Delhi IGI Airport: दिल्ली के इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट से हवाई सफर पर आने-जाने वाले पैसेंजर्स के लिए राहत भरी खबर है. दिल्ली एयरपोर्ट के ऑपरेटर डायल ने टर्मिनल थ्री को अपने पैसेंजर की अगुवानी के लिए खास तौर पर सजाया है. इस सजावट के लिए ऐसे फूल-पौधों का इस्तेमाल किया गया हो, जो आंखों को सुकून देने के साथ-साथ पैसेंजर की सेहत का भी ध्यान रखेंगे.
News18 हिंदी Last Updated :March 31, 2025, 15:31 IST
Anoop Kumar Mishra
01

आईजीआई एयरपोर्ट को हरा भरा बनाने और प्राकृतिक तरीके से शुद्ध हवा को पैसेंजर तक पहुंचाने के लिए करीब 40 प्रजातियों के 7 लाख से अधिक पौधे लगाए गए हैं. इन फूल-पौधों को एप्रोच रोड से लेकर टर्मिनल के सभी एरिया में लगाया गया है.
02

दिल्ली एयरपोर्ट की टर्मिनल बिल्डिंग को हरा भरा बनाने के लि 40,000 से ज्यादा इनडोर पौधे का इस्तेमाल कया गया है. इन पौधों में स्पैथीफिलम, डायप्सिस ल्यूटेसेन्स, सेंसेवेरिया, गोल्डन पोथोस जैसे पौधे शामिल हैं, जो हवा को साफ करने करने का काम करते हैं.
03

एयर टर्मिनल में लगाए गए 40 हजार से अधिक पौधे हवा से हानिकारक जहरीले तत्वों को सोखने में भी सक्षम हैं. ये पौधे प्रदूषण के स्तर को कम करते हैं और ताजी ऑक्सीजन छोड़ते हैं. इस पौधों की मदद से टर्मिनल से गुजरने वाले पैसेंजर्स को साफ और स्वस्थ हवा मिल रही है.
04

एयरपोर्ट पर लगाए गए पौधों की विविधता की बात करें तो इसमें थाईलैंड और इंडोनेशिया से लाए गए विदेशी पौधे भी शामिल हैं. इन पौधों में कई तरह के पेड़, झाड़ियां, हेजेज, जमीन को ढकने वाले पौधे और लॉन शामिल हैं, जो 4,00,000 वर्ग मीटर से ज्यादा क्षेत्र में फैले हैं.
05

दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (DIAL) के इस ग्रीन इनिशिएटिव में एक नर्सरी भी शामिल है, जो भारत की सबसे बड़ी एयरपोर्ट नर्सरी में से एक है. यह नर्सरी 4,00,000 वर्ग फीट से ज्यादा क्षेत्र में फैली है और इसमें 1.20 लाख से अधिक इनडोर पौधे हैं.
06

इस एयरपोर्ट नर्सरी में हर साल यहां 1 लाख से ज्यादा फूलों और पौधों को तैयार किया जाता है. ये पौधे एयरपोर्ट को हरा-भरा और स्वस्थ बनाने में बड़ा योगदान देते हैं. ये हवा की गुणवत्ता को बेहतर करते हैं और पैसेंजर के लिए एक शानदाज जगह बनाते हैं.
07

एयरपोर्ट पर हरियाली को बनाए रखने के लिए डायल ने एक आधुनिक स्वचालित सूक्ष्म सिंचाई प्रणाली लगाई है. यह भारत में अपनी तरह की कुछ चुनिंदा प्रणालियों में से एक है. इसमें एक कंप्यूटरीकृत केंद्रीय नियंत्रण प्रणाली है, जो केवल दो तारों (कम वोल्टेज) वाले डिकोडर सिस्टम से संचालित होती है. इसमें स्प्रिंकलर और ड्रिप सिस्टम का मिश्रण है, जो माइक्रोप्रोसेसर-आधारित नियंत्रकों के जरिए सटीक और नियंत्रित पानी का उपयोग करता है.