Last Updated:June 09, 2025, 15:38 IST
Astronaut Shubhanshu Shukla: भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला 41 साल बाद अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय बनेंगे. Ax-4 मिशन के तहत वे ISS की यात्रा करेंगे.

एस्ट्रोनॉट शुभांशु शुक्ला
हाइलाइट्स
शुभांशु शुक्ला 41 साल बाद अंतरिक्ष जाने वाले पहले भारतीय हैं.Ax-4 मिशन में वे स्पेसएक्स ड्रैगन कैप्सूल के पायलट हैं.उनकी कहानी से बच्चों में विज्ञान और अंतरिक्ष की प्रेरणा मिलेगी.मुंबई: 39 साल के भारतीय वायुसेना ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला अब अंतरिक्ष की ओर बढ़ने वाले हैं. 10 जून को जब फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से स्पेसएक्स का फाल्कन-9 रॉकेट उड़ान भरेगा, तो उसमें सवार होंगे भारत के ये होनहार एस्ट्रोनॉट. ये 41 साल बाद ऐसा मौका है जब कोई भारतीय इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) की यात्रा कर रहा है. पूरी दुनिया की नजर इस ऐतिहासिक मिशन पर है, और भारत के लोगों के लिए यह गर्व और उम्मीद का पल है.
पायलट होंगे शुभांशु
अंतरराष्ट्रीय सहयोग से चल रहे इस Axiom-4 मिशन (Ax-4) में शुभांशु को उनके साथी एस्ट्रोनॉट्स ने भरपूर सराहा है. हंगरी के अंतरिक्ष यात्री टिबोर कापू ने उन्हें मजाक में ‘130 साल का अनुभवी’ बता दिया. वहीं मिशन की कमांडर पेगी व्हिटसन ने कहा कि “ड्रैगन कैप्सूल में शुभांशु मेरे पायलट होंगे, और उन्हें स्पेसक्राफ्ट टेक्नोलॉजी की गहरी समझ है.” पोलैंड के अंतरिक्ष यात्री स्लावोश ने भी कहा कि “वो बेहद फोकस्ड हैं, और किसी भी काम को झटपट निपटा देते हैं.”
एक उड़ान, जो दोस्ती की उम्रभर की डोर बन गई
शुभांशु शुक्ला ने अपने साथियों के लिए कहा कि ये उनके सिर्फ मिशन के साथी नहीं, बल्कि अब जीवनभर के दोस्त बन गए हैं. उन्होंने कहा, “इस फ्लाइट में ये मेरे साथी हैं, लेकिन ये दोस्ती इस मिशन के बाद भी चलेगी. ये अनुभव मेरे जीवन का सबसे कीमती पल बन चुका है.”
बचपन से सपना था अंतरिक्ष जाने का
Axiom Space ने हाल ही में शुभांशु का एक 2.54 मिनट का वीडियो जारी किया, जिसमें उन्होंने अपनी यात्रा और भावनाएं साझा कीं. उन्होंने कहा, “मैं बेहद भाग्यशाली हूं कि मुझे इस मिशन का हिस्सा बनने का मौका मिला. लेकिन इससे भी ज्यादा मैं चाहता हूं कि मेरी ये कहानी भारत के बच्चों में जिज्ञासा और प्रेरणा जगाए. अगर मेरी कहानी किसी एक बच्चे की जिंदगी बदल दे, तो मेरा मिशन सफल हो गया.”
Location :
Mumbai,Maharashtra