Donald Trump on US Supreme Court: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार 9 नवंबर को टैरिफ लगाने के अपने अधिकार को लेकर सुप्रीम कोर्ट के संदेह पर कड़ी प्रतिक्रिया जताई और सिचुएशन को "हास्यास्पद" बताया. उनका ये कमेंट यूएस सुप्रीम कोर्ट की उस सुनवाई के बाद आया है, जिसमें सवाल उठाया गया था कि क्या राष्ट्रपति को दी गया इमरजेंसी पावर आयात शुल्क पर तकरीबन लिमिटलेस कंट्रोल की इजाजत देता हैं.
"व्हाट द हेल इज गोइंग ऑन?"
ट्रुथ सोशल पर, ट्रंप ने तर्क दिया कि राष्ट्रपति को विदेशी देशों के साथ सभी व्यापार रोकने के लिए कांग्रेस का पूरा अप्रूवल हासिल है, लेकिन राष्ट्रीय सुरक्षा के मकसद से टैरिफ लगाने के लिए उन्हें चुनौती दी जा रही है. उन्होंने लिखा, "दूसरे देश हम पर टैरिफ लगा सकते हैं, लेकिन हम उन पर टैरिफ नहीं लगा सकते? ये उनका सपना है!" उन्होंने दावा किया कि टैरिफ अमेरिका में बिजनेस ग्रोथ को बढ़ावा दे रहे हैं. निराशा जताते हुए, उन्होंने आगे कहा, "आखिर हो क्या रहा है?"
आलोचकों से खफा अमेरिकी राष्ट्रपति
एक दूसरे पोस्ट में, ट्रंप ने टैरिफ के आलोचकों को "बेवकूफ" करार दिया और कहा कि अमेरिका अब "दुनिया का सबसे अमीर, सबसे सम्मानित देश" है, जहां "तकरीबन कोई इंफ्लेशन नहीं" है और शेयर बाजार रिकॉर्ड स्तर पर है. उन्होंने दावा किया कि टैरिफ से खरबों डॉलर की इनकम हो रही है, जिससे 37 खरब डॉलर के राष्ट्रीय कर्ज को कम करने में मदद मिलेगी. ट्रंप ने हाई इनकम वाले लोगों को छोड़कर, प्रति व्यक्ति कम से कम 2,000 डॉलर का "डिविडेंड" बांटने का भी वादा किया.
सुप्रीम कोर्ट ने क्या कहा?
हालांकि, यूएस सुप्रीम कोर्ट ने ट्रंप के टैरिफ की वैधता पर गंभीर शक जताया. ट्रंप की तरफ से नियुक्त कंजर्वेटिव जस्टिस एमी कोनी बैरेट (Justice Amy Coney Barrett) ने सवाल उठाया कि क्या हर देश, जिसमें फ्रांस और स्पेन जैसे सहयोगी भी शामिल हैं, राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा पैदा करता है, जिससे टैरिफ को उचित ठहराया जा सके. ट्रंप ने इस मामले को अमेरिकी इतिहास के सबसे अहम मामलों में से एक बताया और चेतावनी दी कि उनके खिलाफ फैसला अमेरिकी इकॉनमी के लिए विनाशकारी हो सकता है.

2 hours ago
