Last Updated:June 19, 2025, 14:39 IST
Himachal Economic Crisis: एचआरटीसी पेंशनरों ने सीएम को समय पर पेंशन देने का वादा याद दिलाया और राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की. 9 हजार पेंशनरों को पेंशन नहीं मिल रही. एचआरटीसी की 24 नई वोल्वो बसें शिमला पहुंचे...और पढ़ें

R_HP_PANNC0335_MANDI_46_18JUNE_903_HRTC_PENSIONER_WITHOUT_PENSION_AVB_VIRENDER_SCRIPT
हाइलाइट्स
एचआरटीसी पेंशनरों को समय पर पेंशन नहीं मिली.पेंशनरों ने राज्यपाल से हस्तक्षेप की मांग की.एचआरटीसी की 24 नई वोल्वो बसें शिमला पहुंचेंगी.मंडी. सीएम साहब! आपने दो महीने पहले वादा किया था कि एचआरटीसी के पेंशनरों को हर महीने की 15 तारीख से पहले पेंशन मिल जाया करेगी, लेकिन दो महीने बीतने के बाद भी आपके वादे पर कोई अम्ल नहीं हुआ. सीएम को उनका किया हुआ यह वादा याद दिलाया है एचआरटीसी के पेंशनरों ने. बुधवार को एचआरटीसी पेंशनर कल्याण संगठन मंडी इकाई के प्रतिनिधिमंडल ने डीसी मंडी के माध्यम से राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर इस मामले में हस्तक्षेप करते हुए सरकार को सख्त आदेश देने की गुहार लगाई.
मंडी इकाई के अध्यक्ष अनूप कपूर ने बताया कि पेंशनरों को सरकार के पास जाते हुए 3 वर्षों का समय होने को है. दो महीने पहले सीएम ने समय पर पेंशन देने का वादा किया था लेकिन वो भी आज दिन तक पूरा नहीं हुआ है. उम्र के जिस पड़ाव पर हम सुकून की जिंदगी ढूंढ रहे हैं उस दौर में हमें पेंशन के लिए दर-दर की ठोकरें खाने को मजबूर होना पड़ रहा है. एक तरह से सरकार हमें प्रताड़ित करने का कार्य कर रही है.
अनूप कपूर ने बताया कि प्रदेश में एचआरटीसी के लगभग 9 हजार पेंशनर हैं. 300 पेंशनर ऐसे हैं जो गत वर्ष ही रिटायर हुए हैं और इन्हें अभी तक फूटी कौड़ी भी नसीब नहीं हो पाई है. इन्होंने राज्यपाल को ज्ञापन भेजकर मांग उठाई है कि वे संविधान की दृष्टि से सरकार के प्रमुख हैं और सरकार को दिशा निर्देश दें कि एचआरटीसी पेंशनरों की मांगों को जल्द से जल्द पूरा किया जाए. इन्होंने सरकार को चेतावनी भी दी है कि अगर सरकार ने मांगे जल्द नहीं मानी तो फिर एचआरटीसी के पेंशनर सड़कों पर उतरकर उग्र प्रदर्शन के लिए मजबूर हो जाएंगे.
फिर शुरू होंगे बंद पड़े ये रूट
उधर, राजधानी दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के चलते एचआरटीसी वोल्वो यूरो फोर बसों के बंद पड़े रूट अब फिर से बहाल होने वाले हैं। एचआरटीसी की यूरो सिक्स मॉडल वाली 24 नई वोल्वो बसें 15 दिन के भीतर राजधानी शिमला पहुंचने वाली है. बैंगलोर से इन बसों को लाने के लिए एचआरटीसी ने चालकों को आदेश भी दे दिए है. यह जानकारी एचआरटीसी के उपाध्यक्ष अजय वर्मा ने मंडी में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान दी. उन्होंने कहा कि पिछली भाजपा सरकार ने अपने कार्याकाल में नई बसों को खरीदने की ओर कोई ध्यान नहीं दिया. अजय वर्मा ने बताया कि 11 महीनों बाद एचआरटीसी को 300 के करीब इलेक्ट्रिक बसें मिलने वाली हैं. इन बसों के आने से हिमाचल की जनता को 400 खटारा बसों से निजात मिलेगी.
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...और पढ़ें
13 Years Experience in Print and Digital Journalism. Earlier used to Work With Dainik Bhaskar, IANS, Punjab Kesar and Amar Ujala . Currently, handling Haryana and Himachal Pradesh Region as a Bureau chief from ...
और पढ़ें
Location :
Mandi,Himachal Pradesh