Last Updated:June 24, 2025, 19:37 IST
Operation Sindhu: ये सिर्फ तस्वीर नहीं है, इस बात की गवाही भी है कि भारत अपने लोगों का कैसे ख्याल रखता है. जब ब्रिटेन जैसे मुल्क जंग-ए-मैदान से अपने लोगों को निकालने में जद्दोजहद करते दिखे, तो वहीं भारत ने न सिर्फ अपने लोगों को ढूंढा बल्कि उन्हें निकालकर भी ले आया. सिर्फ ईरान से नहीं, इजरायल से भी भारतीयों को वापस लाया जा रहा है.

यह तस्वीर खास है, क्योंकि 'ऑपरेशन सिंधु' के तहत 24 जून को जब ईरान से 281 भारतीय वतन लौटे तो उन्हें रिसीव करने खुद केंद्रीय विदेश राज्य मंत्री पबित्रा मार्गेरिटा पहुंच गए. उन्होंने परिवारों से मुलाकात की. उनका हालचाल भी जाना. लोगों की खुशी देखकर उनके चेहरे पर भी खुशी बिखर गई.

ईरान से वतन लौटीं उरूज फातिमा की मां ने कहा, मेरी बेटी आज वापस आ गई है. हम पिछले एक हफ्ते से बहुत चिंतित थे. हमें चिंता थी कि वह वापस आएगी या नहीं. लेकिन हमारे पास भगवान की कृपा है और हमारे साथ हमारे प्रधानमंत्री मोदी भी हैं...

सैयदा जेनिफर रिजवी ने कहा, ईरान में हालात बहुत खराब थे. अगर भारतीय दूतावास हमें होटलों तक नहीं पहुंचाता तो हमें कई परेशानियों का सामना करना पड़ता. एक-एक पल गुजारना मुश्किल था. मेरे साथ मेरा बच्चा भी था. हमें यहां लाने के लिए दूतावास के लोगों और मोदी सरकार का शुक्रिया...

भारत न सिर्फ अपने नागरिकों की मदद कर रहा है, बल्कि नेपाल और श्रीलंका जैसे पड़ोसी देशों के लोगों को भी सुरक्षित निकाल रहा है. मंगलवार को ईरान ने जिन लोगों को भारत लाया गया उनमें 3 श्रीलंकाई और 2 नेपाली नागरिक भी थे.

ऑपरेशन सिंधु के तहत ईरान से अब तक कुल 2,576 भारतीयों को सुरक्षित लाया जा चुका है. विदेश मंत्रालय ने बताया कि यह ईरान से निकाले गए लोगों का 11वां बैच था. विदेश राज्य मंत्री ने कहा, सरकार हमेशा हर प्रकार की सहायता देने के लिए प्रतिबद्ध है, जब भी लोगों को जरूरत हो.

इसके अलावा इजरायल से तीन उड़ानों में 594 भारतीयों को और नेपाल-श्रीलंका के कुछ नागरिकों को भी सुरक्षित निकाला गया. अब तक ऑपरेशन सिंधु के तहत कुल 3,180 भारतीयों को सुरक्षित भारत वापस लाया जा चुका है.