US जा रहे जयशंकर के दूत, ऑपरेशन सिंदूर के बाद ट्रंप प्रशासन से होगा आमना-सामना

1 month ago

Last Updated:May 26, 2025, 20:16 IST

America News in Hindi: ऑपरेशन सिंदूर के बाद जयशंकर के दूत विक्रम मिसरी अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं. उनका मकसद आतंकवाद विरोधी अभियान में सहयोग लेना और भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करना है. पाकिस्‍तान से युद्ध ...और पढ़ें

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एस जयशंकर के दूत अमेरिका जा रहे हैं. (AFP)

हाइलाइट्स

विक्रम मिसरी अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं.यात्रा का मकसद आतंकवाद विरोधी अभियान में सहयोग लेना है.भारत-अमेरिका संबंधों को मजबूत करना भी एजेंडे में शामिल है.

नई दिल्‍ली. ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्‍तान पर एक्‍शन के बाद डोनाल्‍ड ट्रंप ने युद्ध रुकवाने का पूरा क्रेडिट खुद लेने की कोशिश की. जयशंकर के दूत यानी विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने साफ-साफ कह दिया कि सीजफायर में अमेरिका की कोई भूमिका नहीं रही है. खुले तौर पर ट्रंप की बोलती बंद करने के बाद अब जयशंकर के ये खास दूत रिश्‍तों में आई खटास को कुछ कम करने के लिए अमेरिका यात्रा पर जा रहे हैं. 27 से 29 मई तक विक्रम मिसरी और डिप्‍टी एनएसए पवन कपूर अमेरिका में रहेंगे और ट्रंप प्रशासन से बातचीत करेंगे. बड़ा सवाल यह है कि इस यात्रा का मकसद क्‍या है. इस दौरान क्‍या-कुछ होने वाला है? चलिए हम आपको इसके बारे में बताते हैं.

वाशिंगटन डीसी में मिसरी और कपूर की टीम की कोशिश आतंकवाद विरोधी अभियान में ट्रंप से सहयोग लेना है. भारत लश्कर-ए-तैयबा और जैश-ए-मोहम्मद के आतंकवादियों पर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद यानी UNSC के जरिए बैन लगाना चाहता है लेकिन चीन इसमें रुकावट पैदा कर रहा है. इसे लेकर विक्रम मिसरी अमेरिकी अधिकारियों संग मिलकर योजना बना सकते हैं. भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी, व्यापार, और रक्षा सहयोग जैसे मुद्दे भी एजेंडे में शामिल हो सकते हैं.

मिसरी ने ट्रंप के झूठ का किया था पर्दाफाश

विक्रम मिसरी ने हाल ही में संसदीय समिति को स्पष्ट किया था कि पाकिस्‍तान से युद्धविराम एक द्विपक्षीय निर्णय था और इसमें अमेरिका की कोई भूमिका नहीं थी. ट्रंप कश्‍मीर मुद्दे पर मध्‍यतता कराना चाहते हैं. भारत ने इससे साफ इनकार कर दिया है. दूसरी तरफ ट्रेड के जरिए ब्‍लैकमेल कर युद्ध रुकवाने के ट्रंप के पैंतरे को भी विक्रम मिसरी ने झूठ बताया था. ट्रंप की इंटरनेशनल बेइज्‍जती करने के बाद अब मिसरी रिश्‍तों में आई तल्‍खी को कम करने के इरादे से अमेरिका जा रहे हैं.

पीयूष गोयल ने व्‍यापार पर की बात

ऑपरेशन सिंदूर के बाद केंद्रीय वाणिज्‍य मंत्री पीयूष गोयल अमेरिका यात्रा कर चुके हैं. हालांकि इस यात्रा का मकसद पूरी तरह से ट्रंप द्वारा लगाए गए 26 प्रतिशत टैरिफ पर चर्चा था. अब मिसरी अमेरिका यात्रा के माध्‍यम से भारत और अमेरिका के बीच आतंकवाद विरोधी अभियान पर चर्चा करेंगे. यह दौरा भारत-अमेरिका संबंधों को और गहरा करने का अवसर है, विशेष रूप से रक्षा, व्यापार, और तकनीकी सहयोग के क्षेत्र में.

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Sandeep Gupta

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...और पढ़ें

पत्रकारिता में 14 साल से भी लंबे वक्‍त से सक्रिय हूं. साल 2010 में दैनिक भास्‍कर अखबार से करियर की शुरुआत करने के बाद नई दुनिया, दैनिक जागरण और पंजाब केसरी में एक रिपोर्टर के तौर पर काम किया. इस दौरान क्राइम और...

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