Last Updated:June 10, 2025, 16:02 IST
Bihar Chunav 2025: एकजुटता के दावे से इतर बिहार एनडीए में खींचतान की कहानी सामने आ रही है. पहले चिराग पासवान ने सभी 243 सीटों पर विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा कर एनडीए नेताओं की टेंशन बढ़ाई तो अब उपेंद्र कुशवाह...और पढ़ें

उपेंद्र कुशवाहा ने NDA सहयोगियों को चेतावनी दी कि आंतरिक असहयोग से नुकसान होगा.
हाइलाइट्स
उपेंद्र कुशवाहा ने एनडीए में आंतरिक असहयोग को लेकर आगाह किया.उपेंद्र कुशवाहा ने 2024 के काराकाट लोकसभा चुनाव का उदाहरण दिया.विधानसभा चुनाव को लेकर बिहार NDA में सीट बंटवारे पर खींचतान जारी.पटना. बिहार विधानसभा चुनाव 2025 से पहले राष्ट्रीय लोकमोर्चा (RLM) के अध्यक्ष और राज्यसभा सांसद उपेंद्र कुशवाहा ने राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (NDA) के सहयोगी दलों को कड़ी चेतावनी दी है. उन्होंने 2024 के काराकाट लोकसभा चुनाव का उदाहरण देते हुए कहा कि अगर गठबंधन में आंतरिक असहयोग रहा तो सभी सहयोगी दलों को नुकसान उठाना पड़ेगा. कुशवाहा ने कहा कि उपेंद्र कुशवाहा हारा तो NDA हारा, क्योंकि सभी एक ही नाव पर सवार हैं. राजनीति के जानकारों की नजर में कुशवाहा का यह बयान NDA के अंदरखाने के सियासी पेंच की कहानी को बता रहा है जिसमें सीट बंटवारा और कोर्डिनेशन जैसे मुद्दे हैं.
दरअसल, उपेंद्र कुशवाहा ने एक जनसभा में कहा था कि, लोकसभा चुनाव का अनुभव सबके सामने है. काराकाट में अगर NDA का उम्मीदवार नहीं हारता तो आसपास की सीटों पर भी NDA को नुकसान नहीं होता. उन्होंने 2024 के काराकाट लोकसभा चुनाव का जिक्र किया जहां वह स्वयं CPI(ML) लिबरेशन के राजाराम सिंह से हार गए थे. कुशवाहा ने संकेत दिया कि कुछ NDA नेताओं की ओर से उनके खिलाफ काम किया गया जिसका खामियाजा गठबंधन को भुगतना पड़ा. राजनीति के जानकारों के अनुसार, कुशवाहा का इशारा उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी की ओर था जिनके साथ उनके रिश्ते असहज रहे हैं.
कुशवाहा की चेतावनी-पुराने अनुभवों से सबक लें और…
बता दें कि उपेंद्र कुशवाहा ने इसी सभा में कई और बातें कहीं जो एनडीए के भीतर के उथल-पुथल और असहयोग को दर्शाता है. उन्होंने आगे कहा, हम एक ही मंच पर बैठे हैं. अगर नाव डूबी, तो मैं अकेला नहीं डूबूंगा, बगल वाले भी डूबेंगे. कुशवाहा ने NDA नेताओं से अपील की कि वे पुराने अनुभवों से सबक लें और विधानसभा चुनाव के लिए रणनीति बनाते समय एकजुटता बनाए रखें. बता दें कि राष्ट्रीय लोक मोर्चा यानी RLM को विधानसभा चुनाव में 4-5 सीटें मिलने की संभावना है, लेकिन उपेंद्र कुशवाहा अधिक सीटों की मांग कर रहे हैं जिससे एनडीए गठबंधन में टेंशन बढ़ रही है.
एनडीए में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज
बिहार NDA में बीजेपी, जेडीयू, लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास), हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा और राष्ट्रीय लोक मोर्चा शामिल हैं. सूत्रों के अनुसार, जेडीयू 102-103 और बीजेपी 101-102 सीटों पर लड़ सकती है, जबकि बाकी सीटें छोटे सहयोगियों के बीच बंटेंगी. कुशवाहा का यह बयान चिराग पासवान के 243 सीटों पर लड़ने के दावे के बाद आया है जिससे गठबंधन में सीट बंटवारे को लेकर खींचतान तेज हो गई है. कुशवाहा के इस बयान ने NDA के भीतर एकता की चुनौती को उजागर किया है. राजनीति के जानकार कहते हैं कि काराकाट की हार का जिक्र कर उन्होंने सहयोगियों को आगाह किया है कि आंतरिक मतभेद 2025 के चुनाव में भारी पड़ सकते हैं.
एनडीए खींचतान पर महागठबंधन की पैनी निगाह
हालांकि, बीजेपी के बिहार प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने दावा किया कि बिहार में एनडीए पूरी तरह एकजुट है और 225 सीटों के लक्ष्य को अवश्य प्राप्त करेगा. दसरी ओर एनडीए की इस खींचतान पर विपक्षी महागठबंधन ने इस स्थिति को लेकर अपनी पैनी निगाह बनाकर रखी है. राजद नेता तेजस्वी यादव ने इसपर कहा कि, एनडीए में पहले ही फूट दिख रही है और कुशवाहा जी का बयान गठबंधन की कमजोरी को उजागर करता है. बहरहाल, अब सभी की नजरें गठबंधन की अगली बैठक पर टिकी हैं जब सीट बंटवारे पर अंतिम फैसला लिया जाएगा.
पत्रकारिता क्षेत्र में 22 वर्षों से कार्यरत. प्रिंट, इलेट्रॉनिक एवं डिजिटल मीडिया में महत्वपूर्ण दायित्वों का निर्वहन. नेटवर्क 18, ईटीवी, मौर्य टीवी, फोकस टीवी, न्यूज वर्ल्ड इंडिया, हमार टीवी, ब्लूक्राफ्ट डिजिट...और पढ़ें
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