नई दिल्ली. वैसे तो साल 2025 आईपीओ के नाम रहा और भारतीय शेयर बाजार में दर्जनों नई कंपनियों ने कदम रखा. लेकिन, साल के आखिरी महीने में एक ऐसा आईपीओ आने वाला है, जिसके बाजार में पहुंचने से पहले ही भारत और दुनिया के कई दिग्गज निवेशकों ने पैसे लगा दिए हैं. इसके प्री-आईपीओ राउंड में प्रशांत जैन, झुनझुनवाला परिवार, मधुसूदन केला सहित 26 प्रमुख निवेशकों ने करीब 5 हजार करोड़ रुपये का निवेश किया है.
हम बात कर रहे हैं भारत की सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी ICICI प्रूडेंशियल एसेट मैनेजमेंट की, जिसे प्री-आईपीओ प्लेसमेंट में लगभग 4,815 करोड़ रुपये का निवेश मिला है. कंपनी का आईपीओ कल बाजार में आएगा. 30 सितंबर, 2025 तक इसकी बाजार हिस्सेदारी 13.3% रही है. कंपनी ने आईपीओ के बुक रनिंग लीड मैनेजर्स के परामर्श से 22,240,841 इक्विटी शेयरों का निजी प्लेसमेंट नकद भुगतान के बदले 2,165 रुपये प्रति इक्विटी शेयर के निर्गम मूल्य पर किया है.
निवेशकों में कई दिग्गज शामिल
कंपनी के प्री-आईपीओ में निवेश करने वालों में लुनेट कैपिटल (अबू धाबी स्थित संप्रभु कोष), स्वर्गीय राकेश झुनझुनवाला की संपत्ति कंपनी, कैलिफोर्निया विश्वविद्यालय के रीजेंट्स – आईआईएफएल एसेट मैनेजमेंट, सर्व इन्वेस्टमेंट्स, 3पी इंडिया इक्विटी फंड (प्रशांत जैन द्वारा प्रबंधित), पीआई अपॉर्चुनिटीज फंड – II, 360वन फंड्स, डीएसपी इंडिया फंड, व्हाइटओक कैपिटल इंडिया अपॉर्चुनिटीज फंड, एचसीएल कैपिटल, मनीष चोकानी और मधुसूदन केला जैसे बड़े नाम शामिल हैं. इसके अलावा एसबीआई लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, एचडीएफसी लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, कोटक लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, आदित्य बिरला सन लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, बजाज लाइफ इंश्योरेंस कंपनी, टाटा एआईजी जनरल इंश्योरेंस कंपनी और गो डिजिट जनरल इंश्योरेंस जैसी बीमा कंपनियों ने भी प्री-प्लेसमेंट में भाग लिया. आईसीआईसीआई बैंक ने भी कंपनी में अतिरिक्त 2% हिस्सेदारी के लिए 2,140 करोड़ रुपये का निवेश किया है.
कंपनी के पास कितना एयूएम
30 सितंबर, 2025 तक इसके म्यूचुअल फंड QAAUM का कुल मूल्य 10,147.6 अरब रुपये था और इक्विटी व इक्विटी-उन्मुख QAAUM के मामले में यह 13.6% बाजार हिस्सेदारी के साथ सबसे बड़ी परिसंपत्ति प्रबंधन कंपनी थी. 30 सितंबर, 2025 और 31 मार्च, 2025, 2024 और 2023 तक, इसकी इक्विटी-उन्मुख हाइब्रिड योजनाओं की बाजार हिस्सेदारी 25.8% थी, जो भारत में सबसे बड़ी थी. 30 सितंबर, 2025 तक, कंपनी के म्यूचुअल फंड का मासिक औसत प्रबंधित परिसंपत्ति जो व्यक्तिगत निवेशकों (खुदरा निवेशकों और उच्च निवल मूल्य वाले व्यक्तियों सहित) को आवंटित किया गया था, 6,610.3 अरब रुपये था.
कंपनी की आर्थिक स्थिति कैसी
साल 2025 में एएमसी का उद्योग के परिचालन लाभ में लगभग 20% हिस्सा था, जिससे यह भारतीय परिसंपत्ति प्रबंधकों में सबसे बड़ा लाभ कमाने वाला बन गया. वित्तवर्ष 2025 के लिए कंपनी ने 3,236 करोड़ का ओपीबीटी दर्ज किया, जो एचडीएफसी से 19% अधिक था. वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही में यह अंतर बढ़कर 26% हो गया, जब कंपनी ने 1,933 करोड़ का ओपीबीटी दर्ज किया. इसके अलावा 1,07,000 करोड़ रुपये के प्रस्तावित मूल्यांकन के साथ, वित्त वर्ष 2025 की कई पर पी/ई 40.4 गुना और वित्त वर्ष 2026 की पहली छमाही के वार्षिक आंकड़ों पर 33.1 गुना रहने का अनुमान है.

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