इस शहर में बन रहा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल, 5462 बेड की है क्षमता

4 hours ago

Last Updated:May 11, 2025, 06:40 IST

Largest Hospital : बिहार की राजधानी पटना में दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल बनाया जा रहा है. इसमें 5 हजार से ज्‍यादा बेड हैं. अभी दुनिया का सबसे बड़ा अस्‍पताल चीन में बना है.

इस शहर में बन रहा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल, 5462 बेड की है क्षमता

पटना में 5.5 हजार करोड़ की लागत से अस्‍पताल बनाया जा रहा है.

हाइलाइट्स

पटना में बन रहा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्पताल.अस्पताल में 5462 बेड की सुविधा होगी.प्रोजेक्ट की लागत 5540 करोड़ रुपये है.

नई दिल्‍ली. कभी बीमारू राज्‍य कहलाए जाने वाले बिहार ने ऐसा कारनामा किया है कि उसका नाम दुनिया के नक्‍शे पर सुनहरे अक्षरों में लिखा जाएगा. कभी बुनियादी सविधाओं के लिए तरस रहे इस राज्‍य में आज दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल बनाया जा रहा है. अभी दुनिया का सबसे बड़ा अस्‍पताल चीन में है, जबकि टॉप-10 की लिस्‍ट में भारत का एकमात्र अस्‍पताल क्‍वाझिकोड है, जो अभी 10वें पायदान पर है.

बिहार की राजधानी पटना में बनाए जा रहे इस अस्‍पताल का प्रोजेक्‍ट साल 2018 में ही शुरू किया गया था. इसे पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्‍पताल के नाम से बनाया जा रहा है. यह अस्‍पताल क्षमता के लिहाज से दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल होने वाला है. यहां कुल बेड की संख्‍या 5,462 होगी, जो चीन के हेन्‍ना प्रांत में बने अस्‍पताल के बाद दूसरे नंबर पर रहेगा. यहां मरीजों के भर्ती करने की सुविधा के साथ 250 एमबीबीएस सीटें और 200 पोस्‍ट ग्रेजुएट की भी हैं.

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प्रोजेक्‍ट की कितनी लागत
पटना में बन रहे इस मेडिकल कॉलेज पर कुल 5,540 करोड़ रुपये का खर्चा आने का अनुमान है. इसे सिर्फ अस्‍पताल ही नहीं देश का गेम चेंजर माना जा रहा है. इस अस्‍पताल के शुरू होने के बाद न सिर्फ बिहार बल्कि आसपास के राज्‍यों के मरीजों को भ्‍ज्ञी काफी मदद मिलेगी. अभी बिहार व उसके आसपास के राज्‍यों में उच्‍च क्‍वालिटी की हेल्‍थ सेवाएं नहीं हैं. यह अस्‍पताल मेडिकल सुविधाएं उपलब्‍ध कराने के साथ ही रिसर्च को बढ़ावा देने में भी मददगार साबित होगा.

एक फेज का हो चुका उद्घाटन
इस अस्‍पताल को वैसे तो बनने में करीब 7 से 8 साल का समय लग रहा है, लेकिन इसके एक फेज का उद्घाटन भी किया जा चुका है. अस्‍पताल को 2 फेज और 5 टॉवर में बनाया जा रहा है. इसके ट्विन टॉवर में करीब 1,700 बेड हैं, जिनका उद्घाटन भी किया जा चुका है. बिहार सरकार की मानें तो इस अस्‍पताल का 80 फीसदी से ज्‍यादा काम पूरा हो चुका है और जल्‍द ही यह पूरी तरह सेवा के लिए तैयार हो जाएगा.

दुनिया के टॉप-10 अस्‍पताल

चीन के हेन्‍ना प्रांत में 7,000 बेड का अस्‍पताल बना है. चीन के ही चेंगदू प्रांत में 4,300 बेड का अस्‍पताल बना है. फिलीपींस के मंडलुयांग में 4,200 बेड का अस्‍पताल बना है. ताइवान के तोयुयान शहर में बने अस्‍पताल में भी 4 हजार बेड हैं. तुर्की के अंकारा में बने अस्‍पताल की क्षमता 3,810 बेड है. श्रीलंका की राजधानी कोलंबो में 3,404 बेड का अस्‍पताल बना है. दक्षिण अफ्रीका के जोहानिसबर्ग में भी 3,200 बेड का अस्‍पताल बना है. एजिप्‍ट के कायरों में भी 3,200 बेड का अस्‍पताल है. सर्बिया के बेलग्रेड में 3,150 बेड का अस्‍पताल बना है. भारत के कोझिकोड शहर में बने मेडिकल कॉलेज की क्षमता 3,025 बेड की है.इस शहर में बन रहा दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा अस्‍पताल, 5462 मरीज हो सकेंगे भर्ती

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Pramod Kumar Tiwari

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...और पढ़ें

प्रमोद कुमार तिवारी को शेयर बाजार, इन्‍वेस्‍टमेंट टिप्‍स, टैक्‍स और पर्सनल फाइनेंस कवर करना पसंद है. जटिल विषयों को बड़ी सहजता से समझाते हैं. अखबारों में पर्सनल फाइनेंस पर दर्जनों कॉलम भी लिख चुके हैं. पत्रकारि...

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