Russia-Ukraine War: अमेरिका ने चुपके से भेज दी यूक्रेन को लंबी दूरी की मिसाइलें, कीव ने रूस के खिलाफ किया इस्तेमाल

1 week ago

US-Ukraine: संयुक्त राज्य अमेरिका ने हाल के हफ्तों में रूसी आक्रमणकारियों से लड़ने के लिए गुप्त रूप से लंबी दूरी की मिसाइलें यूक्रेन को भेजी हैं. यूक्रेन ने अब तक उनका दो बार इस्तेमाल भी कर लिया है. रॉयटर्स की रिपोर्ट के मुताबिक एक अमेरिकी अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि ये मिसाइलें यूक्रेन के लिए 300 मिलियन डॉलर के सैन्य सहायता पैकेज में शामिल थीं.  इस पैकेज को अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन ने 12 मार्च को मंजूरी दे दी थी. हालांकि अधिकारी ने यह नहीं बताया कि कितनी मिसाइलें भेजी गईं.

व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने एक ब्रीफिंग में कनफर्म किया कि मिसाइलों की एक 'महत्वपूर्ण संख्या' यूक्रेन को भेजी गई थी. उन्होंने कहा 'हम और अधिक भेजेंगे.'

सुलिवन ने कहा कि यूक्रेन ने हथियारों का इस्तेमाल केवल यूक्रेन के अंदर करने की प्रतिबद्धता जताई है, रूस में नहीं. उन्होंने कहा, 'कुछ मिसाइलें यूक्रेन के लिए $1 बिलियन के हथियार पैकेज में शामिल थीं जिसे राष्ट्रपति जो बाइडेन ने बुधवार को मंजूरी दे दी.'

यूक्रेन ने कब किया मिसाइलों का इस्तेमाल?
अधिकारी ने कहा कि मिसाइलों का पहली बार इस्तेमाल 17 अप्रैल के शुरुआती घंटों में क्रीमिया में एक रूसी एयरफील्ड के खिलाफ किया गया था जो यूक्रेनी सीमा से लगभग 165 किमी (103 मील) दूर था. उन्होंने बताया कि कीव ने दक्षिणपूर्वी यूक्रेन में रूसी सेना के खिलाफ रात में दूसरी बार हथियार का इस्तेमाल किया.

ATACMS मिसाइलों को लेकर था असमंजस?
300 किमी तक की मारक क्षमता वाली आर्मी टैक्टिकल मिसाइल सिस्टम (ATACMS) को भेजा जाए या नहीं,बाइडेन प्रशासन के भीतर कई महीनों से इस विषय को लेकर बहस हो रही थी. वहीं मध्य-श्रेणी ATACMS की आपूर्ति पिछले सितंबर में की गई थी.

पेंटागन ने शुरू में लंबी दूरी की मिसाइल तैनाती का विरोध किया था, उसे डर था कि अमेरिकी भंडार से मिसाइलों के खोने से अमेरिकी सैन्य तैयारी को नुकसान होगा. ऐसी भी चिंताएं जताई गईं कि यूक्रेन उनका इस्तेमाल रूस के अंदर स्थित लक्ष्यों पर हमला करने के लिए करेगा.

अमेरिकी अधिकारी ने कहा कि दिसंबर जनवरी में रूस द्वारा यूक्रेन पर लंबी दूरी की बैलिस्टिक मिसाइलें दागने के बाद अमेरिका की सोच में बदलाव हुआ है. रूस को ये मिसाइलें उत्तर कोरिया से मिली थीं. इसके अलावा अमेरिका के फैसले लेने में रूस द्वारा यूक्रेन के महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को निशाना बनाना भी एक वजह था.

यूक्रेन को मिसाइल भेजने में बाइडेन की कोशिशें
बाइडेन ने फरवरी के मध्य में अपनी राष्ट्रीय सुरक्षा टीम से मुलाकात की और यूक्रेन में मिसाइलें भेजने के लिए अपने सलाहकारों की सर्वसम्मत सिफारिश को स्वीकार करने पर सहमति व्यक्त की. उस समय चुनौती यह पता लगाने की थी कि मिसाइलों के लिए भुगतान कैसे किया जाए. अमेरिका ने अपने सभी फंडिंग विकल्पों को समाप्त कर दिया था और कांग्रेस के गतिरोध ने आगे की सहायता को बाधित कर दिया था.

इसका मौका मार्च में मिल गया. बाइडेन यूक्रेन को $300 मिलियन की सहायता भेजने में सक्षम हो गए. अधिकारी ने कहा, बिडेन ने अपनी टीम से इस फंडिंग पैकेज में लंबी दूरी की ATACMS को शामिल करने के लिए कहा, लेकिन ऑपरेशनल सिक्योरिटी और यूक्रेन को एक सरप्राइज देने के लिए यह गुप्त रूप से किया गया.

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