Prince of Mines: बुरी आत्माएं, रुहानी ताकतें, ज्वालामुखी के अंदर छिपी है रहस्यमयी खदान; क्या है कहानी?

3 hours ago

World’s Wealthiest Diamond Mine: डायमंड यानी हीरा आभूषणों में इस्तेमाल के लिए पूरी दुनिया में सबसे ज्यादा पसंदीदा है. खूबसूरती, खास चमक और कठोरता की वजह से डायमंड को एक विशेष रत्न माना जाता है. लेकिन माना जाता है कि डायमंड में सुंदर और कीमती होने के अलावा आध्यात्मिक शक्तियां होती हैं जो सौभाग्य लाती हैं और बुरी आत्माओं को दूर रखती हैं. क्या आपने कभी सोचा है कि डायमंड के इस आकर्षण के पीछे की जगह कहां है? इस जगह को ‘प्रिंस ऑफ़ माइन्स’ का उपनाम दिया गया है जहां दुनिया की सबसे समृद्ध खदान पाई जाती है. चलिए जानते हैं दुनिया की सबसे समृद्ध हीरे की खदान कहां मौजूद है.

दुनिया की सबसे धनी हीरे की खदान जिसे ‘प्रिंस ऑफ माइन्स’ भी कहा जाता है
दुनिया की सबसे धनी हीरे की खदान बोत्सवाना के ज्वानेंग में है, जिसे डायमंड माइन भी कहा जाता है. 'प्रिंस ऑफ माइन्स' के नाम से मशहूर ज्वानेंग राजधानी शहर गैबोरोन से करीब 170 किलोमीटर दक्षिण-पश्चिम में एक प्राचीन ज्वालामुखीय गड्ढे (Volcanic ) में स्थित है. यह देबस्वाना का हिस्सा है, जो बोत्सवाना सरकार और डी बीयर्स के बीच 50-50 का ज्वाइंट वेंचर है, जो डायमंड इंडस्ट्री में सबसे पहचाने जाने वाले नामों में से एक है.

ज्वानेंग, या सेत्सवाना में ये 'रत्न स्थान' एक ऐसा नाम है जो सब कुछ बयां कर देता है. 1982 में संचालन शुरू होने के बाद से, ज्वानेंग ने लाखों कैरेट हीरे का उत्पादन किया है. तीन विशाल किम्बरलाइट पाइप, ज्वालामुखीय चट्टान संरचनाएं जिन्हें हीरे से भरपूर माना जाता है, जो इसके उत्पादन में प्रमुख हैं. 2023 में ज्वानेंग ने रिकॉर्ड 13.3 मिलियन कैरेट हीरे का खनन किया, जिससे दुनिया की सबसे समृद्ध हीरा खदान ( Rich Diamond Mine ) के रूप में मजबूत हुई, जिसका अनुमानित मूल्य £1 बिलियन यानी 100 करोड़ है.

ज्वानेंग डायमंड माइन का बैकग्राउंड
ज्वानेंग का बैकग्राउंड 1970 के दशक से शुरू होती है जब डी बीयर्स के भूवैज्ञानिकों ( Geologists )ने किम्बरलाइट-असर वाले क्षेत्र की खोज की थी. लेकिन कुछ ही वक्त बाद भूवैज्ञानिक की ये खोज ही एक विश्व स्तरीय खनन उद्यम बन गई. पिछले कुछ सालों में खदान में कई विकास हुए हैं ताकि इसे और ज्यादा उत्पादक बनाया जा सके और इसके संचालन को बढ़ाया जा सके.
 
53 मिलियन कैरेट एक्स्ट्रा हीरे निकलने की उम्मीद
ऐसे ही महत्वपूर्ण विकासों में से एक है कट-9 परियोजना, जो 1.5 बिलियन पाउंड का प्रोजेक्ट है, जिसका मकसद माइन के जीवन को कम से कम 2035 तक बढ़ाना है. इस प्रोजेक्ट से 53 मिलियन कैरेट एक्स्ट्रा हीरे निकलने की उम्मीद है. जनवरी 2024 में भूमिगत विस्तार ( Underground Extension ) के लिए एक परियोजना को आधिकारिक तौर पर मंजूरी दी गई थी. महंगी लेकिन दूरदर्शी योजना से न केवल हीरे का उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि अगले दशकों में करीब 20 बिलियन पाउंड का फायदा भी होगा. इसके अलावा, यह प्रोजेक्ट हजारों नौकरियों का सृजन करेगी जो नेशनल और लोकल कम्युनिटी दोनों स्तरों पर आर्थिक लचीलापन बढ़ाएगी.

ज्वानेंग देश की अर्थव्यवस्था के लिए महत्वपूर्ण है, जो देबस्वाना के कुल राजस्व में 60 से 70 प्रतिशत का योगदान देता है। इसकी समृद्धि बोत्सवाना को अंतरराष्ट्रीय हीरा बाजार में प्रमुख खिलाड़ियों में से एक के रूप में फिर से पुष्ट करती है।

हीरा खनन में तकनीकी सुपर पावर
ज्वानेंग में मिनरल एक्सट्रैक्शन तकनीकी रूप से रिफाइंड और बेहद ही कुशल है. बल्क ड्रिलिंग से चट्टान को पीसने की प्रक्रिया शुरू होती है और इसके बाद प्लान्ट तक जाती है. जहां अयस्क से हीरे को सटीक रूप से पहचानते हैं. अपने विशाल आकार के बावजूद, ज्वानेंग ने एनवायरोमेंट के अनुकूल खनन भी शुरू कर दिया है. सभी बड़ी खदानों की तरह, यह अपशिष्ट चट्टान और इकोलॉजिकल फूटप्रिंट से निपटने के लिए संघर्ष करती है. हालांकि, यह पर्यावरण के अनुकूल साल 2000 में बोत्सवाना में आईएसओ 14001 प्रमाणित होने वाला पहला खदान संचालन था.

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