौर और कोलकाता समेत कई शहरों में लोगों ने बांग्लादेश सरकार के खिलाफ प्रदर्शन किए. साधु-संत समाज ने भी इन हमलों की कड़ी निंदा की है.
सवाल उठाता है Zee News
बांग्लादेश में हिंदुओं की हत्या कब रुकेगी?
हिंदू अल्पसंख्यकों को सुरक्षा कौन देगा?
क्या दुनिया केवल गाजा के फिलिस्तीनियों पर आंसू बहाएगी?
1971 में भारत ने बांग्लादेश को आज़ादी दिलाई थी, लेकिन आज वही बांग्लादेश हिंदुओं के खिलाफ हो रहे अत्याचारों पर चुप है.
Zee News का संकल्प है कि वह बांग्लादेशी हिंदुओं की आवाज़ को दुनिया तक पहुंचाएगा और उनके संघर्ष को उजागर करता रहेगा
ब्यूरो रिपोर्ट जी मीडिया