Last Updated:October 03, 2025, 10:34 IST
उत्तर प्रदेस के बरेली में 'आई लव मुहम्मद' पोस्टर विवाद के बाद हिंसा भड़क गई, जिस पर ओवैसी ने कहा कि 'आई लव मोदी' कहना आसान है, लेकिन 'आई लव मोहम्मद' पर आपत्ति क्यों. उन्होंने सरकार से पूछा कि आस्था का सम्मान क्यों नहीं हो रहा.
ओवैसी ने कहा अगर मैं मुसलमान हूं, तो मोहम्मद की वजह से हूं.Bareilly Violence: भारत में धार्मिक भावनाओं और अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का मुद्दा फिर से सुर्खियों में आ गया है. AIMIM के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी ने बरेली में ‘आई लव मोहम्मद’के पोस्टर विवाद पर तीखा प्रहार किया है, जहां एक शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया था. ओवैसी ने कहा कि देश में ‘आई लव मोदी’ कहना आसान है, लेकिन ‘आई लव मोहम्मद’ कहना मुश्किल. यह बयान न केवल बरेली की तनावपूर्ण स्थिति को उजागर करता है, बल्कि समाज में बढ़ते ध्रुवीकरण पर भी सवाल खड़े करता है. गुरुवार को हैदराबाद में दिए गए अपने भाषण में ओवैसी ने इस मुद्दे पर गहराई से चर्चा की.
कानपुर से बरेली तक ऐसे हुआ विवाद
हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, यह विवाद 9 सितंबर को कानपुर में शुरू हुआ, जब बरावफात जुलूस के दौरान सार्वजनिक सड़क पर ‘आई लव मोहम्मद’ बोर्ड लगाने को लेकर एक FIR दर्ज की गई. मुस्लिम समुदाय ने इसे अपनी आस्था का प्रतीक माना, लेकिन कुछ लोगों ने इसे आपत्तिजनक बताया. इस घटना ने पूरे उत्तर प्रदेश में तनाव फैला दिया है.
बरेली में स्थिति तब बिगड़ गई जब मौलाना तौकीर रजा खान ने ‘आई लव मोहम्मद’ के पोस्टर विवाद के खिलाफ विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया. पिछले शुक्रवार को नमाज के बाद मस्जिद के बाहर 2,000 से ज्यादा लोग इकट्ठा हो गए. प्रदर्शनकारी नारेबाजी करने लगे, लेकिन मामला हिंसक हो गया. प्रदर्शनकारियों ने पत्थरबाजी की, जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए. वहीं, जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया. इस मामले में अब तक 81 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है.
इंटरनेट हुआ बंद, कड़ी की गई सुरक्षा
विवाद के बाद बरेली डिवीजन के चार जिलों में इंटरनेट सस्पेंड कर दिया गया. गुरुवार को दशहरा उत्सव और शुक्रवार की नमाज को देखते हुए सड़कों पर भारी सुरक्षा बल तैनात किया गया था. PAC, RAF के जवान सड़कों पर ड्यूटी दे रहे हैं और ड्रोन हवा में निगरानी कर रहे हैं. बरेली के आला हजरत दरगाह के वरिष्ठतम मौलवी ने मुसलमानों से अपील की है कि नमाज के बाद शांतिपूर्ण तरीके से घर लौटें. स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है.
आई लव मोहम्मद पर सवाल क्यों?
ओवैसी ने हैदराबाद में अपने भाषण में कहा, “इस देश में कोई कह सकता है ‘आई लव मोदी’, लेकिन ‘आई लव मुहम्मद’ नहीं कह सकता. आप इस देश को कहां ले जा रहे हैं? अगर कोई ‘आई लव मोदी’ कहे तो मीडिया भी खुश हो जाती है, लेकिन ‘आई लव मुहम्मद’ कहने पर आपत्ति हो जाती है. अगर मैं मुसलमान हूं, तो मोहम्मद की वजह से हूं.” उन्होंने पूछा कि एक मुसलमान की आस्था तब पूरी होती है जब वह पैगंबर मोहम्मद से दुनिया की हर चीज से ज्यादा प्यार करे. “इस पर आपत्ति जताकर आप दुनिया को क्या संदेश दे रहे हैं?”
ओवैसी ने यह भी कहा कि पैगंबर मोहम्मद के अलावा कोई और मोहम्मद नाम का व्यक्ति नहीं है. “अगर आप उनकी पोस्टर लगाते हैं, तो सम्मान करना पड़ता है. मैं सरकार से पूछना चाहता हूं कि इतने सारे कानून क्यों बना रहे हैं? क्या हो रहा है?” उन्होंने कुछ वीडियो क्लिप्स का हवाला देते हुए कहा कि “पुलिस ने लोगों पर लाठीचार्ज किया, जबकि कुछ दुकानदारों ने प्रदर्शनकारियों पर फूल बरसाए. पुलिस सिर्फ सत्ता के प्रति जवाबदेह है, किसी और के प्रति नहीं.”
पहले भी ओवैसी ने उठाया था मुद्दा
पिछले हफ्ते बिहार के पूर्णिया में भाषण के दौरान ओवैसी ने कानपुर पोस्टर विवाद पर कहा था, “अगर ‘आई लव महादेव’ ग्रुप है तो क्या समस्या? इसमें क्या राष्ट्र-विरोधी है? ‘लव’ शब्द है, तो हिंसा क्यों?” उन्होंने जोर दिया कि मुसलमानों की आस्था में पैगंबर मोहम्मद का प्यार सबसे ऊपर है.
कुणाल झा एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में तीन साल से ज्यादा का अनुभव है. वह नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के कई अलग-अलग मुद्दों को कवर करते हैं. करियर, एजुकेशन, जॉब और स्पोर्ट्स जैसी फील्ड में...और पढ़ें
कुणाल झा एक अनुभवी पत्रकार हैं, जिन्हें पत्रकारिता के क्षेत्र में तीन साल से ज्यादा का अनुभव है. वह नेशनल और इंटरनेशनल लेवल के कई अलग-अलग मुद्दों को कवर करते हैं. करियर, एजुकेशन, जॉब और स्पोर्ट्स जैसी फील्ड में...
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Location :
Hyderabad,Telangana
First Published :
October 03, 2025, 10:34 IST

3 weeks ago
