नई दिल्ली (JEE Mains 2026 Preparation Tips). जेईई की तैयारी कर रहा हर स्टूडेंट IIT में एडमिशन का सपना देखता है. लेकिन इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए महीनों तक Consistency बनाए रखना सबसे बड़ी चुनौती है. जेईई की प्रतिस्पर्धा पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ी है- 2023 में 11 लाख से अधिक छात्र JEE Main में शामिल हुए. 2025 तक यह संख्या बढ़कर लगभग 15 लाख हो गई. हालांकि, जेईई एडवांस्ड के लिए क्वॉलिफाई करने वालों की संख्या 2.5 लाख ही रही, जिससे सफलता दर 16.96% हो गई है.
अरिहंत एकेडमी के सह-संस्थापक अनिल कपासी का मानना है कि स्टडी प्लान सही तरीके से मैनेज करने वाले स्टूडेंट्स जेईई में सफलता हासिल कर लेते हैं. उनका 6-स्टेप स्टडी अप्रोच छात्रों को तनाव से बचाते हुए अपनी तैयारी को मजबूत करने में मदद करता है. इस प्लान से पता चलता है कि हर दिन कोशिश करना, नियमित रूप से रिवाइज करना और हर समय फोकस्ड रहकर ही जेईई परीक्षा में सफल हो सकते हैं. कई घंटों तक लगातार पढ़ाई करना जरूरी नहीं है, बल्कि हर घंटे को प्रभावी बनाने की कला आनी चाहिए.
जेईई परीक्षा की तैयारी कैसे करें?
अनिल कपासी ने जेईई मेन 2026 में सफल होने के लिए 6 स्टेप्स की स्ट्रैटेजी बताई है. आप चाहें तो इसे फॉलो करके आईआईटी में एडमिशन का सपना साकार कर सकते हैं.
1. जरूरी है रिअलिस्टिक स्टडी प्लान
एक अच्छे प्लान का मतलब लंबे घंटे नहीं, बल्कि बैलेंस्ड प्रोग्रेस है. अपने प्रेजेंट लेवल, ताकत और कमजोरियों का मूल्यांकन करें. अपने दिन को हर विषय के लिए केंद्रित स्लॉट में बांटें. सुबह का समय कठिन विषयों (जैसे भौतिकी या गणित) के लिए और शाम का समय हल्के या थ्योरी-आधारित अध्यायों के लिए रखें. छोटे साप्ताहिक लक्ष्य निर्धारित करें- जैसे एक चैप्टर पूरा करना या एक सेट टेस्ट पेपर हल करना.
2. समझें रिवीजन और मॉक टेस्ट का महत्व
किसी भी चैप्टर को सिर्फ एक बार पढ़ना काफी नहीं है. आपने पिछले दिन जो पढ़ा था, उसे रिवाइज करने की आदत डालें. हफ्ते में एक बार सभी विषयों की समीक्षा करें. मॉक टेस्ट नियमित रूप से अटेंप्ट करें. इससे जेईई परीक्षा पैटर्न समझने और टाइम मैनेजमेंट सुधारने में मदद मिलेगी. हर टेस्ट के बाद अपनी गलतियां एनालाइज करें और उन्हें तुरंत सुधारें. नियमित अभ्यास से एक्यूरेसी और कॉन्फिडेंस बढ़ता है.
3. क्वॉलिटी पर ध्यान दें, क्वॉन्टिटी पर नहीं
आप कितने घंटे पढ़ते हैं, सफलता उस पर निर्भर नहीं है, बल्कि कितनी अच्छी तरह से और ध्यान लगाकर पढ़ते हैं, इस पर निर्भर करती है. कॉन्सेप्ट को गहराई से समझना, विभिन्न प्रकार की प्रॉब्लम्स प्रैक्टिस करना और विचारों को जोड़ना ही मायने रखता है. पोमोडोरो (25 से 50 मिनट पढ़कर छोटा ब्रेक) जैसी टेक्नीक का इस्तेमाल करें. याद रखें, 4 घंटे की फोकस्ड पढ़ाई 10 घंटे की भटकी हुई पढ़ाई से कहीं अधिक प्रोडक्टिव होती है.
4. टाइम मैनेजमेंट से बनेगी बात
आज की डिजिटल दुनिया में फोन और सोशल मीडिया सबसे बड़े दुश्मन हैं. पढ़ाई के दौरान अपना फोन अलग या साइलेंट मोड पर रखें. पढ़ाई के लिए शांत और व्यवस्थित जगह बनाएं. टाइम मैनेजमेंट का मतलब है स्कूल, कोचिंग और सेल्फ-स्टडी के बीच सही बैलेंस स्थापित करना. खुद पर बिना मतलब के लक्ष्यों का बोझ न डालें. इसके बजाय ऐसे रूटीन का पालन करें, जो स्टेबल प्रोग्रेस सुनिश्चित करे.
5. सेहत का भी रखें ध्यान
जेईई में सफलता के लिए शरीर और दिमाग, दोनों का स्वस्थ रहना जरूरी है. दिमाग को एक्टिव रखने के लिए पर्याप्त नींद (7-8 घंटे) लें, बैलेंस्ड डाइट का ध्यान रखें और हाइड्रेटेड रहें. देर रात तक पढ़ने से बचें, जिससे अगले दिन थकान नहीं होगी. चिंता या निराशा होने पर शिक्षकों या माता-पिता से बात करें. अपनी प्रोग्रेस की तुलना दूसरों से न करें. हर किसी की सीखने की गति अलग होती है.
6. पॉजिटिविटी में छिपा है सक्सेस का सीक्रेट
जेईई में सफलता रातोंरात नहीं मिलती है. यह सैकड़ों फोकस्ड दिनों का रिजल्ट होती है. कभी जेईई मॉक टेस्ट में स्कोर कम होना या किसी सवाल पर फंसना सामान्य बात है. सबसे ज्यादा मायने यह रखता है कि आप हार न मानें. परफेक्ट होने की चिंता न करें. हर दिन दृढ़ संकल्प के साथ पढ़ाई करें. समय के साथ आपका हर छोटा प्रयास बड़े परिणामों में बदल जाएगा.
ध्यान रखें, सही मानसिकता, स्पष्ट योजना और लगातार प्रयास से सबसे कठिन लक्ष्य भी आसानी से हासिल किए जा सकते हैं.

59 minutes ago
