Last Updated:June 09, 2025, 11:33 IST
Devi Katra Srinagar Rail line- आजकल कश्मीर में फ्लाइट से ऐसा कुछ दिखने लगा है कि अचानक यात्री मोबाइल ऑन कर विंडो से चिपक जाते हैं और कुछ समय तक शूट करने के बाद सभी लगभक एक साथ सीट पर आराम से बैठ जाते हैं.

फ्लाइट से चिनाब और अंजी ब्रिज का नजारा होता है खास.
नई दिल्ली. फ्लाइट से कश्मीर घाटी और खूबसूरत दिखती है. सफर करने वाले लोग इस खूबसूरती को कैमरे में कैद करते हैं, चूंकि पूरा कश्मीर घाटी में बसा है और लगातार फ्लाइट से ऐसे व्यू दिखता रहता है, इसलिए थोड़ी देर बाद यात्री मोबाइल बंद कर सीट पर आराम से बैठ जाते हैं. लेकिन आजकल फ्लाइट से ऐसा कुछ दिखने लगा है कि अचानक यात्री मोबाइल ऑन कर विंडो से चिपक जाते हैं और कुछ समय तक शूट करने के बाद सभी लगभक एक साथ सीट पर आराम से बैठ जाते हैं. आइए जानते हैं कि अचानक कश्मीर में ऐसा क्या हुआ है.जिससे कैमरे में फ्लाइट यात्री कैद कर रहे हैं.
कश्मीर घाटी में विश्व का सबसे ऊंचा आर्च ब्रिज चिनाब और केबल ब्रिज अंजी हैं. यात्रियों को फोटो खींचने के लिए आकर्षित कर रहे हैं. जैसे ही फ्लाइट चेनाब घाटी के ऊपर पहुंचता हे, पायलट यात्रियों को अनाउंसमेंट कर बताते हैं नीचे दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज — चिनाब ब्रिज दिखाई दे रहा है. पायलट की आवाज़ सुनते ही यात्री अपनी खिड़कियों का शटर ऊपर करते हैं और मोबाइल कैमरे ऑन इस ऐतिहासिक ब्रिज की तस्वीरें और वीडियो लेने लगते हैं. विमान के भीतर गर्व का माहौल बन जाता है, लोग तालियां बजाते हैं और भारत के इंजीनियरों की तारीफ करते हैं. इसी तरह का माहौल अंजी ब्रिज के आसपास से फ्लाइट के गुजरने के दौरान भी होता है.
जमीन पर लोग पीछे नहीं
उधर ज़मीन पर भी लोग पीछे नहीं हैं. आसपास के गांवों और पहाड़ी इलाकों से लोग ब्रिज की तस्वीरें और वीडियो लेते रहते हैं. कई लोग लाइव स्ट्रीमिंग करते हैं, तो कुछ इसे इंस्टाग्राम और फेसबुक पर तुरंत साझा करते हैं.
ऊपर से अद्भुत दिखता है ब्रिज
चिनाब ब्रिज, जो यूएसबीआरएल (उधमपुर-श्रीनगर -बारामूला रेल लिंक) परियोजना का हिस्सा है, दुनिया का सबसे ऊंचा रेलवे आर्च ब्रिज है. नदी के तल से 359 मीटर ऊपर की ऊंचाई पर मौजूद है. सलाल डैम के निकट चिनाब नदी पर बना यह ब्रिज 1,315 मीटर लंबा है. इसका मुख्य आर्च 467 मीटर लंबा है और यह 266 किलोमीटर प्रति घंटे तक की रफ्तार वाली हवाओं को झेल सकता है.
ब्रिज में एक खास केबल क्रेन सिस्टम
ऊंचाई में यह एफिल टावर से 35 मीटर ऊंचा है और कुतुब मीनार से लगभग पांच गुना ऊंचा है. इस अद्भुत ब्रिज के निर्माण में 28,000 मीट्रिक टन इस्पात का इस्तेमाल हुआ. पहली बार भारतीय रेल द्वारा ब्रिज में एक खास केबल क्रेन सिस्टम लगाया गया, जिससे 915 मीटर चौड़ी खाई को पार करने के लिए दो बड़े केबल कार और 100 मीटर से ऊंचे पाइलन लगाए गए हैं.
Location :
Jammu and Kashmir