ईरान में हिजाब के खिलाफ आवाज हर गुजरते दिन के साथ तेज होती जा रही है. हाल ही में एक महिला ने बीच सड़क पर अपने कपड़े उतारकर विरोध जताया. मीडिया रिपोर्ट्स और सोशल मीडिया पर मौजूद वीडियो के अनुसार, देश के सख्त इस्लामिक ड्रेस कोड के विरोध में एक महिला ने ईरानी विश्वविद्यालय में अपने कपड़े उतार दिए. महिला को इस हरकत के बाद हिरासत में ले लिया गया है. वायरल हो रहे एक वीडियो में देखा जा सकता है कि इस्लामिक आज़ाद विश्वविद्यालय की एक ब्रांच का सुरक्षा गार्ड महिला को हिरासत में ले रहा है.
छात्रा ने क्यों उतारे कपड़े?
कुछ सोशल मीडिया यूजर्स का दावा है कि महिला ने अपना विरोध दर्ज कराने के लिए जानबूझकर अपने कपड़े उतारे. X पर एक यूजर ने वीडियो के साथ पोस्ट किया,'अधिकांश महिलाओं के लिए सार्वजनिक रूप से अंडरवियर में रहना सबसे बुरी बात है. यह अधिकारियों द्वारा हिजाब अनिवार्य करने के मूर्खतापूर्ण आग्रह की प्रतिक्रिया है.' कुछ रिपोर्ट्स में यह भी दावा किया जा रहा है कि इस लड़की के सिर पर हिजाब ना होने के बाद सुरक्षा बलों की तरफ से इसे परेशान भी किया गया था, जिसके विरोध में लड़की ने कपड़े फाड़ दिए थे. इसके बाद छात्रा ने अपने कपड़े उतार दिए.
A student at Iran’s University of Science and Research was accosted by Islamic Regime morality police for showing her hair beneath her hijab. They tore her clothes as they attacked her.
So in protest she took her clothes off and stood in the square in nothing but her underwear.… pic.twitter.com/K7x6glNccG
— The Persian Jewess (@persianjewess) November 2, 2024
यूनिवर्सिटी ने क्या कहा?
हालांकि यूनिवर्सिटी की तरफ से गया है कि महिला ने यह हरकत गंभीर मासिक दबाह के चलते की है. विश्वविद्यालय के प्रवक्ता आमिर महजॉब ने एक पर कहा,'पुलिस स्टेशन पर... यह पाया गया कि वह गंभीर मानसिक दबाव में थी और उसे मानसिक विकार था.' महिला की वर्तमान स्थिति स्पष्ट नहीं है लेकिन हमशहरी दैनिक के अनुसार सूत्रों ने संकेत दिया कि आगे की जांच के बाद उसे दिमागी अस्पताल में ट्रांसफर किया जा सकता है. जबकि कई अंतरराष्ट्रीय महिला संगठनों और सामाजिक संगठनों ने छात्रा की तुरंत और बिना शर्त रिहाई की मांग की है.
बता दें कि 2022 में हिजाब नियमों का उल्लंघन करने के आरोप में गिरफ्तार की गई ईरानी कुर्द महिला महसा अमिनी की मौत के बाद ईरान में लगभग पूरे देश में विरोध प्रदर्शन हुए. ईरान भर में महिला प्रदर्शनकारियों ने अपने सिर के स्कार्फ को हटाकर और कुछ मामलों में जलाकर सरकार का आदेश मानने से इनकार कर दिया था. विरोध प्रदर्शनों के कारण दमनात्मक कार्रवाई की गई जिसमें कथित तौर पर 551 प्रदर्शनकारियों की मौत हो गई और हजारों को गिरफ्तार कर लिया गया.