Putin Trump News: क्या ट्रंप से बातचीत करने हंगरी पहुंच पाएंगे 'वांटेड' पुतिन? हर तरफ बिछा है 'मौत' का जाल!

3 hours ago

Putin Trump Meeting News in Hungary: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की एक बड़ी मुलाकात की चर्चा चल रही है. दोनों नेता चाहते हैं कि यूक्रेन युद्ध खत्म करने के लिए कोई रास्ता निकले. इसके लिए हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट को बैठक की जगह चुना गया है. लेकिन बड़ा सवाल ये है कि पुतिन वहां तक पहुंचेंगे कैसे क्योंकि उन पर अंतरराष्ट्रीय गिरफ्तारी वारंट जारी है!

पुतिन के खिलाफ वारंट क्यों है?

साल 2023 में अंतरराष्ट्रीय अपराध न्यायालय (ICC) ने पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी का आदेश जारी किया था. उन पर आरोप है कि उन्होंने यूक्रेन युद्ध के दौरान बच्चों को जबरन रूस भेजा. हालांकि, ICC के पास अपनी कोई पुलिस नहीं है. इसका मतलब ये हुआ कि अगर ICC से संबद्ध कोई देश चाहे, तभी वह पुतिन को गिरफ्तार कर सकता है. चूंकि हंगरी और उसके पड़ोसी देश (जैसे सर्बिया, रोमानिया) आईसीसी के सदस्य हैं. ऐसे में वे तकनीकी रूप से इस वारंट को मानने के लिए बाध्य हैं.

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हंगरी की राजनीति और दोस्ती का ताना-बाना

हंगरी के प्रधानमंत्री विक्टर ऑर्बन लंबे समय से ट्रम्प के समर्थक रहे हैं और रूस से भी उनके रिश्ते काफ़ी अच्छे हैं.
भले ही हंगरी ICC का सदस्य है, पर ऑर्बन ने इस संस्था से बाहर निकलने की प्रक्रिया शुरू कर दी है. इसलिए यह लगभग तय है कि अगर पुतिन हंगरी आते हैं, तो कोई उन्हें गिरफ्तार नहीं करेगा. ऑर्बन तो यह भी कह चुके हैं कि यूरोप में ट्रम्प और पुतिन की बैठक के लिए सिर्फ बुडापेस्ट ही सुरक्षित जगह है.

यूरोप के लिए मुश्किल स्थिति

यह पूरी स्थिति यूरोपीय संघ (EU) के लिए पेचीदा है. अगर पुतिन हंगरी आते हैं, तो उन्हें रूस से निकलकर कई यूरोपीय देशों का हवाई क्षेत्र पार करना होगा. EU ने रूसी विमानों के यूरोप में उड़ान पर रोक लगा रखी है. ऐसे में नया सवाल उभर रहा है और वे ये है कि क्या पुतिन की यात्रा के लिए अपने इन नियमों में छूट देगा? अगर नहीं, तो यह शांति वार्ता के खिलाफ लगेगा और अगर देगा, तो यह यूक्रेन समर्थक देशों के लिए झटका होगा.

पुतिन के संभावित हवाई रास्ते

रिपोर्ट के मुताबिक, मॉस्को से बुडापेस्ट का सबसे सीधा रास्ता तीन घंटे का है, पर वह यूक्रेन के ऊपर से गुजरता है, जो युद्ध का इलाका है, इसलिए इस हवाई रूट से जाना बेहद खतरनाक हो सकता है. दूसरा रास्ता बेलारूस से होते हुए पोलैंड और फिर स्लोवाकिया से हंगरी तक जाता है. लेकिन पोलैंड NATO का सदस्य है और रूस का सख्त विरोधी है, इसलिए वहां से उड़ान लेना खतरे से खाली नहीं.

तीसरा और सबसे सुरक्षित विकल्प हो सकता है: रूस → तुर्की → ग्रीस → सर्बिया → हंगरी. यह लंबा रास्ता है (लगभग 8 घंटे), पर राजनीतिक रूप से सुरक्षित माना जा रहा है क्योंकि तुर्की और सर्बिया दोनों रूस के साथ दोस्ताना रिश्ता रखते हैं.

हंगरी की तैयारी और फायदे

हंगरी के लिए यह बैठक राजनीतिक तौर पर सुनहरा मौका है. देश की अर्थव्यवस्था कमजोर चल रही है और जनता में नाराज़गी बढ़ रही है.ऐसे में ट्रम्प और पुतिन जैसी बड़ी हस्तियों की बैठक का आयोजन ऑर्बन के लिए लोकप्रियता बढ़ाने का मौका है. उन्होंने खुद दोनों नेताओं से बातचीत कर तैयारियां शुरू भी कर दी हैं.

तो क्या पुतिन हंगरी जा सकते हैं?

तकनीकी रूप से देखें तो इसका जवाब हां है और पुतिन हंगरी आ सकते हैं. अगर रूस, तुर्की, सर्बिया और हंगरी मिलकर एक सुरक्षित रास्ता तैयार करें, तो पुतिन बुडापेस्ट पहुंच सकते हैं. लेकिन कानूनी, राजनीतिक और हवाई जोखिम बहुत हैं.
कहीं भी कोई गलती या गलत संदेश इस यात्रा को खतरे में डाल सकता है. फिलहाल, क्रेमलिन (रूस सरकार) ने कहा है कि अभी कई सवालों पर काम चल रहा है.

जियो पॉलिटिकल एक्सपर्टों का कहना है कि पुतिन का हंगरी पहुंचना किसी एक उड़ान से ज़्यादा एक अंतरराष्ट्रीय दांव-पेच का खेल है. अगर वह सफल होते हैं, तो यह इतिहास की सबसे रोमांचक और विवादास्पद यात्रा मानी जाएगी. वहीं अगर वे सफल होते हैं तो यह एक कूटनीतिक सफलता की मिसाल भी बन सकती है. 

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