Last Updated:October 08, 2025, 08:30 IST
Indian Air Force Day 2025: आज 8 अक्टूबर है. आज ही के दिन भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है. असल में 8 अक्टूबर को ही वायु सेना की स्थापना की गई थी.आइए आपको बताते हैं इससे जुड़ी कुछ खास बातें...

Indian Air Force Day 2025: आज भारतीय वायुसेना का 93वां स्थापना दिवस है. हर साल 8 अक्टूबर को देशभर में भारतीय वायुसेना दिवस मनाया जाता है. इस मौके पर भारतीय वायुसेना के जांबाज पायलट्स आसमान में हैरतअंगेज करतब दिखाएंगे. परेड, फ्लाईपास्ट, और आधुनिक फाइटर जेट्स का प्रदर्शन होगा, लेकिन क्या आपने कभी ये सोचा है कि 8 अक्टूबर को ही भारतीय वायुसेना दिवस क्यों मनाया जाता है? और हमारी वायुसेना कितनी ताकतवर है?
8 अक्टूबर को ही पड़ी थी नींव
8 अक्टूबर 1932 को भारतीय वायुसेना की नींव पड़ी. ब्रिटिश राज में इसे रॉयल इंडियन एयर फोर्स कहा जाता था और शुरू में सिर्फ 6 ऑफिसर्स और 4 वेस्टलैंड वैपिटी बाइप्लेन विमानों से शुरुआत हुई.1 अप्रैल 1933 को पहला स्क्वाड्रन बना. द्वितीय विश्व युद्ध में बर्मा अभियान में शानदार प्रदर्शन के लिए इसे ‘रॉयल’ खिताब मिला, लेकिन 1950 में भारत के गणतंत्र बनने पर ‘रॉयल’ हटाकर इसे इंडियन एयर फोर्स (IAF) नाम दिया गया. तब से हर 8 अक्टूबर को हम अपने वायु योद्धाओं के साहस और बलिदान को सलाम करते हैं.ये दिन सिर्फ सेलिब्रेशन नहीं, बल्कि देश के युवाओं को वायुसेना में शामिल होने का जज्बा जगाता है.
कितनी ताकतवर है हमारी वायुसेना?
भारतीय वायुसेना दुनिया की चौथी सबसे ताकतवर वायुसेना है.IAF के पास 1,700 से ज्यादा विमान और 1.4 लाख कर्मी हैं. ये दुनिया की टॉप-4 वायुसेनाओं में शुमार है.भारतीय वायुसेना के पास आधुनिक फाइटर जेट्स जैसे सुखोई-30 MKI,राफेल,मिराज-2000 और स्वदेशी तेजस जैसे जेट्स हैं जिससे दुश्मन खौफ खाते हैं.भारतीय वायुसेना के पास दुनिया की सबसे ऊंची हवाई पट्टी है जो लद्दाख के दौलत बेग ओल्डी में 16,614 फीट पर है.भारतीय वायुसेना का 1947, 1965, 1971, 1999 के भारत-पाक युद्ध और 1962 के भारत-चीन युद्ध में शानदार योगदान रहा.इसके अलावा वायुसेना ने कई बार अपना कमाल दिखाया है. ऑपरेशन मेघदूत (सियाचिन), ऑपरेशन सफेद सागर (कारगिल), ऑपरेशन पुमलाई, ऑपरेशन बालाकोट, और हाल का ऑपरेशन सिंदूर में वायुसेना ने अपनी ताकत दिखाई है.ऑपरेशन सिंदूर में S-400 एयर डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के जवाबी हमले को नाकाम किया.विंग कमांडर व्योमिका सिंह, कर्नल सोफिया कुरैशी (ऑपरेशन सिंदूर), और विंग कमांडर निकिता पांडे (ऑपरेशन बालाकोट) जैसी महिला ऑफिसर्स ने इतिहास रचा. भारतीय वायुसेना ने आपदा में संकटमोचक का काम किया है.2013 की उत्तराखंड बाढ़ में IAF ने 45 हेलीकॉप्टरों से 3,536 मिशन चलाकर 23,892 लोगों को बचाया. भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य नभः स्पृशं दीप्तम (आकाश को छूएं, तेजस्वी बनें)भगवद गीता से लिया गया है.आज 93वें वायुसेना दिवस पर 97 एयर फाइटर्स को सम्मानित किया जाएगा, जिन्होंने ऑपरेशन सिंदूर में कमाल किया.
8 अक्टूबर क्यों है खास?
8 अक्टूबर सिर्फ एक तारीख नहीं, बल्कि देश की हवाई ताकत और वायु योद्धाओं की बहादुरी का प्रतीक है. ये दिन हमें याद दिलाता है कि कैसे 1932 में शुरू हुई छोटी-सी वायुसेना आज दुनिया की सबसे ताकतवर फोर्स बन गई. आज परेड और एयर शो में राफेल, सुखोई जैसे जेट्स का जलवा दिखेगा. ये मौका उन शहीदों को सलाम करने का भी है, जिन्होंने देश के लिए जान दी.
Dhiraj Raiअसिस्टेंट एडिटर
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...और पढ़ें
न्यूज़18 हिंदी (Network 18) डिजिटल में असिस्टेंट एडिटर के तौर पर कार्यरत. करीब 13 वर्ष से अधिक समय से मीडिया में सक्रिय. हिन्दुस्तान, दैनिक भास्कर के प्रिंट व डिजिटल संस्करण के अलावा कई अन्य संस्थानों में कार्य...
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First Published :
October 08, 2025, 08:30 IST