MP-छत्‍तीसगढ़ में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, दिल्‍ली-एनसीआर वालों के साथ फिर दगा

7 hours ago

Agency:एजेंसियां

Last Updated:July 09, 2025, 06:02 IST

Aaj Ka Mausam LIVE: दक्षिण-पश्चिम मानसून लगातार रफ्तार पकड़ रहा है. मध्‍य भारत से लेकर बंगाल की खाड़ी के तट से लगे प्रदेशों में मूसलाधार बारिश हो रही है. हिमाचल प्रदेश और उत्‍तराखंड जैसे पहाड़ी राज्‍यों में तेज...और पढ़ें

MP-छत्‍तीसगढ़ में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, दिल्‍ली-एनसीआर वालों के साथ फिर दगा

कोलकाता में मूसलाधार बारिश से सामान्‍य जनजीवन अस्‍तव्‍यस्‍त हो गया है. पब्लिक ट्रांसपोर्ट सिस्‍टम पर भी इसका असर पड़ा है. (फोटो: पीटीआई)

हाइलाइट्स

मध्‍य भारत से लेकर पूर्वी भारत तक में मूसलाधार बारिश का दौरमध्‍य प्रदेश में उफनाईं नदियां, कोलकाता के लिए IMD का अलर्टदिल्‍ली-NCR में सिर्फ बादल छा रहे, गर्मी से लोगों की हालत खराब

Aaj Ka Mausam LIVE: देश के कई हिस्‍सों में मानसून एक्टिव हो चुका है. मध्‍य प्रदेश से लेकर उत्‍तराखंड, हिमाचल प्रदेश, पश्चिम बंगाल, ओडिशा तक में मूसलाधार बारिश हो रही है. नॉर्थईस्‍ट में भी तेज बरसात हुई है. कोलकाता में मानसून के सक्रिय होने की वजह से लगातार जोरदार बारिश हो रही है. मौसम विज्ञानियों का कहना है कि फिलहाल पश्चिम बंगाल के लोगों को इससे राहत नहीं मिलने वाली है. कोलकाता और आसपास के इलाकों में 9 जुलाई 2025 बुधवार को भी बारिश होने का पूर्वानुमान है. बिहार और उत्‍तर प्रदेश के विभिन्‍न इलाकों में भी बादल के बरसने की पूरी संभावना है. दूसरी तरफ, दिल्‍ली -एनसीआर के लोगों को अभी भी जोरदार बारिश का इंतजार है. आसमान में घने बादल छा जरूर रहे हैं, पर कुछ इलाकों में हल्‍की से मध्‍यम बारिश होकर मामला वहीं खत्‍म हो जा रहा है. बादल छाए रहने और कहीं-कहीं बारिश होने की वजह से उमस वाली गर्मी का प्रकोप काफी बढ़ गया है. देश की राजधानी में लोग पसीने वाली गर्मी से बेहाल हैं. भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने कुछ दिनों पहले पश्चिम विक्षोभ के सक्रिय होने और उसके प्रभाव से दिल्‍ली और आसपास के इलाकों में भी बारिश होने की संभावना जताई थी, पर जोरदार बारिश नहीं हुई.

देश के मध्य हिस्सों में अगले 2-3 दिनों तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है. विशेष रूप से छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश में जोखिमभरे मौसम की चेतावनी जारी की गई है. दोनों ओर के सीमावर्ती इलाके जैसे विदर्भ (महाराष्ट्र) और उत्तर प्रदेश की सीमा से लगे भाग भी इस मानसूनी गतिविधि की चपेट में रहेंगे. पिछले 24 घंटों में विदर्भ, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश में भारी बारिश दर्ज की गई है; बिलासपुर, राजनांदगांव, माना, नागपुर, अमरावती, गोंदिया, चंद्रपुर, ब्रह्मपुरी, छिंदवाड़ा, दमोह, पचमढ़ी, नौगांव, बैतूल और मलांजखंड जैसे क्षेत्रों में मूसलधार बारिश हुई है. 10 जुलाई तक इन क्षेत्रों में और भी तेज बारिश होने का पूर्वानुमान है. दरअसल, पश्चिम बंगाल में एक कम दबाव क्षेत्र बना हुआ है. इससे भारी बारिश की गतिविधियों को बल मिला है. यह सिस्टम धीरे-धीरे झारखंड, छत्तीसगढ़ और पूर्वी मध्य प्रदेश की ओर पश्चिम-उत्तर में आगे बढ़ेगा. बाद में यह कमजोर हो जाएगा, लेकिन इसका चक्रवातीय प्रभाव पश्चिम मध्य प्रदेश और पूर्वी राजस्थान तक पहुंचेगा. इस दौरान सप्ताह भर तेज से बहुत तेज बारिश होने की संभावना जताई गई है. मौसम विज्ञानियों ने प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा होने की आशंका जताई है.

कोलकाता में मूसलाधार बारिश

कोलकाता में इस साल मानसून की शुरुआत 16 जून 2025 को हुई, जो सामान्य से काफी देर से थी. इसके बाद शहर में अब तक केवल 20 से 30 मिमी की मामूली बारिश दर्ज हुई है, लेकिन 6 जुलाई से मौसम का मिजाज बदलने लगा, जब पश्चिम बंगाल में एक कम दबाव का क्षेत्र विकसित हुआ. इसके बाद शहर में वातावरण नम और तूफानी हो गया. 7 जुलाई को कोलकाता और इसके उपनगरों में इस सीज़न की पहली मानसूनी मूसलधार बारिश देखने को मिली, जो अब भी जारी है. इसके अधिक तेज होने की संभावना जताई गई है. दरअसल, पश्चिम बंगाल में बना कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिसे एक अच्छी तरह से बने हुए चक्रवाती परिसंचरण (cyclonic circulation) का सपोर्ट मिल रहा है. उत्तरी मैदानों से निकली हुई एक लंबी मानसून ट्रफ इस कम दबाव वाले क्षेत्र के केंद्र से होते हुए गुजर रही है. इस ट्रफ की उपस्थिति के कारण कोलकाता और उसके आसपास के इलाकों में बारिश की गतिविधि और अधिक बढ़ गई है.

आज भी राहत नहीं

कम दबाव का यह क्षेत्र अगले 24 घंटों तक कोलकाता के पास बना रहेगा और धीरे-धीरे पश्चिम की ओर झारखंड की तरफ बढ़ेगा. इसके बाद यह पश्चिम बंगाल से थोड़ा दूर चला जाएगा. आज दिनभर बारिश और गरज-चमक के साथ बौछारें जारी रहने की संभावना है, हालांकि बीच-बीच में थोड़े-बहुत ब्रेक भी हो सकते हैं. इस सिस्टम का असर कल यानी 9 जुलाई को भी रह सकता है, जब कुछ जगहों पर तेज बौछारें पड़ सकती हैं. मौसम की स्थिति में 10 जुलाई को दोपहर के बाद से सुधार होने की संभावना है और 11 जुलाई से स्पष्ट रूप से मौसम खुल सकता है.

Manish Kumar

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...और पढ़ें

बिहार, उत्‍तर प्रदेश और दिल्‍ली से प्रारंभिक के साथ उच्‍च शिक्षा हासिल की. झांसी से ग्रैजुएशन करने के बाद दिल्‍ली यूनिवर्सिटी से पत्रकारिता में PG डिप्‍लोमा किया. Hindustan Times ग्रुप से प्रोफेशनल कॅरियर की शु...

और पढ़ें

Location :

New Delhi,Delhi

homenation

MP-छत्‍तीसगढ़ में मानसून ने पकड़ी रफ्तार, दिल्‍ली-एनसीआर वालों के साथ फिर दगा

Read Full Article at Source