Last Updated:July 25, 2025, 11:56 IST
Jhalawar : झालावाड़ जिले में आज बड़ा हादसा हो गया. यहां के पीपलोदी गांव में सरकारी स्कूल की छत गिर जाने से कई बच्चे मलबे में दब गए हैं. इसमें छह बच्चों की दर्दनाक मौत हो गई. पुलिस प्रशासन के आलाध...और पढ़ें

हाइलाइट्स
स्कूल की छत गिरने से 4 बच्चों की मौत.मलबे में दबे बच्चों को निकालने का काम जारी.हादसे के बाद पूरे गांव में हड़कंप मच गया.झालावाड़. राजस्थान के झालावाड़ जिले में आज सुबह-सुबह बड़ा हादसा हो गया है. यहां के पीपलोदी गांव के सरकारी स्कूल की छत अचानक भरभराकर ढह गई. इससे कई बच्चे मलबे में दब गए. सूचना के अनुसार इसमें छह बच्चों की मौत हो गई है. वहीं करीब 12 बच्चों की हालत गंभीर बनी हुई है. पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंच गए हैं. जेसीबी से मलबा हटाने का काम शुरू कर दिया गया है. मौके पर लोगों की भारी भीड़ लगी है. पीएम नरेन्द्र मोदी और सीएम भजनलाल शर्मा ने हादसा पर दुख जताया है.
जानकारी के अनुसार हादसा शुक्रवार को सुबह स्कूल शुरू होने के कुछ समय बाद करीब साढ़े आठ बजे हो गया. उस समय स्कूल में करीब 70 बच्चे मौजूद थे. छत गिरते ही वहां बड़ा धमाका हुआ. यह स्कूल काफी पुरानी है. इलाके में बीते दिनों भारी बारिश हुई थी. उसके बाद से स्कूल की बिल्डिंग में सीलन भी आ रखी थी. आज सुबह बच्चे कक्षाओं में बैठे पढ़ रहे थे. उसी दौरान एक कक्षा की छत अचानक भरभराकर नीचे आ गिरी. इससे वहां बैठे बच्चे उसमें दब गए. हादसा होते ही स्कूल अफरातफरी मच गई. वहीं ग्रामीणों को इसकी सूचना मिलते ही वे कांप उठे.
हादसे की उच्च स्तरीय जांच के आदेश
शिक्षा मंत्री मदन दिलावर दो दिवसीय दौरे पर भरतपुर हैं. उन्होंने अपना दौरा रद्द कर दिया है. वे झालावाड़ पहुंच रहे हैं. दिलावार ने हादसे को लेकर दुख जताते हुए इसकी उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं. इसके साथ ही सभी घायलों का निशुल्क हो इलाज इसके के भी निर्देश दिए गए हैं. मौके पर शिक्षा विभाग के अधिकारियों को भी भेजा गया है. शिक्षा मंत्री ने कहा कि हादसा किस वजह से हुआ इसकी जांच कराई जा रही है.
गंभीर घायलों को झालावाड मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है
स्कूल हादसे में गंभीर घायल हुए बच्चों को झालावाड मेडिकल कॉलेज अस्पताल लाया गया है. बाकी घायल बच्चों का मनोहरथाना के सरकारी अस्पताल में उपचार जारी है. मेडिकल कॉलेज अस्पताल में भाजपा और कांग्रेस के नेताओं की भी भीड़ लग गई है. संभागीय आयुक्त राजेंद्र सिंह शेखावत भी घटना स्थल के लिए रवाना हुए हैं. संभागीय आयुक्त ने एसडीआरएफ की टीम को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए हैं.
लोगों ने जबर्दस्त गुस्सा
हादसे के बाद जिला कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक और प्रशासनिक अधिकारी घटनास्थल पर डटे हुए हैं. मलबे में दबे सभी बच्चों को बाहर निकाल लिया गया है. संभागीय आयुक्त ने घायल बच्चों से मिलकर उनसे कुशलक्षेम पूछी. हादसे के बाद स्थानीय लोगों में प्रशासन और शिक्षा विभाग के प्रति जबर्दस्त गुस्सा नजर आ रहा है.
जेसीबी की मदद से हटाया जा रहा है मलबा
हादसे की सूचना मिलते ही ग्रामीण भागकर स्कूल पहुंचे. वहां के हालात देखकर वहां महिलाओं ने रोना धोना शुरू कर दिया. बाद में हाथोंहाथ पुलिस और प्रशासन को हादसे की सूचना दी गई. इस पर पुलिस प्रशासन जेसीबी तथा रेस्क्यू के अन्य साधन लेकर मौके पर पहुंचा. बाद में जेसीबी की मदद से मलबा हटाने का काम शुरू किया गया.
The mishap at a school in Jhalawar, Rajasthan, is tragic and deeply saddening. My thoughts are with the affected students and their families in this difficult hour. Praying for the speedy recovery of the injured. Authorities are providing all possible assistance to those…
स्थानीय अस्पताल के स्टाफ को किया अलर्ट
प्रशासन के आलाधिकारी भी मौक पर पहुंच रहे हैं. घायल बच्चों को स्थानीय अस्पताल ले जाया जा रहा है. गंभीर रूप से घायल बच्चों को हायर सेंटर रेफर किया गया है. मलबे में बच्चों की तलाश की जा रही है. स्कूल गए जो बच्चे अभी तक नहीं मिले हैं उनके परिजनों में कोहराम मचा हुआ है. हादसा की सूचना के बाद स्थानीय अस्पताल के स्टाफ को भी अलर्ट कर दिया गया है. राजस्थान में भारी बारिश के बाद बीते दिनों कई सरकारी स्कूलों में हादसे हो चुके हैं. हालांकि उनमें कोई जनहानि नहीं हुई थी. लेकिन झालावाड़ का हादसा बड़ा दर्द दे गया है.
हादसे को लेकर शुरू हो गया आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला
हादसे पर सीएम भजनलाल शर्मा, पूर्व सीएम अशोक गहलोत और शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने गहरा दुख जताया है. वहीं हादसे को लेकर अब सियासत शुरू हो गई है. विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है. हालात को देखते हुए मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका से इनकार नहीं किया जा रहा है.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
संदीप ने 2000 में भास्कर सुमूह से पत्रकारिता की शुरुआत की. कोटा और भीलवाड़ा में राजस्थान पत्रिका के रेजीडेंट एडिटर भी रह चुके हैं. 2017 से News18 से जुड़े हैं.
Location :
Jhalawar,Jhalawar,Rajasthan